रायपुर : छत्तीसगढ़ में कोरोना का कोहराम थमने का नाम नहीं ले रहा है. राजधानी रायपुर इन दिनों कोरोना का हॉट स्पॉट बना हुआ है. लगातार बड़ी संख्या में रायपुर से मरीज सामने आ रहे हैं. राजधानी रायपुर का लगभग करीब 90 फीसदी इलाका कोरोना की चपेट में है. हर गली-मोहल्ले से कोई न कोई संक्रमित मिल रहा है. स्थिति लगातार खराब हो रही है और ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के सामने इससे निपटने की बड़ी चुनौती है.
सभी मरीजों को तुरंत इलाज देना और मरीजों का ख्याल रखने को लेकर अब कई सवाल उठने लगे हैं. जिस तरीके से मरीज बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं, विभाग के पास पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध है या नहीं इस पर प्रश्न चिन्ह है. विपक्ष का भी आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग के पास प्रर्याप्त बेड की सुविधा नहीं है. प्रदेश के अस्पतालों में बेड की क्या स्थिति है इसे लेकर ईटीवी भारत में कोविड-19 के नोडल अधिकारियों से यह बात की और उनसे जाना कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर कैसी तैयारी कर रहा है.
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कोविड-19 के मेकाहारा के नोडल अधिकारी डॉ ओपी सुंदरानी ने बताया कि 'अभी हमारे पास बेड मौजूद है, अभी तक ऐसा नहीं हुआ कि मरीजों को देने के लिए हमारे पास बेड नहीं है. लेकिन जिस तरीके से मरीज बढ़ रहे हैं, यह कहा जा सकता है कि जल्द ही स्थिति खराब होने वाली है. क्योंकि रोजाना सैकड़ों की संख्या में हमारे पास मरीज आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि माना के अस्पताल में भी मरीजों को रखा जा रहा है, इसके अलावा इंडोर स्टेडियम में बनाए कोविड-19 सेंटर को भी शुरू कर दिया गया है.
अस्पतालों में बढ़ाई जाएगी बिस्तरों की संख्या
डॉक्टर सुंदरानी ने बताया कि अब आगे की तैयारियां के लिए हमने निजी अस्पतालों से भी बात की है और जल्द वह भी तैयार हो जाएंगे. इसके अलावा आयुर्वेदिक कॉलेज में भी ढाई सौ बेडों के साथ हम एक अस्पताल तैयार करवा रहे हैं. इससे भी बिस्तरों की संख्या बढ़ जाएगी. इसके अलावा भी जहां जरूरत होगी वहां पर बेडों की संख्या बढ़ाई जाएगी.
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लोगों को भी अब समझने की जरूरत
डॉ आर पंडा का कहना है कि कहीं ना कहीं आने वाले दिनों में यह दिक्कत होगी कि हम मरीजों को बेड ना दे पाए. इस वक्त यह दिक्कत नहीं है और हम अपनी तैयारी भी दुरुस्त कर रहे हैं. लगातार स्वास्थ्य विभाग इस दिशा में काम कर रहा है कि सभी मरीजों को बेड मिल पाए. अब तक कोई भी ऐसा मरीज नहीं है जिनको बेड नहीं दिया गया है. लेकिन लोगों को भी अब सावधानी बरतने की जरूरत है. लोगों को भी अब यह समझने की जरूरत है कि, जिस वायरस की रोकथाम में USA और इटली जैसे देश नाकाम रहे है, अगर भारत में भी ऐसे हालात बनते है तो वह बेहद भयावह स्थिति होगी. जरूरी है कि सभी अपने घरों पर रहें.