रायपुर: छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू के मरीज तेजी से बढ़ने लगे हैं. प्रदेश में अब तक स्वाइन फ्लू के 141 मरीज मिल चुके हैं. रायपुर और बिलासपुर में स्वाइन फ्लू 6-6 नए केस सामने आए हैं. स्वाइन फ्लू के 74 मरीजों का इलाज अभी प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है. प्रदेश में स्वाइन फ्लू अब जानलेवा साबित होने लगा है. प्रदेश में अब तक 7 मरीजों की मौत स्वाइन फ्लू से हो चुकी है. प्रदेश में पिछले 3 दिन में लगातार तीन मौत स्वाइन फ्लू से हुई है.
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छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू का खतरा बढ़ा: प्रदेश के अब तक 16 जिलों में स्वाइन फ्लू के लक्षण वाले मरीज मिल चुके हैं. रायपुर और बिलासपुर इस वक्त स्वाइन फ्लू का हॉटस्पॉट बना हुआ है. इसके अलावा दुर्ग, धमतरी, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कांकेर, कोरिया, गरियाबंद, कवर्धा, बलौदाबाजार, बालोद, बेमेतरा और राजनांदगांव में भी स्वाइन फ्लू के लक्षण वाले मरीज मिल रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू से बढ़ रही मौतें : छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू जानलेवा भी साबित होता नजर आ रहा है. सोमवार को रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में स्वाइन फ्लू से बुजुर्ग महिला की मौत हुई. इसके बाद राजनांदगांव के मरीज ने एम्स में दम तोड़ा. वहीं बुधवार को बिलासपुर के निजी अस्पताल में एक युवक की मौत हो गई. अब तक स्वाइन फ्लू से प्रदेश में 7 लोगों की जान जा चुकी है. हालांकि एपिडेमिक कंट्रोल हेड डॉक्टर सुभाष मिश्रा का कहना है कि " हाल ही में स्वाइन फ्लू से जिन मरीजों की मौत हॉस्पिटल में हुई है उनको पहले से ही अन्य बीमारियां भी थी."
स्वाइन फ्लू खतरनाक, गाइडलाइन का पालन करना है जरूरी: एपिडेमिक कंट्रोल हेड डॉक्टर सुभाष मिश्रा ने बताया " स्वाइन फ्लू के मरीज प्रदेश में बढ़ने लगे हैं. प्रदेश में स्वाइन फ्लू से अब मौतें भी होने लगी है. ये बीमारी संक्रमित इंसान या जानवरों के जरिए फैल सकती है. ये बीमारी संक्रमित के छींकने और खांसने के दौरान निलने वाली ड्रॉपलेट्स से फैल सकती है. इसके लक्षण इफ्लूएंजा की तरह ही होते हैं. ये वायरस आपके नाक, गले और फेफड़ों को लाइन करने वाली कोशिकाओं को संक्रमित करता है. इस संक्रमण के लक्षण हल्के और गंभीर दोनों हो सकते हैं. आमतौर पर गर्मियों और मानसून के महीने में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़ जाते हैं.