रायपुर: आय से अधिक संपत्ति के मामले में पिछले 1 महीने से रायपुर जेल में बंद निलंबित आईपीएस जीपी सिंह को शुक्रवार को कोर्ट के आदेश के बाद स्वास्थ्य परीक्षण के लिए रायपुर के मेकाहारा हॉस्पिटल लाया गया. जानकारी के मुताबिक कान, नाक, गला, स्किन, कार्डियोलॉजिस्ट सहित आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट में जीपी सिंह का चेकअप कराने के बाद पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ वापस जीपी सिंह को जेल भेजा जाएगा. 14 फरवरी को न्यायिक रिमांड की अवधि पूरी होने के बाद कोर्ट ने 28 फरवरी तक जीपी सिंह को जेल में रखने के आदेश दिए हैं.
रायपुर कोर्ट से राहत नहीं मिली
छत्तीसगढ़ के एडीजी जीपी सिंह को 14 फरवरी को रायपुर कोर्ट से राहत नहीं मिली है. 14 फरवरी को रिमांड अवधि खत्म होने के बाद विशेष जज लीना अग्रवाल की अदालत में सुनवाई हुई. कोर्ट में जीपी के वकील पेश हुए. वकीलों ने उनके स्वास्थ्य का हवाला देते हुए जमानत की अर्जी लगाई थी. वकीलों के द्वारा लगाए गए आवेदन को दरकिनार करते हुए कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में रहने का आदेश दिया. जिसके बाद जीपी सिंह को 28 फरवरी तक जेल में ही रहना होगा. निलंबित एडीजी जीपी सिंह को एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने गिरफ्तार किया था.
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फरार चल रहे थे जीपी सिंह
11 जनवरी 2022 को हरियाणा के गुरुग्राम से जीपी सिंह को गिरफ्तार किया गया था. जीपी सिंह अभी सस्पेंड चल रहे हैं. छत्तीसगढ़ एंटी करप्शन ब्यूरो के मुखिया रह चुके आईपीएस जीपी सिंह पर राजद्रोह आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज है. 1 जुलाई 2021 को एसीबी की टीम ने उनके 15 ठिकानों पर छापेमारी कर लगभग 10 करोड़ रुपए की अनुपातहीन संपत्ति का खुलासा किया था. इसके बाद एसीबी और ईओडब्ल्यू में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया था. जीपी सिंह 6 महीने तक फरार चल रहे थे उसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई थी.