रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में महंत घासीदास संग्रहालय में स्थित छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का गढ़ कहे जाने वाला गढ़ कलेवा है. जहां पर छत्तीसगढ़ के कई पारंपरिक व्यंजन मिलते हैं. यहां पर गर्मी के मौसम में बेहद ही खास तरह के जूस बनाए जा रहे हैं. जिसे लोग खूब पसंद भी कर रहे हैं. गढ़ कलेवा में काफी कम कीमत में बेल शरबत, आम पन्ना और लस्सी मिल रहा है. वहीं यहा पर मड़िया पेज भी बनाया जा रहा है. जो आदिवासी क्षेत्र का काफी लोकप्रिय पेय पदार्थ है.
गर्मियों में मिलता है बेल शरबत और मड़िया: गढ़ कलेवा में काम करने वाली महिला समूह की सचिव मंजू अरजरिया ने बताया कि "गढ़ कलेवा में बेल शरबत, मड़िया पेज, आम पन्ना गर्मियों में चालू हुआ है. क्योंकि यह इसी सीजन में बनता है. आम का फल गर्मियों में ही आता है. आम के जूस को लोग बहुत पसंद करते हैं. हमारी महिला समूह इस गढ़ कलेवा में 3 साल से काम कर रही है. मड़िया पेज बस्तर का पारंपारिक पेय है. इसे पीने से शरीर को ठंडक मिलती है. इसीलिए यहां भी हम इसे बनाते हैं. बेल शरबत भी शरीर को ठंडक देता है और यह गर्मियों का फल है. सभी शरबतों की कीमत 25 रुपए से लेकर 30 रुपए तक है."
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बेल शरबत के हैं अनेकों फायदे: गर्मयों में मिलने वाले ये देसी ड्रिंक्स काफी फायदेमंद हैं. न्यूट्रिशन रजत शुक्ला ने बताया कि "बेल आंतों के लिए बहुत अच्छा होता है. इसे डाइजेस्टिव सिस्टम बहुत अच्छे से काम करता है. आंतों की क्रियाशीलता बढ़ती है. यदि किसी को भोजन करने के बाद भी ठहराव की दिक्कत होती है. किसी को यदि पतला दस्त हो रहा है पेट में आंव की परेशानी हो रही है. ऐसी स्थिति में यह बहुत अच्छा टॉनिक का काम करता है और बेल एन्टी कैंसरस भी होता है. यदि कोई रेगुलर बेल का इस्तेमाल खाने-पीने में करता है तो उसे भविष्य में कैंसर होने की संभावना बहुत कम होती है. बेल में बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं. जिससे शरीर को मिनरल और एनर्जी मिलती है. इसका तासीर ठंडा होता है इसलिए गर्मी में या उत्तम शीतल पेय के रूप में अच्छा है."