रायपुर: गर्मी के दस्तक देते ही गन्ने की मिठास मन में झूमने लगता है. गन्ने का रस गर्मी में लोगों को सुकून देता है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से गन्ने का रस गायब हो चुका है. ऐसे में अब जो लोग गन्ने का जूस निकालकर गुजर बसर करते थे, उनके सामने रोजी रोटी की समस्या आ गई है. लोगों के पास घर चलाने को पैसे नहीं है, जिससे प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
लॉकडाउन की वजह से गन्ने की सप्लाई भी बंद हो गई है, इस कारण गन्ने का व्यापार भी पूरी तरह से चौपट हो गया है. इतना ही नहीं जूस निकालकर बेचने वाले अब सब्जी बेचने को मजबूर हो गए हैं. वहीं एक जूस व्यापारी ने बताया कि उसने एक सप्ताह तक दुकान खोली, लेकिन कोई ग्राहक नहीं आया जिससे उसके पास पेट पालने के लाले पड़े हैं.
कर्मचारियों का खर्चा भी उठाना मुश्किल
उत्तर प्रदेश से आए एक जूस व्यापारी ने बताया कि लॉकडाउन ने ऐसी हालत कर दी है कि, कर्मचारियों का खर्चा भी उठाना मुश्किल होता जा रहा है. वहीं लोगों से जब बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि हमसे कोरोना ने गन्ने के रस का जायका छीन लिया है.
लॉकडाउन ने छीना रोजगार
बहरहाल, कोरोना वायरस की वजह से किए गए लॉकडाउन ने लोगों से रोजगार छीन लिया है, जो लोग तपती धूप में सड़कों पर निकलकर गन्ने का रस ढूंढते थे, अब वह घरों में बैठकर लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं. उम्मीद है कि, कोरोना वायरस की महामारी जल्द खत्म होगी और लोगों को फिर से रोजगार मिल सकेगा.