राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रामेन डेका शुक्रवार को राजनांदगांव जिले के दौरे पर पहुंचे. वे दिव्यांग जनों के लिए काम करने वाली एक संस्था के कार्यक्रम में शामिल हुए. दिव्यांगजनों के कार्यक्रम में पहुंचे राज्यपाल ने कहा कि यहां आकर बहुत खुशी हुई. हम लोगों को जितना हो सके, दिव्यांगों की सहायता करनी चाहिए. दिव्यांगों को यह महसूस नहीं होना चाहिए कि वह समाज से उपेक्षित हैं.
दिव्यांगों की समाज में भागीदारी बढ़ाने की जरूरत: राज्यपाल रमेन डेका ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि दिव्यांगों में मौजूद क्षमता को बढ़ाने के लिए उन्हें शिक्षित प्रशिक्षित करने में समाज का विशेष योगदान होना चाहिए. उन्होंने कहा कि दिव्यांगों में सिक्स सेंस ज्यादा रहता है. इसे और सक्रिय कर उनकी कार्य क्षमता को बढ़ाया जा सकता है. यह काम केवल सरकार द्वारा पूरा करना संभव नहीं होता, इसके लिए समाज की भागीदारी बढ़ाई जानी चाहिए.
जिन दिव्यांगजनों को प्रशिक्षण के पश्चात विभिन्न संस्थाओं में नौकरी मिल गई है, वे इसे अपनी संपूर्ण मंजिल न समझें, बल्कि आगे बढऩे के लिए प्रयास करते रहें-रामेन डेका, राज्यपाल, छत्तीसगढ़
राजभवन से दिव्यांगों को ढाई लाख रुपये की दी मदद: राज्यपाल ने दिव्यांगों के लिए समर्पित संस्था को 2 लाख 50 हजार रुपए राजभवन से देने की घोषणा की. उन्होंने यह भी कहा कि शासन द्वारा समाज कल्याण के लिए जितनी योजनाएं है, उनका लाभ इन दिव्यांगों को मिले, इसके लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा.
अभिभावक अपने दिव्यांग बच्चों को प्रोत्साहित करते रहें और उनकी हरसंभव सहायता करें. उनके इस समर्थन और प्रेरणा से ही ये बच्चे जीवन में नई ऊंचाईयां हासिल कर सकते हैं- रामेन डेका, राज्यपाल, छत्तीसगढ़
राज्यपाल ने की लखपति दीदी की तारीफ: राज्यपाल ने राजनांदगांव ब्लॉक के कुसमी गांव की लखपति दीदी दिव्या निषाद की तारीफ की. उन्होंने लखपति दीदी की सफलता की कहानी को दिव्यांगजनों और अन्य लोगों के लिए प्रेरणादायक बताया. दरअसल दिव्या निषाद, गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली में आयोजित एट होम रिसेप्शन में शामिल होने के लिए चयनित हुईं हैं.
कार्यक्रम में सांसद संतोष पाण्डेय भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि पूरे छत्तीसगढ़ में राजनांदगांव ऐसा जिला है, जहां सीआरसी (दिव्यांगजन कौशल विकास, पुनर्वास एवं सशक्तिकरण समेकित क्षेत्रीय केन्द्र) की स्थापना की गई है. यहां दिव्यांगों को विशेष रूप से शिक्षित प्रशिक्षित किया जा रहा है.
राज्यपाल ने कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली. राज्यपाल रामेन डेका ने कहा कि कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में प्रधानमंत्री के फ्लैगशिप कार्यक्रम के साथ ही वाटर हार्वेस्टिंग, जल संसाधन और अन्य विषयों को लेकर चर्चा की गई. वहीं एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत वृक्षारोपण भी किया गया.