रायपुर: कोरोना के संक्रमण से पूरा विश्व जूझ रहा है. भारत में भी दिन-प्रतिदिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. पूरे देश में 21 दिनों का लॉक डाउन घोषित है. छत्तीसगढ़ में भी लॉक डाउन की घोषणा होने के पहले ही पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू की गई थी और इसके साथ ही सभी स्कूल और कॉलेजों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया था. इस लॉक डाउन ने स्टूडेंट्स की पढ़ाई पर बुरा असर डाला है.
छत्तीसगढ़ में कोरोना पॉजिटिव का पहला केस आने के साथ ही पूरे प्रदेश में 19 मार्च से धारा 144 लागू कर दिया गया. इसके साथ 31 मार्च तक के लिए सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का आदेश जारी किया गया. जिस वक्त ये आदेश जारी किया गया उस समय छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 10वीं और 12वी कक्षाओं की परीक्षा चल रही थी. अचानक आदेश के बाद सभी परीक्षाओं को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया. इसके साथ ही विश्वविद्यालों ने भी घोषित समय सारिणी को निरस्त कर दिया और अगले आदेश तक सभी वार्षिक परीक्षाओं को निरस्त कर दिया.
निरस्त की गई परीक्षाएं
देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री ने पूरे देश में 21 दिनों के लॉक डाउन की घोषणा कर दी, इसके साथ ही आगामी 14 अप्रैल तक सभी परीक्षाएं निरस्त कर दी गई. परीक्षाओं के निरस्त होते ही छात्रों की परेशानी बढ़ने लगी. माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 21 मार्च से 31 मार्च तक होने वाली सभी परीक्षाओं को निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया था. इसमें 12 बोर्ड की परीक्षाएं प्रभावित हुईं. कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए CBSE ने भी सभी परीक्षाओं को निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया था. CG बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की बाकी परीक्षाओं का नया टाइम टेबल जारी किया है, इसके अनुसार 5 मई से 8 मई तक बाकी परीक्षाएं ली जाएगी.
छात्रों की पढ़ाई हो रही प्रभावित
प्रदेश में लगभग 4 लाख से ज्यादा छात्रों ने 10वीं बोर्ड की परीक्षा दी थी. 12 के 2 लाख 8 हजार से ज्यादा छात्र परीक्षा निरस्त होने से प्रभावित हुए हैं. शासन ने बोर्ड परीक्षाओं के छात्रों को छोड़कर सभी कक्षा के छात्रों को जनरल प्रमोशन दे दिया है. 12वीं और 10वीं के जिन छात्रों की परीक्षा निरस्त की गई थी उनकी परीक्षा की तारीख घोषित कर दी गई है. 12वीं कक्षा के छात्र अपनी आगे की पढ़ाई को लेकर चिंतित हैं. अप्रैल माह तक सभी छात्र कॉलेज के एंट्रेंस एक्जाम की तैयारी में जुट जाते थे, लेकिन कोरोना के संक्रमण की वजह से उसे भी निरस्त कर दिया गया है.
कॉलेज के छात्रों की बढ़ी परेशानी
कॉलेज में आनलाइन क्लॉस के जरिए पढ़ाई कराई जा रही है, छात्रों को उस आधार पर असाइनमेंट दिए जा रहे हैं. छात्र ने बताया कि अब तक परीक्षा की कोई तारिख तय नहीं की गई है. इसलिए जिस तरह से पढ़ाई चल रही है वे कर रहे है. वहीं वार्षिक परीक्षा देने वाले छात्रों की पढ़ाई तो पूरी हो चुकी है,लेकिन परीक्षा नहीं हो पाई है इसे लेकर वे खासे चिंतित नजर आ रहे है.
जहां कुछ छात्रों को अपने रिजल्ट का इंतजार है तो वहीं कुछ छात्र ऐसे भी है जो बस अपनी परीक्षा जल्द ही खत्म कर कॉलेज में कदम रखना चाहते है. ऐसे में देखना ये होगा की लॉक डाउन के खत्म होने के साथ छात्रों की दुविधा खत्म होती है या नहीं...