ETV Bharat / state

'नफरत की आग के बीच भी हम साथ-साथ हैं'

ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान हिन्दू और मुस्लिम दोनों ही समुदायों के लोगों ने खुलकर नफरती दंगों की मुखालफत की है. इस दौरान हमें फुरकान और सुनील मिले, जो दोस्त हैं. फुरकान ने बताया कि हम शुरू से ही इस जगह पर हिन्दू और मुस्लिम सौहार्द के साथ रह रहे हैं.

Story of love and peace from jafarabad delhi in ETV BHARAT Special report
'नफरत की आग के बीच भी हम साथ-साथ हैं'
author img

By

Published : Feb 26, 2020, 6:58 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी में बीते तीन दिनों से दिल्ली नफरत की आग में जल रही है. लेकिन मंगलवार को देर रात यहां स्थिति नियंत्रण में आती दिखी और इसी बीच ईटीवी भारत ने देखी मजहबी दीवार के बीच दोस्ती और भाईचारे की ऐसी कहानियां, जिन्हें वर्तमान समय में हर दिल्ली वाले को सुनना चाहिए.

'नफरत की आग के बीच भी हम साथ-साथ हैं'
'एकसुर से नफरत की मुखालफत'जाफराबाद में ईटीवी भारत ने कई लोगों से बातचीत की. इनमें हिन्दू और मुस्लिम दोनों ही समुदायों के लोग थे और दोनों ने ही खुलकर ऐसे नफरती दंगों की मुखालफत की. इनमें हमें फुरकान और सुनील मिले, जो दोस्त हैं. फुरकान ने बताया कि हम शुरू से हिन्दू और मुस्लिम एक साथ मिलकर सौहार्द के साथ रह रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि अभी जबकि दो दिनों से दुकानें बंद हैं और बच्चों तक को दूध नहीं मिल पा रहा, ऐसे में हमारे एक हिन्दू भाई ने खुद दूध की व्यवस्था कर हम तक पहुंचाया है.'प्यार-मोहब्बत को तरजीह'यहां हमें एक मुस्लिम भाई मिले जो बीते 15 साल से यहां एक हिन्दू के घर में रहते आ रहे हैं और उन्हें आज तक किसी भी तरह की कोई तकलीफ नहीं हई है. यहां हमने कई हिंदुओं और कई मुस्लिम युवाओं से बातचीत की और सभी ने नेताओं व सियासत को कठघरे में खड़ा करते हुए प्यार-मोहब्बत की बात को तरजीह देते रहे.

नई दिल्ली: राजधानी में बीते तीन दिनों से दिल्ली नफरत की आग में जल रही है. लेकिन मंगलवार को देर रात यहां स्थिति नियंत्रण में आती दिखी और इसी बीच ईटीवी भारत ने देखी मजहबी दीवार के बीच दोस्ती और भाईचारे की ऐसी कहानियां, जिन्हें वर्तमान समय में हर दिल्ली वाले को सुनना चाहिए.

'नफरत की आग के बीच भी हम साथ-साथ हैं'
'एकसुर से नफरत की मुखालफत'जाफराबाद में ईटीवी भारत ने कई लोगों से बातचीत की. इनमें हिन्दू और मुस्लिम दोनों ही समुदायों के लोग थे और दोनों ने ही खुलकर ऐसे नफरती दंगों की मुखालफत की. इनमें हमें फुरकान और सुनील मिले, जो दोस्त हैं. फुरकान ने बताया कि हम शुरू से हिन्दू और मुस्लिम एक साथ मिलकर सौहार्द के साथ रह रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया कि अभी जबकि दो दिनों से दुकानें बंद हैं और बच्चों तक को दूध नहीं मिल पा रहा, ऐसे में हमारे एक हिन्दू भाई ने खुद दूध की व्यवस्था कर हम तक पहुंचाया है.'प्यार-मोहब्बत को तरजीह'यहां हमें एक मुस्लिम भाई मिले जो बीते 15 साल से यहां एक हिन्दू के घर में रहते आ रहे हैं और उन्हें आज तक किसी भी तरह की कोई तकलीफ नहीं हई है. यहां हमने कई हिंदुओं और कई मुस्लिम युवाओं से बातचीत की और सभी ने नेताओं व सियासत को कठघरे में खड़ा करते हुए प्यार-मोहब्बत की बात को तरजीह देते रहे.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.