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FIR, जेल और जमानत, 30 दिन में अमित जोगी ने सब देख लिया - अमित जोगी को हाईकोर्ट ने जमानत दी

अमित जोगी के ऊपर विधानसभा चुनाव के दौरान जाति के संबंध में प्रस्तुत किए गए दस्तावेज को लेकर समीरा पैकरा ने FIR दर्ज कराया था, जिसके कारण अमित को 30 दिन जेल में बीताने पड़े. वहीं कुछ दिन हॉस्पिटल में. इस बीच का सियासी ड्रामों से राजनीतिक गलियारों में हलचल मची थी.

अमित जोगी
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Published : Oct 4, 2019, 11:46 PM IST

Updated : Oct 4, 2019, 11:58 PM IST

रायपुर: अमित जोगी, जिन्हें सियासत भले विरासत में मिली हो लेकिन विवादों ने भी कभी साथ नहीं छोड़ा. पूरे राजनीतिक करियर में जूनियर जोगी कोर्ट कचहरी के फेर में फंसे रहे. अमित जोगी हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद भले शुक्रवार को रिहा हो गए हों लेकिन पिछले 30 दिन उनके लिए जंग से कम नहीं रहे. समीरा पैकरा द्वारा करवाई FIR ने अमित को 30 दिन के लिए सलाखों के पीछे भेज दिया था.

पैकेज.

अमित के साथ 3 सितंबर से लेकर 3 अक्टूबर तक क्या हुआ, क्यों ये एक महीना उनके लिए परेशानी भरा रहा. पॉलीटिकल ड्रामे से लेकर हेल्थ प्रॉब्लम तक सब कुछ जूनियर जोगी के लिए नॉर्मल नहीं रहा. 3 अक्टूबर को उन्हें उच्च न्यायलय से धोखाधड़ी के मामले में जमानत मिली और ढोल-नगाड़ों के बीच उनकी पत्नी ने तिलक लगाकर स्वागत किया.

अमित के लिए ये समय कैसा रहा और उनके साथ क्या हुआ, पढ़िए और समझिए-

  • 2 सितंबर: इस दिन समीरा पैकरा ने उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और 2013 के विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग को अपने जाति और जन्म स्थान से जुड़ी गलत जानकारी देने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. इस रिपोर्ट के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई.
  • 3 सितंबर: पुलिस लाव लश्कर के साथ जोगी के बंगले पर पहुंची और भारी हंगामे के बीच पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई. वहीं इन आरोपों को गलत साबित करने के लिए जूनियर जोगी ने अपने केस की पैरवी खुद करने का फैसला लिया और काले कोर्ट में व्यवहार न्यायलय में जज के सामने अपना पक्ष रखा, लेकिन कमजोर पक्ष के नाते कोर्ट ने उन्हें 15 दिन की न्यायिक रिमांड पर सेंट्रल जेल भेज दिया गया.
  • 4 सिंतबर: अमित जोगी को जेल भेज दिया गया. जहां रात बीतते ही जोगी की तबीयत बिगड़नी शुरू हो गई.
  • 5 सितंबर: इस दिन जेल में ही जोगी की खून और यूरीन की जांच की गई.
  • 6 सितंबर: जोगी की तबीयत बिगड़ने लगी, उन्हें जेल से अपोलो रेफर किया गया, जहां से राजनीतिक ड्रामे के साथ फैमेली ड्रामा भी शुरू हुआ. जोगी फैमली ने राज्य सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए, जिसमें हॉस्पिटल में देखरेख से लेकर इलाज को लेकर हॉस्पिटल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए.
  • 9 सितंबर: अमित जोगी ने हॉस्पिटल के अंदर खुद का वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री व अपोलो प्रबंधन पर साजिश करने का आरोप लगाया.
  • 10 सिंतबर : इन तमाम राजनीतिक ड्रमों के बीच जोगी की दाल गली नहीं और उन्हें बिना बताए सेंट्रल जेल भेज दिया गया.. सेंट्रल जेल पहुंचने के बाद जोगी कार्यकर्ताओं ने हंगामा मचाया. साथ ही विधायक धरमजीत ने भूपेश सरकार पर अमित जोगी पर सख्ती बरतने का आरोप लगाया. अमित की तबीयत में सुधार नहीं होने पर उन्हें वहीं से बालाजी हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया.
  • इन सबके बीच रेणु जोगी ने अपने बेटे अमित जोगी के लिए खुद राज्य सरकार से मिलने का फैसला लिया और सीएम भूपेश बघेल के पास पहुंची, जिसमें उन्होंने जानकारी देते हुए यह बताया कि अमित को मिर्गी के अटैक आते हैं. उन्हें दिल्ली के किसी अच्छे अस्पताल में रेफर किया जाए.
  • हालांकि राज्य सरकार ने ऐसा कुछ किया नहीं, लेकिन अमित का इलाज बालाजी अस्पताल में चलता रहा. वहां से ठीक होने के बाद व्हील चेयर से अमित जोगी कोर्ट पहुंचे और फिर अपने केस की पैरवी की.
  • अपने केस की पैरवी के दौरान जोगी ने कहा कि मेरे खिलाफ प्रत्याशी रही समीरा पैकरा ने मामले FIR दर्ज कराया है जो कि विधि सम्मत नहीं है. जोगी ने कहा कि, 'आज मेरे मामले पर रिमांड खत्म हो रही है, इसलिए मेरा निवेदन है कि मुझे जमानत दी जाए. फिर भी यदि मुझे जमानत नहीं दी जाती तो स्वास्थ्य की स्थिति को ध्यान में रखते हुए जेल प्रशासन मुझे स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराए.'
  • हर बार की तरह इस बार भी जोगी को निराशा ही हाथ लगी और उनकी जमानत याचिका खारिज कर 15 दिन के लिए जेल भेज दिया गया. इन सबके बीच जोगी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन राजनीतिक बयान बाजी चलती रही.
  • फिर 15 दिन का समय बीतने के बाद आखिरकार वो दिन आ ही गया जब अमित जोगी एक बार फिर कोर्ट की शरण में पहुंचे.
  • 3 अक्टूबर का दिन जोगी के लिए एक बार उनकी किस्मत की परीक्षा जैसा था, लेकिन इस बार लक ने जोगी का साथ दिया. कानूनी दांव पेंच के बीच आखिरकार जोगी को राहत मिल ही गई और जमानत हाईकोर्ट ने मंजूर कर ली.
  • 4 अक्टूबर अमित जेल से बाहर आए और उनकी पत्नी ऋचा जोगी ने तिलक लगाकर स्वागत किया.

जाति मामले में एक तरफ जहां अजीत जोगी की मुश्किलें थम नहीं रही हैं, वहीं दूसरी तरफ जूनियर जोगी को एक महीने की जेल ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का ब्लड प्रेशर बढ़ा रखा है.

रायपुर: अमित जोगी, जिन्हें सियासत भले विरासत में मिली हो लेकिन विवादों ने भी कभी साथ नहीं छोड़ा. पूरे राजनीतिक करियर में जूनियर जोगी कोर्ट कचहरी के फेर में फंसे रहे. अमित जोगी हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद भले शुक्रवार को रिहा हो गए हों लेकिन पिछले 30 दिन उनके लिए जंग से कम नहीं रहे. समीरा पैकरा द्वारा करवाई FIR ने अमित को 30 दिन के लिए सलाखों के पीछे भेज दिया था.

पैकेज.

अमित के साथ 3 सितंबर से लेकर 3 अक्टूबर तक क्या हुआ, क्यों ये एक महीना उनके लिए परेशानी भरा रहा. पॉलीटिकल ड्रामे से लेकर हेल्थ प्रॉब्लम तक सब कुछ जूनियर जोगी के लिए नॉर्मल नहीं रहा. 3 अक्टूबर को उन्हें उच्च न्यायलय से धोखाधड़ी के मामले में जमानत मिली और ढोल-नगाड़ों के बीच उनकी पत्नी ने तिलक लगाकर स्वागत किया.

अमित के लिए ये समय कैसा रहा और उनके साथ क्या हुआ, पढ़िए और समझिए-

  • 2 सितंबर: इस दिन समीरा पैकरा ने उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और 2013 के विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग को अपने जाति और जन्म स्थान से जुड़ी गलत जानकारी देने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. इस रिपोर्ट के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई.
  • 3 सितंबर: पुलिस लाव लश्कर के साथ जोगी के बंगले पर पहुंची और भारी हंगामे के बीच पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई. वहीं इन आरोपों को गलत साबित करने के लिए जूनियर जोगी ने अपने केस की पैरवी खुद करने का फैसला लिया और काले कोर्ट में व्यवहार न्यायलय में जज के सामने अपना पक्ष रखा, लेकिन कमजोर पक्ष के नाते कोर्ट ने उन्हें 15 दिन की न्यायिक रिमांड पर सेंट्रल जेल भेज दिया गया.
  • 4 सिंतबर: अमित जोगी को जेल भेज दिया गया. जहां रात बीतते ही जोगी की तबीयत बिगड़नी शुरू हो गई.
  • 5 सितंबर: इस दिन जेल में ही जोगी की खून और यूरीन की जांच की गई.
  • 6 सितंबर: जोगी की तबीयत बिगड़ने लगी, उन्हें जेल से अपोलो रेफर किया गया, जहां से राजनीतिक ड्रामे के साथ फैमेली ड्रामा भी शुरू हुआ. जोगी फैमली ने राज्य सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए, जिसमें हॉस्पिटल में देखरेख से लेकर इलाज को लेकर हॉस्पिटल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए.
  • 9 सितंबर: अमित जोगी ने हॉस्पिटल के अंदर खुद का वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री व अपोलो प्रबंधन पर साजिश करने का आरोप लगाया.
  • 10 सिंतबर : इन तमाम राजनीतिक ड्रमों के बीच जोगी की दाल गली नहीं और उन्हें बिना बताए सेंट्रल जेल भेज दिया गया.. सेंट्रल जेल पहुंचने के बाद जोगी कार्यकर्ताओं ने हंगामा मचाया. साथ ही विधायक धरमजीत ने भूपेश सरकार पर अमित जोगी पर सख्ती बरतने का आरोप लगाया. अमित की तबीयत में सुधार नहीं होने पर उन्हें वहीं से बालाजी हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया.
  • इन सबके बीच रेणु जोगी ने अपने बेटे अमित जोगी के लिए खुद राज्य सरकार से मिलने का फैसला लिया और सीएम भूपेश बघेल के पास पहुंची, जिसमें उन्होंने जानकारी देते हुए यह बताया कि अमित को मिर्गी के अटैक आते हैं. उन्हें दिल्ली के किसी अच्छे अस्पताल में रेफर किया जाए.
  • हालांकि राज्य सरकार ने ऐसा कुछ किया नहीं, लेकिन अमित का इलाज बालाजी अस्पताल में चलता रहा. वहां से ठीक होने के बाद व्हील चेयर से अमित जोगी कोर्ट पहुंचे और फिर अपने केस की पैरवी की.
  • अपने केस की पैरवी के दौरान जोगी ने कहा कि मेरे खिलाफ प्रत्याशी रही समीरा पैकरा ने मामले FIR दर्ज कराया है जो कि विधि सम्मत नहीं है. जोगी ने कहा कि, 'आज मेरे मामले पर रिमांड खत्म हो रही है, इसलिए मेरा निवेदन है कि मुझे जमानत दी जाए. फिर भी यदि मुझे जमानत नहीं दी जाती तो स्वास्थ्य की स्थिति को ध्यान में रखते हुए जेल प्रशासन मुझे स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराए.'
  • हर बार की तरह इस बार भी जोगी को निराशा ही हाथ लगी और उनकी जमानत याचिका खारिज कर 15 दिन के लिए जेल भेज दिया गया. इन सबके बीच जोगी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन राजनीतिक बयान बाजी चलती रही.
  • फिर 15 दिन का समय बीतने के बाद आखिरकार वो दिन आ ही गया जब अमित जोगी एक बार फिर कोर्ट की शरण में पहुंचे.
  • 3 अक्टूबर का दिन जोगी के लिए एक बार उनकी किस्मत की परीक्षा जैसा था, लेकिन इस बार लक ने जोगी का साथ दिया. कानूनी दांव पेंच के बीच आखिरकार जोगी को राहत मिल ही गई और जमानत हाईकोर्ट ने मंजूर कर ली.
  • 4 अक्टूबर अमित जेल से बाहर आए और उनकी पत्नी ऋचा जोगी ने तिलक लगाकर स्वागत किया.

जाति मामले में एक तरफ जहां अजीत जोगी की मुश्किलें थम नहीं रही हैं, वहीं दूसरी तरफ जूनियर जोगी को एक महीने की जेल ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का ब्लड प्रेशर बढ़ा रखा है.

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amit jogi pkg


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Last Updated : Oct 4, 2019, 11:58 PM IST
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