रायपुर : मंडी शुल्क में संशोधन को लेकर भाजपा किसान मोर्चा ने प्रेस कांफ्रेस किया. इस दौरान बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश प्रभारी संदीप शर्मा ( State incharge BJP Kisan Morcha Sandeep Sharma) ने कहा कि मंडी शुल्क में संशोधन की वजह से किसानों को काफी दिक्कतें आ रही हैं. राज्य सरकार द्वारा मंडी शुल्क में अचानक संशोधन किया गया है. अब मंडी शुल्क में संशोधन के बाद धान शुल्क 2 प्रतिशत की बजाए 5 प्रतिशत देना होगा. किसानों को पहले 31 रुपये मंडी शुल्क देना पड़ता था, जिसे बढ़ाकर अब कर 98 रुपये दिया गया है. इस कारण अब किसानों को काफी दिक्कतें आ रही हैं.
अब सीधे 200 से 250 रुपये टूट गई है मंडियों में लगने वाली बोली
मंडी शुल्क में संशोधन के बाद अब मंडियों में लगने वाली बोली सीधे 200 से 250 रुपये टूट गई है. मंडियों में जब-जब शुल्क बढ़ता है तब-तब उसका सीधा असर किसानों पर पड़ता है. अब सरकार के इस फैसले पर किसानों ने मंडी संशोधन में कमी किये जाने की मांग की है. संदीप (State incharge BJP Kisan Morcha Sandeep Sharma) ने कहा कि किसानों का कहना है कि भाजपा की सरकार में किसान समर्थन मूल्य के आस-पास मंडियों में बेचती थी धान. यह सरकार एक हाथ से किसानों को देने का काम कर रही है तो 10 हाथ से लूटने का भी काम कर रही है. सरकार ने घोषणा पत्र में वादा किया था कि हमारी सरकार में मंडी शुल्क समाप्त कर दिया जाएगा. लेकिन सरकार (Government of Chhattisgarh) ने उल्टा ढाई गुना मंडी शुल्क बढ़ाकर किसानों को लूटने का काम किया है.