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छत्तीसगढ़ विधानसभा ने गौरवशाली परंपराएं स्थापित की हैं : अनुसुइया उइके

छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र में राज्यपाल अनुसुइया उइके ने अपने भाषण के दौरान कहा कि 'हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ विधानसभा की कीर्ति-पताका को ऊंचा करने में सफल होंगे'

Speech of Governor Anusuiya Uike in Chhattisgarh Legislative Assembly
राज्यपाल का भाषण
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Published : Jan 16, 2020, 1:42 PM IST

Updated : Jan 17, 2020, 12:56 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र शुरू हो गया है. राज्यपाल अनुसुइया उइके ने गुरुवार को राज्य की पांचवीं विधानसभा के नववर्ष में आयोजित विशेष सत्र के दौरान अपने भाषण में कहा कि 'छत्तीसगढ़ विधानसभा ने बहुत कम समय में अपनी उत्कृष्ट कार्यप्रणाली से गौरवशाली परंपराएं स्थापित की हैं'.

उन्होंने कहा कि 'आज इस विधानसभा में नए वर्ष में मेरा पहला अवसर है. जिसकी सुखद अनुभूति मुझे भावुक भी कर रही है और एक नई ऊर्जा से ऊर्जित भी कर रही है. मुझे विश्वास है कि हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ विधानसभा की कीर्ति-पताका को ऊंचा करने में सफल होंगे. आप सब प्रदेश की जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने में अपना योगदान पूरे मनोयोग से करें. इसके लिए मेरी शुभकामनाएं'

'संविधान के प्रति निष्ठा प्रदर्शित करने का मौका'

राज्यपाल ने कहा कि 'मेरे लिए यह अत्यंत हर्ष और गौरव का विषय है कि नए वर्ष में छत्तीसगढ़ विधानसभा के कार्यकलापों की शुरुआत एक विशेष अवसर के रूप में हो रही है. जिससे हमें भारत के महान और पावन संविधान के प्रति अगाध निष्ठा, प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने का मौका मिला है.

पढ़े :LIVE: विशेष सत्र, राज्यपाल के अभिभाषण से पहले ही BJP ने किया वॉकआउट

'सौभाग्य का विषय है'

उन्होंने कहा कि 'भारतीय संविधान में अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण की समय-सीमा बढ़ाए जाने के लिए जो निर्धारित प्रक्रिया है, उसे पूरा करने में आपकी भागीदारी दर्ज होना निश्चय ही बड़े सौभाग्य का विषय है'.

पढ़ें :छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र, SC/ST आरक्षण संशोधन विधेयक होगा पास

'सरकार ने बेहतर जिदंगी की रौशनी दी'

राज्यपाल ने आगे कहा कि मुझे यह कहते हुए बहुत प्रसन्नता हो रही है कि सरकार ने छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्गों को बेहतर जिदंगी की रौशनी दी है. इन वर्गों के प्रति संवेदनशीलता और इन्हें संविधान प्रदत्त अधिकारों से सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता ने सरकार के प्रति विश्वास के एक नए युग की शुरुआत की है.

रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र शुरू हो गया है. राज्यपाल अनुसुइया उइके ने गुरुवार को राज्य की पांचवीं विधानसभा के नववर्ष में आयोजित विशेष सत्र के दौरान अपने भाषण में कहा कि 'छत्तीसगढ़ विधानसभा ने बहुत कम समय में अपनी उत्कृष्ट कार्यप्रणाली से गौरवशाली परंपराएं स्थापित की हैं'.

उन्होंने कहा कि 'आज इस विधानसभा में नए वर्ष में मेरा पहला अवसर है. जिसकी सुखद अनुभूति मुझे भावुक भी कर रही है और एक नई ऊर्जा से ऊर्जित भी कर रही है. मुझे विश्वास है कि हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ विधानसभा की कीर्ति-पताका को ऊंचा करने में सफल होंगे. आप सब प्रदेश की जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने में अपना योगदान पूरे मनोयोग से करें. इसके लिए मेरी शुभकामनाएं'

'संविधान के प्रति निष्ठा प्रदर्शित करने का मौका'

राज्यपाल ने कहा कि 'मेरे लिए यह अत्यंत हर्ष और गौरव का विषय है कि नए वर्ष में छत्तीसगढ़ विधानसभा के कार्यकलापों की शुरुआत एक विशेष अवसर के रूप में हो रही है. जिससे हमें भारत के महान और पावन संविधान के प्रति अगाध निष्ठा, प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने का मौका मिला है.

पढ़े :LIVE: विशेष सत्र, राज्यपाल के अभिभाषण से पहले ही BJP ने किया वॉकआउट

'सौभाग्य का विषय है'

उन्होंने कहा कि 'भारतीय संविधान में अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण की समय-सीमा बढ़ाए जाने के लिए जो निर्धारित प्रक्रिया है, उसे पूरा करने में आपकी भागीदारी दर्ज होना निश्चय ही बड़े सौभाग्य का विषय है'.

पढ़ें :छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र, SC/ST आरक्षण संशोधन विधेयक होगा पास

'सरकार ने बेहतर जिदंगी की रौशनी दी'

राज्यपाल ने आगे कहा कि मुझे यह कहते हुए बहुत प्रसन्नता हो रही है कि सरकार ने छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्गों को बेहतर जिदंगी की रौशनी दी है. इन वर्गों के प्रति संवेदनशीलता और इन्हें संविधान प्रदत्त अधिकारों से सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता ने सरकार के प्रति विश्वास के एक नए युग की शुरुआत की है.

Intro:
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         रायपुर, राज्यपाल अनुसुईया उइके ने आज छत्तीसगढ़ राज्य के पांचवी विधानसभा के नववर्ष 2020 में आयोजित प्रथम सत्र के अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा ने अल्प समय में अपनी उत्कृष्ट कार्यप्रणाली से जो गौरवशाली परम्पराएं स्थापित किए हैं, वह इस विधानसभा के इतिहास में सुनहरे पन्ने के रूप में दर्ज हुई हैं। उन्होंने कहा कि आज इस विधानसभा में आने का मेरा पहला अवसर है, जिसकी सुखद अनुभूति मुझे भावुक भी कर रही है और एक नई ऊर्जा से ऊर्जित भी कर रही हैं। राज्यपाल ने कहा कि मुझे विश्वास है कि हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ विधानसभा की कीर्ति-पताका को ऊंचा करने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि आप सब प्रदेश की जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने में अपना योगदान पूरे मनोयोग से करें, इसके लिए मेरी शुभकामनाएं।
         Body:राज्यपाल ने कहा कि मेरे लिए यह अत्यंत हर्ष और गौरव का विषय है कि नये वर्ष में छत्तीसगढ़ विधानसभा के कार्यकलापों की शुरूआत एक विशेष अवसर के रूप में हो रही है, जिससे हमें भारत के महान और पावन संविधान के प्रति अगाध निष्ठा, प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने का अवसर मिला है। इससे हमें संविधान के प्रति अपने कर्तव्य निभाने का अवसर मिला है। भारतीय संविधान में अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण की समय-सीमा बढ़ाये जाने के लिए जो निर्धारित प्रक्रिया है, उसे पूरा करने में आपकी भागीदारी दर्ज होना, निश्चय ही बड़े सौभाग्य का विषय है।
राज्यपाल ने कहा कि मुझे यह कहते हुए बहुत प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है कि मेरी सरकार ने छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्गों को बेहतर जिन्दगी की रोशनी दी है। इन वर्गों के प्रति संवेदनशीलता और इन्हें संविधान प्रदत्त अधिकारों से सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता ने मेरी सरकार के प्रति विश्वास के एक नये युग की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा अपनी परम्परा के अनुरूप लोकतंत्र को और अधिक मजबूत बनाने की चुनौती स्वीकार करेगी। राज्यपाल ने कहा कि आप सबकी सक्रियता और योगदान से ही लोकतंत्र का यह मंदिर जनता जनार्दन की आकांक्षाओं को पूरा करने में सफल होगा।Conclusion:
Last Updated : Jan 17, 2020, 12:56 PM IST
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