रायपुर: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव से पहले सियासी घेरेबंदी और भेंट मुलाकात की राजनीति तेज हो गई है. नई दिल्ली में सोमवार को अमित जोगी ने अमित शाह से मुलाकात की है. इस बात की जानकारी खुद अमित जोगी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर दिया है. अमित जोगी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि "सोमवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी से शिष्टाचार भेंट हुई"
छत्तीसगढ़ में सियासी चर्चाएं तेज: छत्तीसगढ़ के सियासी गलियारों में अमित शाह और अमित जोगी के बीच हुई भेंट मुलाकात पर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है. कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द अमित जोगी अब भाजपा में शामिल होंगे और उनकी पार्टी जेसीसीजे का विलय भाजपा में हो सकता है. लेकिन इस मुद्दे पर न तो बीजेपी की तरफ से कोई बयान जारी किया गया है और ना ही अमित जोगी की तरफ से कुछ कहा जा रहा है. इस मुलाकात के कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं. विलय की उड़ती उड़ती खबरों की किसी तरफ से आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, सिर्फ कयासों का दौर चल रहा है.
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कल नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री श्री @AmitShah जी से शिष्टाचार भेंट हुई। pic.twitter.com/nFpNTxExaS
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अमित जोगी को लोकसभा चुनाव लड़ाने की संभावना: इस मुलाकात के बाद कई तरह के संभावनाओं को तलाशा जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक यह कहा जा रहा है कि अगर जेसीसीजे का बीजेपी में विलय होता है तो अमित जोगी को लोकसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है. उन्हें कोरबा लोकसभा सीट दी जा सकती है. इस तरह की अटकलों पर सिर्फ चर्चा हो रही है, अभी तक इसको लेकर कोई पुष्टि नहीं हुई है. इसे लेकर किसी तरह की ना तो अमित जोगी ने जानकारी दी, न हीं पार्टी की ओर से कोई बयान जारी किया गया है. सिर्फ अमित जोगी ने अमित शाह से मुलाकात को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर फोटो जारी कर ट्वीट किया है.
भूपेश बघेल के खिलाफ अमित जोगी ने लड़ा था चुनाव: साल 2023 के विधानसभा चुनाव में अमित जोगी ने पाटन सीट से उस वक्त के सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ चुनाव लड़ा था. इस सीट पर बीजेपी की तरफ से विजय बघेल ने तगड़ी फाइट दी थी. अमित जोगी के चुनाव लड़ने से त्रिकोणीय मुकाबला यहां हुआ था. तभी से कांग्रेस की तरफ से जोगी कांग्रेस को बीजेपी का बी टीम कहा जा रहा है. कांग्रेस काफी अरसे से जोगी कांग्रेस पर बीजेपी की बी टीम होने का आरोप लगाती रही है.
अजीत जोगी के निधन के बाद बिखरता जेसीसीजे: जब से अजीत जोगी का निधन हुआ है. तब से जेसीसीजे बिखराव के दौर से जूझ रहा है. कई बड़े नेता जेसीसीजे छोड़कर जा चुके हैं. साल 2023 के विधानसभा चुनाव में जोगी कांग्रेस को एक भी सीट नसीब नहीं हुई. इससे पहले साल 2018 के चुनाव में जेसीसीजे को पांच सीटें मिली थी. अब अमित शाह से अमित जोगी के मुलाकात को लेकर जेसीसीजे के बीजेपी में विलय को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है.