रायपुर: छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ का चुनाव अब अंतिम दौर में है. फिलहाल चुनाव की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. संघ में विभिन्न पदों के लिए चुनाव होने हैं. ऐसे में उम्मीदवारों ने भी नामांकन दाखिल कर दिए हैं. नामांकन के बाद चुनाव की स्थिति थोड़ी साफ हुई है. नामांकन पर नजर डाली जाए तो, कोषाध्यक्ष के एक पद के लिए 2 आवेदन आए हैं, सचिव के लिए 6 पदों के लिए 11 आवेदन आए हैं. इसी तरह अन्य पदों के लिए भी उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है.
चुनाव की प्रक्रिया
- प्रक्रिया के तहत 19 जुलाई तक नांमाकन वापस लिए जा सकते हैं.
- 20 जुलाई को उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की जाएगी.
- 25 जुलाई को ओलंपिक संघ का चुनाव होगा.
अध्यक्ष और महासचिव पद के लिए एक-एक नामांकन भरा गया है. इससे बतौर अध्यक्ष ओलंपिक संघ की कमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों में होना तय माना जा रहा है. साथ ही गुरुचरण सिंह होरा का महासचिव बनाना भी तय हैं. ETV भारत ने संभावित महासचिव गुरुचरण सिंह होरा से ओलंपिक संघ चुनाव को लेकर खास बातचीत की है.
छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव पद के उम्मीदवार गुरुचरण सिंह होरा का कहना है कि इस बार ओलंपिक संघ का चुनाव नियम के तहत कराया जा रहा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से ओलंपिक संघ अध्यक्ष बनने के लिए निवेदन किया गया था. जिसके बाद उन्होंने सहमति दे दी है. लेकिन इसके अलावा बाकी के पदों पर उनका किसी भी तरह का दखल नहीं है. उन पदों के लिए नियमानुसार प्रक्रिया अपनाई जा रही है.
नियम से हर पद के लिए चुनाव प्रक्रिया
छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ का चुनाव इस बार नियमों को ध्यान में रख कर कराए जा रहे हैं. चुनाव 25 जुलाई को होना है इसके पहले नामांकन की प्रक्रिया की जा रही है. संघ में अध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष के लिए एक-एक पद हैं. उपाध्यक्ष के 10, संयुक्त सचिव के 6 पदों के साथ 12 पद कार्यकारिणी सदस्यों के हैं. पहली बार इन सभी पदों के लिए नामांकन भरे गए हैं. अब तक ऐसा होता रहा है कि एक अध्यक्ष के चयन के बाद बाकी पदों पर अध्यक्ष ही नियुक्ति करते थे. लेकिन इस बार सभी पदों के लिए चुनाव की प्रक्रिया हो रही है. गुरुचरण सिंह ने कहा कि इस बार ओलंपिक संघ चुनाव के लिए बस्तर से लेकर सरगुजा और कोरिया तक के खेल संघों के सदस्यों ने नामांकन दाखिल किए हैं. यही वजह है कि खिलाड़ियों में उत्साह का माहौल है.
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IAS, IPS भी नहीं होंगे संघ पदाधिकारी
गुरुचरण सिंह होरा ने बातचीत के दौरान साफ किया कि इस बार ओलंपिक संघ में मंत्री, IAS और IPS नहीं है. जबकि पहले संघ में इन्हें नियुक्तियां दी जाती थी. पहले से ही सभी पदों पर नाम तय कर दिए जाते थे. गुरुचरण ने कहा इस बार ओलंपिक संघ चुनाव के लिए भारतीय ओलंपिक संघ के रिटायर्ड जज को अप्वॉइंट भी किया गया है. होरा ने बताया कि चुनाव की प्रक्रिया पिछले 7 महीनों से चल रही है.
BJP पर साधा निशाना
गुरुचरण सिंह होरा ने BJP शासनकाल के दौरान प्रदेश में खेल की स्थिति पर भी अपनी बात रखी है. उनका कहना था कि क्रिकेट स्टेडियम बना, आईपीएल का मैच हुआ, लेकिन बीसीसीआई के मैच नहीं हुए. उन्होंने ये भी कहा कि इस क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला पूर्व में कांग्रेस सरकार के दौरान अजीत जोगी ने रखी थी. गुरुचरण ने बताया कि हॉकी स्टेडियम बनाया गया है लेकिन उसे मेंटेन नहीं कर पा रहे हैं. ओलंपिक ट्रैक भी बनाए गए हैं उसका मेंटेनेंस भी नहीं हो पा रहा है. उन्होंने BJP शासन के दौरान कुछ मैदानों के बनने की बात मानी लेकिन कहा कि जरुर बने लेकिन उस दौरान खिलाड़ी नहीं बन सके हैं.
कांग्रेस की तारीफ
गुरुचरण का दावा है कि भूपेश सरकार के आने के बाद खिलाड़ियों को महत्व दिया गया है. यही वजह है कि आने वाले समय में प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों का एक बदला हुआ स्वरूप देखने को मिलेगा. बात दें कि भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के अध्यक्ष बनने वाले तीसरे मुख्यमंत्री होंगे. इसके पहले पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ओलंपिक संघ के अध्यक्ष रहे हैं.