रायपुर: देश के इकलौते चंदखुरी के कौशल्या माता मंदिर में तीन दिवसीय माता कौशल्या महोत्सव का आयोजन चल रहै है. महोत्सव में देश के कई नामचीन कलाकार शामिल होकर अपने कला की प्रस्तुति दे रहे हैं. रविवार कौशल्या महोत्सव में जानी-मानी भजन गायिका कविता पौडवाल चंदखुरी पहुंची इस दौरान उन्होंने अपने भजन से लोगों को भक्ति में डुबो दिया.
सवाल: पहली बार माता कौशल्या मंदिर में आपका आना हुआ है, कैसा रहा आपका अनुभव?
जवाब: यहां आना बहुत ही दिव्य अनुभव है. माता कौशल्या का मंदिर है ऐसा मुझे जानकारी नहीं थी. जितने भी राम भक्त हैं, उन्हें माता कौशल्या के मंदिर आना चाहिए. पुरुषोत्तम श्रीराम का यह ननिहाल है, तो राम भक्तों का यहां आना बनता ही है.
सवाल: आपने अपनी प्रस्तुति के दौरान रामनामी संप्रदाय के साथ गाना गाया, उनके साथ मुलाकात कर आपको कैसा अनुभव हुआ?
जवाब: रामनामी संप्रदाय से मिलकर मैं बिल्कुल अवाक रह गयी, उनके बारे में मैंने बहुत सारी डॉक्यूमेंट्री देखी है. लेकिन जब आप आमने-सामने उनसे मुलाकात करते हैं, तो आपको इस बात का एहसास होता है. आज के इस युग में भी ऐसे लोग हैं जो अपनी भक्ति को जीते हैं, उनके साथ मिलना और उनके साथ परफॉर्म करना है. मुझे ऐसा लग रहा है कि प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद मुझे मिला है.
सवाल: आपकी माता अनुराधा पौडवाल भजन संगीत गाती हैं, क्या आप भी उनके नक्शे कदम पर चल रही हैं, आपने म्यूजिक करियर की शुरुआत आपने कहां से की?
जवाब: मैंने अपनी म्यूजिक करियर की शुरुआत प्लेबैक सिंगिंग से की. मैंने ए आर रहमान, एम एम किरवानी जिनका नाटू नाटू गाना है, उनके साथ मैंने काम किया. लेकिन आपके लिए कोई और चुनता है कि आपको अपना नाम और मकाम कहां होगा. यहां जो लोगो का प्यार और सम्मान मिल रहा है. मेरे लिए वही मायने रखता है.
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सवाल: संगीत के क्षेत्र में जो युवा आ रहे हैं उन्हें क्या संदेश देना चाहेंगी?
जवाब: थोड़ा पेशंस रखिए, हर चीजों में हड़बड़ी मत करिए, आप जितना समय देंगे आपको जरूर सक्सेस मिलेगी, जितना समय आप देंगे उतना आपका कैरियर लंबा होगा.