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जाति प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया का होगा सरलीकरण: भूपेश बघेल

मंत्रालय में राज्य स्तरीय सतर्कता और मॉनिटरिंग समिति की बैठक आयोजित की गई. मीटिंग में राज्य में जाति प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया के सरलीकरण और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम जैसे मामलों पर चर्चा की गई.

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Published : Jul 26, 2019, 10:40 PM IST

मंत्रालय में राज्य स्तरीय सतर्कता और मॉनिटरिंग समिति की बैठक आयोजित की गई.

रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में मंत्रालय महानदी भवन में राज्य स्तरीय सतर्कता और मॉनिटरिंग समिति की बैठक हुई. जिसमें राज्य में जाति प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया के सरलीकरण करने के उद्देश्य से पांच विधायकों सहित एक समिति का गठन किया गया है.

समिति अलग-अलग राज्यों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग के लोगों के जाति प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया का अध्ययन करेगी. इसके साथ झारखंड और ओड़िशा राज्यों का दौरा कर वहां जाति प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया देखेगी और अपने सुझाव देगी.

बैठक में राज्य में जाति प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया के सरलीकरण और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम जैसे मामलों पर चर्चा की गई.

रामपुकार सिंह होंगे समिति के अध्यक्ष
पूर्व मंत्री और विधायक रामपुकार सिंह गठित समिति के अध्यक्ष होंगे. इसके अलावा ननकी राम कंवर, पुन्नूलाल मोहले, भुनेश्वर बघेल, मनोज मंडावी सहित अनुसूचित जाति, जनजाति विभाग के सचिव और संचालक भी समिति के सदस्य होंगे.

समुदाय के लोगों से भी करें चर्चा
मुख्यमंत्री ने कहा कि, 'ये समिति जब राज्यों के दौरे पर जाएं, तो वहां सरकार के अधिकारियों के साथ समुदाय के लोगों से भी चर्चा करे'. उन्होंने समिति को तीन महीने में अपनी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए.

फर्जी जाति प्रमाण-पत्र पर कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि, 'फर्जी जाति प्रमाण-पत्र के आधार पर जो लोग शासकीय सेवा में कार्यरत हैं, उनके प्रमाण-पत्रों की जांच में तेजी लाई जाए और दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए'.

अत्याचार के प्रकरणों पर जल्द निराकरण के निर्देश
उन्होंने (अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम) के तहत दर्ज प्रकरणों का जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही जिन प्रकरणों में न्यायालय से स्थगन मिला है उनमें स्टे वेकेंट कराने के प्रयास किए जाएं. (अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम) के तहत न्यायालयों मे पैरवीकर्ता लोक अभियोजकों के कार्यो की समीक्षा करने के निर्देश विधि विभाग के प्रमुख सचिव को दिए.

अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन पुरस्कार का भुगतान जल्द
मुख्यमंत्री ने कहा कि, अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के लंबित प्रकरणों में दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान जल्द किया जाए.

रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में मंत्रालय महानदी भवन में राज्य स्तरीय सतर्कता और मॉनिटरिंग समिति की बैठक हुई. जिसमें राज्य में जाति प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया के सरलीकरण करने के उद्देश्य से पांच विधायकों सहित एक समिति का गठन किया गया है.

समिति अलग-अलग राज्यों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग के लोगों के जाति प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया का अध्ययन करेगी. इसके साथ झारखंड और ओड़िशा राज्यों का दौरा कर वहां जाति प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया देखेगी और अपने सुझाव देगी.

बैठक में राज्य में जाति प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया के सरलीकरण और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम जैसे मामलों पर चर्चा की गई.

रामपुकार सिंह होंगे समिति के अध्यक्ष
पूर्व मंत्री और विधायक रामपुकार सिंह गठित समिति के अध्यक्ष होंगे. इसके अलावा ननकी राम कंवर, पुन्नूलाल मोहले, भुनेश्वर बघेल, मनोज मंडावी सहित अनुसूचित जाति, जनजाति विभाग के सचिव और संचालक भी समिति के सदस्य होंगे.

समुदाय के लोगों से भी करें चर्चा
मुख्यमंत्री ने कहा कि, 'ये समिति जब राज्यों के दौरे पर जाएं, तो वहां सरकार के अधिकारियों के साथ समुदाय के लोगों से भी चर्चा करे'. उन्होंने समिति को तीन महीने में अपनी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए.

फर्जी जाति प्रमाण-पत्र पर कार्रवाई
मुख्यमंत्री ने कहा कि, 'फर्जी जाति प्रमाण-पत्र के आधार पर जो लोग शासकीय सेवा में कार्यरत हैं, उनके प्रमाण-पत्रों की जांच में तेजी लाई जाए और दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाए'.

अत्याचार के प्रकरणों पर जल्द निराकरण के निर्देश
उन्होंने (अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम) के तहत दर्ज प्रकरणों का जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही जिन प्रकरणों में न्यायालय से स्थगन मिला है उनमें स्टे वेकेंट कराने के प्रयास किए जाएं. (अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम) के तहत न्यायालयों मे पैरवीकर्ता लोक अभियोजकों के कार्यो की समीक्षा करने के निर्देश विधि विभाग के प्रमुख सचिव को दिए.

अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन पुरस्कार का भुगतान जल्द
मुख्यमंत्री ने कहा कि, अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के लंबित प्रकरणों में दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान जल्द किया जाए.

Intro:भूपेश सरकार का बड़ा फ़ैसला,
जाति प्रमाण पत्र सरलीकरण को लेकर बनी समिति..
रामपुकार सिंह की अध्यक्षता में दल करेगा अध्ययन…

जाति प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाएगा: श्री भूपेश बघेल

अध्ययन कर सुझाव देने पांच विधायक सहित समिति का गठन

समिति झारखंड और ओड़िशा का भ्रमण कर जाति प्रमाण-पत्र बनाने
की प्रक्रिया का अध्ययन करेगी समिति

समिति की बैठक में फर्जी प्रमाण-पत्र धारकों के विरूद्ध कार्रवाई में तेजी लाने के निर्देश

रायपुर, छत्तीसगढ़ में जाति प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया के सरलीकरण करने के उद्देश्य से पांच विधायकों सहित एक समिति का गठन किया गया है। यह समिति विभिन्न राज्यों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग के लोगों के जाति प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया का अध्ययन करेगी और झारखंड, ओड़िशा राज्यों का दौरा कर वहां जाति प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया देखेगी और अपने सुझाव देगी।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित राज्य स्तरीय सतर्कता एवं मॉनिटरिंग समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया।

पूर्व मंत्री और विधायक रामपुकार सिंह जाति प्रमाण-पत्र बनाने की प्रक्रिया के सरलीकरण के लिए गठित समिति के अध्यक्ष होंगे।इसके अलावा ननकी राम कंवर, पुन्नूलाल मोहले, भुनेश्वर बघेल, मनोज मंडावी सहित अनुसूचित जाति, जनजाति विभाग के सचिव और संचालक भी समिति के सदस्य के रूप में रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समिति जब राज्यों के दौरे पर जाए तो वहां सरकार के अधिकारियों के साथ समुदाय के लोगों से भी चर्चा करें। उन्होंने समिति को तीन माह में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गलत जाति प्रमाण-पत्र के आधार पर जो लोग शासकीय सेवा में कार्यरत हैं उनके प्रमाण-पत्रों की जांच के कार्यो में तेजी लायी जाए और दोषियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाए। उन्होंने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण अधिनियम) के तहत दर्ज प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करने के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन प्रकरणों में न्यायालय से स्थगन मिला है उनमें स्टे वेकेट कराने के प्रयास किए जाएं।

बैठक में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण अधिनियम) के तहत दर्ज प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा की गई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के लंबित प्रकरणों में दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान जल्द किया जाए। उन्होंने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण अधिनियम) के तहत न्यायालयों मे पैरवीकर्ता लोक अभियोजकों के कार्यो की समीक्षा करने के निर्देश विधि विभाग के प्रमुख सचिव को दिए।

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