रायपुर : छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कुछ पदाधिकारी शुक्रवार को निर्वाचन आयोग पहुंचे और उन्होंने भाजपा के द्वारा आयोग में की जा रही गलत शिकायतों पर कार्रवाई की मांग की. कांग्रेस पदाधिकारियों का कहना है कि यदि भाजपा के सदस्यों द्वारा कांग्रेस के पदाधिकारियों द्वारा की गई शिकायत गलत है, तो शिकायतकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
छत्तीसगढ़ के महामंत्री गिरीश देवांगन के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल निर्वाचन आयोग पहुंचा और उन्होंने शैलेश नितिन त्रिवेदी को मिले नोटिस का जवाब दिया. साथ ही प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा के शिकायतकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता किरणमई नायका का कहना था कि शायद भाजपा के लोगों को नहीं पता है कि कौन सी बातें आचार संहिता के उल्लंघन में आती है और कौन सी नहीं. चुनाव ठीक ढंग से संचालित हो रहा है और भाजपा को कोई मुद्दा नहीं मिल रहा है. इस कारण भाजपा के सदस्य कांग्रेस के खिलाफ दुष्प्रचार कर गलत शिकायतें कर रहे हैं.
निर्वाचन पदाधिकारी से चर्चा की और कार्रवाई की मांग की
शैलेश नितिन त्रिवेदी को लेकर की गई शिकायत की जांच की जानी चाहिए और यह शिकायत गलत पाई जाती है, तो भाजपा के शिकायतकर्ता के खिलाफ आयोग से कार्रवाई किए जाने की मांग कांग्रेस ने की है. कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान भी कई शिकायतें की थी, लेकिन अब तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इस बात को लेकर भी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से चर्चा की और कार्रवाई की मांग की है.
कांग्रेस ने की थी जांच की मांग
कांग्रेस का दावा है कि शैलेश के द्वारा दिया गया बयान कारवा मैगजीन में प्रकाशित समाचार के आधार पर था, जिसमें कहा गया है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री येदुरप्पा से मिली डायरी में कई बड़े नेताओं के नाम लेनदेन में सामने आए हैं, जिसकी जांच की मांग कांग्रेस ने की थी और कांग्रेस अपनी इस मांग पर आज भी काबिज है.
भाजपा को देना चाहिए जबाब
कांग्रेस का कहना है कि यदि इस तरह की डायरी में कोई उल्लेख है तो भाजपा को इसका जवाब देना चाहिए क्योंकि अगर किसी भी दल पर आरोप लगता है तो उसकी जांच होनी चाहिए जिसकी मांग कांग्रेस कर रही है.
शैलेश नितिन त्रिवेदी से 24 घंटे के भीतर मांगा जबाब
शैलेश के इसी बयान को लेकर भाजपा के द्वारा निर्वाचन आयोग में शिकायत की गई थी. जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने शैलेश नितिन त्रिवेदी को नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा था. इसी जवाब को देने शुक्रवार को शैलेश नितिन त्रिवेदी सहित कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल निर्वाचन आयोग पहुंचा.