रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया है. 21 दिसंबर से शुरू हुआ 30 दिसंबर तक चलना था, लेकिन दो दिन पहले ही सत्र समाप्त हो गया. सरकार ने दो दिन पहले ही सत्रावसान की घोषणा कर दी. शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन कार्रवाई के दौरान नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के विरोध में महत्वपूर्ण अशासकीय संकल्प सर्वसम्मति से पारित किया गया.
इस सत्र में पारित हुए काम
शीतकालीन सत्र की कुल 5 बैठकों में लगभग 21 घंटे चर्चा हुई. शीतकालीन सत्र में तारांकित प्रश्नों की 505 और अतारांकित प्रश्नों की 456, कुल 961 प्रश्नों की सूचनाएं मिली. जिसमें से 22 प्रश्नों पर सभा में अनुपूरक प्रश्न पूछे गये. स्थगन की कुल 117 सूचनाएं प्राप्त हुई. जिसमें से एक विषय से संबंधित 29 सूचनाओं को सदन में पढ़ने और शासन का वक्तव्य सुनने के बाद ग्राह्य (लिए जाने लायक) की गई. इसके अलावा एक विषय से संबंधित 16 सूचनाओं पर ग्राह्यता की चर्चा के बाद उन्हें प्रस्तुत करने की अनुमति नहीं दी गई. एक विषय से संबंधित 44 सूचनाएं ध्यानाकर्षण के रूप में परिवर्तित की गई और 28 सूचनाएं अग्राह्य की गई.
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ध्यानाकर्षण की कुल 252 सूचनाएं मिली. जिसमें 67 सूचनाएं ग्राह्य हुई और 28 सूचनाएं शून्यकाल में परिवर्तित की गई. शून्यकाल की 52 सूचनाएं प्राप्त हुई, जिसमें 35 सूचनाएं ग्राह्य और 17 सूचनाएं अग्राह्य रही. नियम 139 के अधीन 2 सूचनायें प्राप्त हुई और ग्राह्य की गई. इस सत्र में विनियोग विधेयक सहित 7 विधेयकों की सूचनाएं प्राप्त हुई और सभी चर्चा के बाद पारित हुए. वित्तीय कार्यों के तहत द्वितीय अनुपूरक अनुमान पर 4 घंटे 10 मिनट चर्चा हुई.