ETV Bharat / state

स्कूलों में जाकर मिड-डे मील का जायजा लें DEO : मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम - रायपुर

स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम की अध्यक्षता में स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक हुई.

मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम
author img

By

Published : Nov 21, 2019, 7:17 AM IST

Updated : Nov 21, 2019, 1:17 PM IST

रायपुर : स्कूल शिक्षा विभाग की बुधवार को एक महत्वपूर्ण बैठक रखी गई थी. बैठक की अध्यक्षता स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने की. इस दौरान शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई. इस दौरान मंत्री ने जिला शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों में जाकर मिड-डे मील का जायजा लेने के निर्देश दिए.

स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक

मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने समीक्षा बैठक में स्कूलों को आवंटित जमीन को राजस्व अभिलेख में दर्ज कराने, अधोसंरचना और मरम्मत के कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए.

उन्होंने बरसात के कारण खराब हुए स्कूल भवनों की मरम्मत और रंग-रोगन का कार्य कराने के भी निर्देश जिला शिक्षा अधिकारियों को दिए हैं.

परीक्षा के परिणाम जल्द ही घोषित किए जाएंगे

बैठक के दौरान बताया गया कि शिक्षकों के रिक्त पदों के लिए हुई चयन परीक्षा के परिणाम जल्द ही घोषित किए जाएंगे. इस संबंध में संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा और जिला शिक्षा अधिकारियों को भर्ती प्रक्रिया के संबंध में आवश्यक तैयारियां करने को कहा गया है.

पढ़ें :प्रदेश में पहली बार होगा आदिवासी नृत्य महोत्सव, हर राज्य के सीएम को मंत्री देंगे न्योता

रिक्त पदों पर की जानी है पदोन्नति

इसी प्रकार रिक्त पदों पर पदोन्नति भी की जानी है. इसके लिए पदोन्नति के नए नियमानुसार रोस्टर का पालन करते हुए कार्रवाई की तैयारी के निर्देश दिए गए. संभागीय शिक्षा अधिकारियों को व्याख्याताओं के विषयवार रिक्त पदों की जानकारी 30 नवंबर तक संचालक लोक शिक्षक को उपलब्ध कराने को कहा गया है.

जिला शिक्षा अधिकारियों को दिए निर्देश

मंत्री टेकाम ने स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में जिला शिक्षा अधिकारियों को मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के तहत स्कूलों में जाकर निरीक्षण करने के निर्देश दिए.

पढ़ें :कौशिक को सीएम बघेल की नसीहत, 'नहीं होनी चाहिए खेल में राजनीति'

कोरिया जिले का दिया उदाहरण

उन्होंने कहा कि 'शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता की दृष्टि से जितनी ज्यादा मेहनत करेंगे, उतनी ज्यादा रुचि लोगों की शिक्षा के प्रति बढ़ेगी. स्कूल शिक्षा मंत्री ने कोरिया जिले का उदाहरण देते हुए बताया कि जिले में 10वीं और 12वीं कक्षा के कमजोर बच्चों को कोचिंग देने का कार्य शुरु किया गया है. इस तरह के काम समाज के कमजोर तबकों को मुख्यधारा में लाने के लिए किए जा सकते हैं'

रायपुर : स्कूल शिक्षा विभाग की बुधवार को एक महत्वपूर्ण बैठक रखी गई थी. बैठक की अध्यक्षता स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने की. इस दौरान शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई. इस दौरान मंत्री ने जिला शिक्षा अधिकारियों को स्कूलों में जाकर मिड-डे मील का जायजा लेने के निर्देश दिए.

स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक

मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने समीक्षा बैठक में स्कूलों को आवंटित जमीन को राजस्व अभिलेख में दर्ज कराने, अधोसंरचना और मरम्मत के कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए.

उन्होंने बरसात के कारण खराब हुए स्कूल भवनों की मरम्मत और रंग-रोगन का कार्य कराने के भी निर्देश जिला शिक्षा अधिकारियों को दिए हैं.

परीक्षा के परिणाम जल्द ही घोषित किए जाएंगे

बैठक के दौरान बताया गया कि शिक्षकों के रिक्त पदों के लिए हुई चयन परीक्षा के परिणाम जल्द ही घोषित किए जाएंगे. इस संबंध में संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा और जिला शिक्षा अधिकारियों को भर्ती प्रक्रिया के संबंध में आवश्यक तैयारियां करने को कहा गया है.

पढ़ें :प्रदेश में पहली बार होगा आदिवासी नृत्य महोत्सव, हर राज्य के सीएम को मंत्री देंगे न्योता

रिक्त पदों पर की जानी है पदोन्नति

इसी प्रकार रिक्त पदों पर पदोन्नति भी की जानी है. इसके लिए पदोन्नति के नए नियमानुसार रोस्टर का पालन करते हुए कार्रवाई की तैयारी के निर्देश दिए गए. संभागीय शिक्षा अधिकारियों को व्याख्याताओं के विषयवार रिक्त पदों की जानकारी 30 नवंबर तक संचालक लोक शिक्षक को उपलब्ध कराने को कहा गया है.

जिला शिक्षा अधिकारियों को दिए निर्देश

मंत्री टेकाम ने स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में जिला शिक्षा अधिकारियों को मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के तहत स्कूलों में जाकर निरीक्षण करने के निर्देश दिए.

पढ़ें :कौशिक को सीएम बघेल की नसीहत, 'नहीं होनी चाहिए खेल में राजनीति'

कोरिया जिले का दिया उदाहरण

उन्होंने कहा कि 'शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता की दृष्टि से जितनी ज्यादा मेहनत करेंगे, उतनी ज्यादा रुचि लोगों की शिक्षा के प्रति बढ़ेगी. स्कूल शिक्षा मंत्री ने कोरिया जिले का उदाहरण देते हुए बताया कि जिले में 10वीं और 12वीं कक्षा के कमजोर बच्चों को कोचिंग देने का कार्य शुरु किया गया है. इस तरह के काम समाज के कमजोर तबकों को मुख्यधारा में लाने के लिए किए जा सकते हैं'

Intro:मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम का स्कूलों में जाकर करें निरीक्षण : डॉ. टेकाम

स्कूलों को आवंटित जमीन को राजस्व
अभिलेख में करें दर्ज : डॉ. टेकाम

शिक्षकों की सीधी भर्ती और पदोन्नति की प्रक्रिया की तैयारी करने के निर्देश

स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा

रायपुर, स्कूल शिक्षा विभाग की आज एक महत्वपूर्ण बैठक रखी गई थी यह बैठक सर्किट हाउस में संपन्न हुई इस बैठक की अध्यक्षता स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम ने की बैठक के दौरान शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई

Body:मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने समीक्षा बैठक में स्कूलों को आवंटित जमीन को राजस्व अभिलेख में दर्ज कराने, अधोसंरचना और मरम्मत के कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने, बरसात के कारण खराब हुए स्कूल के भवनों की मरम्मत और रंग-रौगन का कार्य कराने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारियों को दिए गए।

बैठक में बताया गया कि व्यापम द्वारा शिक्षकों की सीधी भर्ती के रिक्त पदों के चयन परीक्षा के परिणाम शीघ्र ही घोषित होने वाले हैं। इस संबंध में संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा और जिला शिक्षा अधिकारी भर्ती की प्रक्रिया के संबंध में आवश्यक तैयारियां कर लें। इसी प्रकार रिक्त पदों पर पदोन्नति भी की जानी है। इसके लिए पदोन्नति के नए नियमानुसार रोस्टर का पालन करते हुए कार्यवाही की तैयारी कर ली जाए। संभागीय शिक्षा अधिकारियों को व्याख्याताओं के विषयवार रिक्त पदों की जानकारी 30 नवम्बर तक संचालक लोक शिक्षक को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना है।

डॉ. टेकाम ने स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में जिला शिक्षा अधिकारियों से कहा कि मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम का स्कूलों में जाकर निरीक्षण किया जाए। मध्यान्ह भोजन साफ-सूथरी जगह में बने और मीनू के अनुसार मिले। स्कूल के शिक्षक भी मधान्ह भोजन की गुणवत्ता को चखे।

डॉ. टेकाम ने कहा कि विभाग द्वारा नवाचार के जो कार्य शिक्षकों से कराए जा रहे हैं, उन कार्यों की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को भी रहनी चाहिए। शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता की दृष्टि से जितनी अधिक मेहनत करेंगे, उतनी अधिक रूचि लोगों की शिक्षा के प्रति बढ़ेगी। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कोरिया जिले का उदाहरण देते हुए बताया कि जिले में 10वीं और 12वीं कक्षा के कमजोर बच्चों को कोचिंग देने का प्रयास शुरू किया गया है। इसी तरह के नवाचार के कार्य विभाग की भागीदारी से समाज में कमजोर लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए किए जा सकते हैं। जिला शिक्षा अधिकारी मैदानी क्षेत्र में अपनी क्षमता का भरपूर उपयोग करें।

विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में शिक्षा का अधिकार अधिनियम, भवन निर्माण एवं मरम्मत, छात्रवृत्ति, टीम्स एप्प में डाटा एण्ट्री, शिक्षकों की एण्ट्री, यूडाईस, ई-मानक, की समीक्षा की गई। इसी प्रकार एस.सी.ई.आर.टी. द्वारा तैयार पाठ्य पुस्तकों में क्यूआर कोड, मल्टीमीडिया टैक्स्ट बुक, राज्य स्तरीय आंकलन, लर्निंग आऊट कम, समग्र शिक्षा में राष्ट्रीय अधिकार अधिनियम के अंतर्गत ईग्नाइट अवार्ड में प्रविष्टी, सभी विद्यालयों में युवा और ईको क्लब की स्थापना, शाला विकास योजना, सगुनोत्सव की तैयारी और मुख्यमंत्री शहरी साक्षरता कार्यक्रम की समीक्षा कर संबंधितों को आवश्यक निर्देश दिए गए।
Conclusion:
Last Updated : Nov 21, 2019, 1:17 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.