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रायपुर AIIMS के डायरेक्टर का इस्तीफा

रायपुर एम्स के डायरेक्टर नितिन एम नागरकर ने इस्तीफा दिया है.नागरकर ने अपना इस्तीफा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय Union Ministry of Health को भेजा Resignation of director of Raipur AIIMS है.आपको बता दें कि Nitin M Nagarkar का कार्यकाल अगस्त माह में समाप्त होने वाला था.लेकिन उससे पहले ही उन्होंने अपना इस्तीफा केंद्र को भेज दिया है.अब कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही Raipur AIIMS को नया डायरेक्टर मिलेगा.

raipur aiims director Nitin M Nagarkar Resignation
रायपुर AIIMS के डायरेक्टर का इस्तीफा
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Published : Jan 10, 2023, 3:50 PM IST

रायपुर : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर AIIMS के डायरेक्टर नितिन एम नागरकर ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को अपना इस्तीफा भेजा Resignation of director of Raipur AIIMS है.नागरकर ने एक हफ्ते पहले ही अपना इस्तीफा केंद्र को भेजा था.लेकिन अभी तक रायपुर एम्स के लिए नए डायरेक्टर की नियुक्ति नहीं हुई है. एम्स के पीआरओ शिव शर्मा से बात करने पर पता चला कि '' डायरेक्टर नागरकर ने कुछ निजी कारणों से पहले ही इस्तीफा दिया था . उन पर कुछ जिम्मेदारियां है जिनका निर्वहन करना है.'' बता दें Nitin M Nagarkar साल 2012 से रायपुर एम्स में अपनी सेवा दे रहे हैं. इसके साथ कुछ साल उन्होंने भोपाल एम्स का भी कार्यभार संभाला था. 2018 में उनका कार्यकाल 5 साल के लिए बढ़ाया गया था. अगस्त में उनका कार्यकाल पूरा हो जाता.''

क्या है एम्स की खासियत : Raipur AIIMS की सुविधा की बात की जाए तो एम्स अस्पताल में 160 बिस्तर हैं, जिसमें 80 बिस्तर महिलाओं और बच्चों के लिए और 80 बिस्तर पुरुष मरीजों के लिए हैं. वर्तमान में ओपीडी ट्रामा बिल्डिंग के प्रथम तल में संचालित हो रही है. इसी ओपीडी के सामने एक माइनर ऑपरेशन थिएटर शुरू कर दिया गया है. द्वितीय तल में 50 बिस्तर महिलाओं और बच्चों के लिए और तृतीय तल में 50 बिस्तर पुरुषों के लिए हैं. जबकि आयुष बिल्डिंग में 30-30 यानी कुल 60 बिस्तर की और व्यवस्था की गई है. इसी बिल्डिंग में एक्स-रे यूनिट स्थापित की गई है. इसके अतिरिक्त एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, बायोकेमेस्ट्री, पैथोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी लैब की शुरुआत हो चुकी है. ये जांच सुविधाएं 24 घंटे उपलब्ध हैं, जिनकी जांच दरें अन्य शासकीय और गैर-शासकीय संस्थानों से कम हैं. अब तक अस्पताल में 1490 एक्स-रे, 590 सोनोग्राफी (अल्ट्रा साउंड), 9047 बायोकेमेस्ट्री जांच, 5612 पैथोलॉजी जांच और 439 माइक्रोबायोलॉजी परीक्षण हो चुके हैं.

ये भी पढ़ें- रायपुर के कृषि विश्वविद्यालय में लगेगा राडार


नवा रायपुर एम्स में स्थापित होगा कैंसर यूनिट : गौरतलब है कि नया रायपुर में भी कैंसर इंस्टीट्यूट के साथ-साथ एम्स की पूरी एक यूनिट भी स्थापित की जाएगी.आने वाले कुछ सालों में नया रायपुर में तेजी से बसाहट होगी. लोगों को उपचार के लिए अस्पताल की जरूरत होगी. ऐसे में रायपुर दूर पड़ेगा. इसलिए एम्स प्रबंधन एम्स-2 का निर्माण भी इसी आवंटित जमीन पर कराएगा, ताकि मरीजों को इमरजेंसी सेवाएं मिल सकें. मेजर केस में मरीज रायपुर एम्स रेफर किए जाएंगे. कार्डियोथोरोसिस और वेक्सकुलर सर्जरी, न्यूरो साइंसेस, नेफ्रोलॉजी एंड अंकोलॉजी यूनिट्स को भारत सरकार ने स्वीकृति दे दी है. ये यूनिट्स भी नया रायपुर में ही स्थापित की जाएंगी.

रायपुर : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर AIIMS के डायरेक्टर नितिन एम नागरकर ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को अपना इस्तीफा भेजा Resignation of director of Raipur AIIMS है.नागरकर ने एक हफ्ते पहले ही अपना इस्तीफा केंद्र को भेजा था.लेकिन अभी तक रायपुर एम्स के लिए नए डायरेक्टर की नियुक्ति नहीं हुई है. एम्स के पीआरओ शिव शर्मा से बात करने पर पता चला कि '' डायरेक्टर नागरकर ने कुछ निजी कारणों से पहले ही इस्तीफा दिया था . उन पर कुछ जिम्मेदारियां है जिनका निर्वहन करना है.'' बता दें Nitin M Nagarkar साल 2012 से रायपुर एम्स में अपनी सेवा दे रहे हैं. इसके साथ कुछ साल उन्होंने भोपाल एम्स का भी कार्यभार संभाला था. 2018 में उनका कार्यकाल 5 साल के लिए बढ़ाया गया था. अगस्त में उनका कार्यकाल पूरा हो जाता.''

क्या है एम्स की खासियत : Raipur AIIMS की सुविधा की बात की जाए तो एम्स अस्पताल में 160 बिस्तर हैं, जिसमें 80 बिस्तर महिलाओं और बच्चों के लिए और 80 बिस्तर पुरुष मरीजों के लिए हैं. वर्तमान में ओपीडी ट्रामा बिल्डिंग के प्रथम तल में संचालित हो रही है. इसी ओपीडी के सामने एक माइनर ऑपरेशन थिएटर शुरू कर दिया गया है. द्वितीय तल में 50 बिस्तर महिलाओं और बच्चों के लिए और तृतीय तल में 50 बिस्तर पुरुषों के लिए हैं. जबकि आयुष बिल्डिंग में 30-30 यानी कुल 60 बिस्तर की और व्यवस्था की गई है. इसी बिल्डिंग में एक्स-रे यूनिट स्थापित की गई है. इसके अतिरिक्त एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, बायोकेमेस्ट्री, पैथोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी लैब की शुरुआत हो चुकी है. ये जांच सुविधाएं 24 घंटे उपलब्ध हैं, जिनकी जांच दरें अन्य शासकीय और गैर-शासकीय संस्थानों से कम हैं. अब तक अस्पताल में 1490 एक्स-रे, 590 सोनोग्राफी (अल्ट्रा साउंड), 9047 बायोकेमेस्ट्री जांच, 5612 पैथोलॉजी जांच और 439 माइक्रोबायोलॉजी परीक्षण हो चुके हैं.

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नवा रायपुर एम्स में स्थापित होगा कैंसर यूनिट : गौरतलब है कि नया रायपुर में भी कैंसर इंस्टीट्यूट के साथ-साथ एम्स की पूरी एक यूनिट भी स्थापित की जाएगी.आने वाले कुछ सालों में नया रायपुर में तेजी से बसाहट होगी. लोगों को उपचार के लिए अस्पताल की जरूरत होगी. ऐसे में रायपुर दूर पड़ेगा. इसलिए एम्स प्रबंधन एम्स-2 का निर्माण भी इसी आवंटित जमीन पर कराएगा, ताकि मरीजों को इमरजेंसी सेवाएं मिल सकें. मेजर केस में मरीज रायपुर एम्स रेफर किए जाएंगे. कार्डियोथोरोसिस और वेक्सकुलर सर्जरी, न्यूरो साइंसेस, नेफ्रोलॉजी एंड अंकोलॉजी यूनिट्स को भारत सरकार ने स्वीकृति दे दी है. ये यूनिट्स भी नया रायपुर में ही स्थापित की जाएंगी.

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