रायपुर: कोरोना के शुरू होते ही केंद्र समेत राज्य सरकारों द्वारा कोरोना गाइडलाइन (corona guideline) जारी की गई थी. गाइडलाइन के तहत मूर्तिकारों (sculptors) पर भी कई तरह की बंदिशें लगाई गई थी. जिस वजह से कोरोना काल के शुरू होने से लेकर अब तक इन मूर्तिकारों का काम बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इसके कारण मूर्तिकारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
मूर्तिकारों ने विधायक सत्यनारायण शर्मा (MLA Satyanarayan Sharma) से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्या से अवगत कराया और जीविका चलाने के लिए मदद की गुहार लगाई. जिसके बाद विधायक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) को पत्र लिखकर मूर्तिकारों की परेशानियों से अवगत कराया. मुख्यमंत्री ने भी इन मूर्तिकारों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए तत्काल संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए. अब मूर्तिकारों को कोरोना गाइडलाइन से मुक्त कर दिया गया है. जिसके तहत मूर्तिकार स्वतंत्र रूप से मूर्तियां बना सकेंगे.
छतीसगढ़ मूर्तिकार चित्रकार संघ चला रहा सैनिटाइजर रथ
मूर्तियों की ऊंचाई 4 फुट रखी गई है. इस बात की जानकारी वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने दी. कांग्रेस विधायक ने बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र में भी कई मूर्तिकार हैं, जो रोजी-रोटी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. मूर्ति ना बनने और बिकने के कारण, उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है. इसको लेकर मूर्तिकारों ने विधायक से मुलाकात की थी.
सीएम ने संबंधित अधिकारियों को जारी निर्देश में कहा है कि, वर्तमान में पूर्व की तरह कोरोना का असर नहीं है. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अब मूर्तिकार स्वतंत्र रुप से मूर्तियों का निर्माण कर सकेंगे. वहीं मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद मूर्तिकारों ने राहत की सांस ली है. मूर्तिकार फिर से पहले की तरह मूर्ति बना सकेंगे. क्योंकि त्योहारों का सीजन शुरू हो रहा है, तो ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि वे मेहनत कर मुनाफा कमा सकेंगे और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा.