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कोरोना काल में पुलिस की दोहरी भूमिका से क्राइम का ग्राफ गिरा - Raipur NEWS

वर्ष 2020 में पिछले सालों की तुलना में अपराध कम हुए हैं. पुलिस विभाग के मुताबिक ना सिर्फ अपराध कम हुए है. बल्कि मामलों में तुरंत कार्रवाई भी की गई है.

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रायपुर में पिछले सालों की तुलना में इस साल अपराध कम हुए
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Published : Jan 10, 2021, 7:36 PM IST

रायपुर: साल 2020 राजधानी पुलिस के लिए चुनौतियों भरा रहा. एक तरफ जहां हत्या, बलात्कार, लूट, चोरी और साइबर क्राइम के अपराधियों ने पुलिस की नाक में दम कर रखा था. वहीं दूसरी तरफ कोरोना भी आफत बनकर आई. इस दौरान रायपुर पुलिस को दोहरी भूमिका निभानी पड़ी. कोरोना जैसी घातक बीमारी से लड़ते हुए पुलिस पिछले साल की तुलना में हत्या, चोरी, लूट पर लगाम लगाने में तो सफल रही, लेकिन साइबर ठगी के मामले में पिछले सालों के मुकाबले वर्ष 2020 में इजाफा देखा गया.

कोरोना काल में पुलिस की दोहरी भूमिका से क्राइम का ग्राफ गिरा
वर्ष 2020 में साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. कई बार तो साइबर सेल को दूसरे राज्यों में जाकर साइबर ठगों को पकड़ना पड़ा. सबसे चर्चित प्रवीण सोमानी अपहरण कार्ड और ड्रग्स माफिया का भी इस साल पर्दाफाश पुलिस ने किया है.
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चेकिंग करती रायपुर पुलिस

पढ़ें: कवर्धाः पुलिस ने जब्त किया 43 किलो गांजा

साल 2020 में रायपुर जिले में हुई 8 बड़ी क्राइम की घटनाएं

8 जनवरी: सिलतरा के उद्योगपति प्रवीण सोमानी की किडनैपिंग ने प्रदेश में खौफ का माहौल फैला दिया था. 13 दिन चले पूरे ऑपरेशन के बाद प्रवीण सोमानी को पटना से सुरक्षित छुड़ाया गया. प्रवीण सोमानी को बिहार के कुख्यात आरोपी गिरोह से पुलिस ने सुरक्षित छुड़ाया. 2 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बताया कि अपराध करने वाला गिरोह कई राज्यों में सक्रिय था. छत्तीसगढ़ पुलिस की टीम उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, ओडिशा, हरियाणा, दिल्ली, आंध्र प्रदेश और गुजरात में लगातार सर्च कर रही थी.रायपुर एसएसपी आरिफ शेख के निर्देश के बाद पुलिस ने स्पेशल टीम बनाकर पूरा ऑपरेशन किया गया. अपहरण कांड में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

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इस साल अपराध में कमी

28 सितंबर: लॉक डाउन के दौरान राजधानी रायपुर तेलीबांधा वीआईपी रोड स्थित निजी होटल में बर्थडे पार्टी के दौरान गोली चलने का मामला सामने आया था. जिससे पूरे राजधानी में सनसनी मच गई थी. दरअसल 28 सितंबर को राजधानी में लॉकडाउन था इसी दौरान वीआईपी रोड स्थित क्वींस होटल में अवैध रूप से बर्थडे पार्टी मनाई जा रही थी. जिसमें भिलाई और रायपुर के कई युवक-युवतियां शामिल थे. इस दौरान पार्किंग में हुई बहस की वजह से हर्षित पटेल ने हवा में फायर कर दिया. सूचना मिलते ही रायपुर एडिशनल एसपी लखन पटले सहित भारी मात्रा में पुलिस बल मौके पर पहुंचे. पूरे मामले की तफ्तीश करने लगे. इस मामले में पुलिस ने हर्षित पटेल सहित होटल संचालक सुबोध सिंघानिया के बेटे हर्षित सिंघानिया और सूरज शर्मा को गिरफ्तार किया. भिलाई के भी तीन से चार युवक युवतियों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया.

30 सितंबर: नशे के विरुद्ध रायपुर पुलिस की तरफ से लगातार अभियान चलाया जा रहा है. ड्रग्स मामले में पुलिस ने सबसे पहले बड़ी कार्रवाई 30 सितंबर को रायपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र में की थी. जहां पुलिस ने 17 ग्राम कोकीन के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 17 ग्राम कोकीन जब्त की थी, जिसकी कीमत 1 लाख 70 हजार थी. दोनों आरोपियों का नाम श्रेयांश झाबक और विकास बंछोड़ है. पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ कोतवाली थाना में धारा 22 (ख) के तहत मामला दर्ज किया था.

ड्रग्स मामले में पुलिस ने दूसरी बड़ी कार्रवाई करते हुए 9 अक्टूबर को दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया. जिनके नाम गौरव शुक्ला और आशीष जोशी थे. दोनों को पुलिस ने 30 सितंबर को गिरफ्तार किया. रायपुर पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए महिला निकिता पांचाल को गिरफ्तार किया था जो राजेंद्र नगर में आशीष राय के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहती थी. आशीष राय और निकिता पांचाल दोनों ही ड्रग्स का कारोबार करते थे. ये दोनों युवकों को अपने घर पार्टी के बहाने बुलाकर उनको ड्रग्स का सेवन कराते थे.

21 अक्टूबर को रायपुर एसएसपी अजय यादव ने साइबर सेल और थाना कोतवाली की संयुक्त टीम बनाकर मुंबई रवाना किया. जहां से उन्होंने ड्रग्स कारोबार के बड़े नाम रायडेन बेथेलो को गिरफ्तार किया. पुलिस ने 21 अक्टूबर तक ड्रग्स मामले में 1 महिला सहित कुल 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया. जिसमें एक रायडेन बेथेलो मुंबई का रहने वाला था.

10 दिसंबर को रायपुर पुलिस ने ड्रग्स मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए रायपुर से हर्षवर्धन शर्मा और भिलाई से लखप्रीत कौर को गिरफ्तार किया. पुलिस ने इनके पास से 7 ग्राम कोकीन भी जब्त की. निकिता पांचाल की गिरफ्तारी होने के बाद कुछ दिनों तक आरोपी दिल्ली भाग गए थे. जिसके बाद वापस रायपुर आ कर यह दोनों ड्रग्स का कारोबार करने लगे थे.

12 अक्टूबर: राजधानी रायपुर के हृदय स्थल जय स्तंभ चौक में खुलेआम चाकूबाजी की घटना सामने आई थी. जिसमें चश्मे के दाम जैसे मामूली विवाद को लेकर 4 आरोपियों ने चाकू मारकर कारोबारी को घायल कर दिया था. जिसे मेकाहारा अस्पताल में भर्ती कराया गया.अगले दिन उसकी मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले को प्रमुखता से लेते हुए कार्रवाई की. दो आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों के नाम मोहसिन अली और शफीक अली बताए गए. पुलिस ने एक और आरोपी को इस मामले में गिरफ्तार किया. एक आरोपी अभी फरार है.

16 नवंबर : पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जो फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर महिला को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर दोस्ती करते थे. धीरे-धीरे महिला का विश्वास और भरोसा जीत कर कई तरह के प्रलोभन देकर अलग-अलग बैंक खातों में 7,53,860 रुपए जमा करवाए थे. आरोपी अपनी पहचान छिपाने के लिए उपयोग किए गए सिम और मोबाइल को नष्ट कर देते थे. फेसबुक आईडी को भी डीएक्टिवेट कर देते थे. पुलिस ने इस मामले में दो नाइजीरियन व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. जिनके नाम क्रिस्टोफर और इडुची है.

29 नवंबर : रायपुर पुलिस ने 29 नवंबर को पूरे देश में घूम-घूम कर एटीएम मशीन के साथ छेड़छाड़ कर लाखों रुपये की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्य को गिरफ्तार किया है. यह तीनों ने रायपुर के तीन एटीएम मशीन के साथ छेड़छाड़ कर 8 लाख रुपये की ठगी की थी. 8 लाख रुपये निकल जाने के बाद बैंक में किसी तरह की रिसिप्ट नहीं आने पर बैंक अधिकारियों को शक हुआ. उन्होंने पुलिस को इस बारे में सूचना दी. पुलिस ने पूरे मामले की कार्रवाई करते हुए हरियाणा के फरीदाबाद से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है.तीनों आरोपियों के नाम शाहरुख खान, आसिफ खान और वसीम खान है.

17 नवंबर: राजधानी रायपुर से लगे अभनपुर केंद्री गांव में 5 लोगों का शव मिलने से पूरे गांव में सनसनी फैल गई. केंद्री गांव में परिवार के मुखिया कमलेश साहू अपने घर में फांसी के फंदे से लटका मिला, जबकि मृतक की मां, पत्नी और दोनों बच्चे मृत मिले. जिनके मुंह में कपड़ा ठूसा हुआ था आसपास के लोगों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. जिसके बाद पुलिस ने पूरे मामले की तफ्तीश की तो यह पाया कि मृतक कमलेश साहू आर्थिक रूप से कमजोर था और अपनी मां और पत्नी के बीमारी से भी परेशान था जिसके बाद देर रात मृतक कमलेश साहू ने अपनी मां , पत्नी और दोनों बच्चों की भी गला घोंट कर हत्या कर दी और खुद फांसी पर झूल गया.

29 अक्टूबर: रायपुर के पंडरी थाना क्षेत्र में पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत का मामला सामने आया था. जहां 25 अक्टूबर को पंडरी इलाके में दो गुटों में लड़ाई होने की वजह से पुलिस ने 28 अक्टूबर को अश्वनी मानिकपुरी नाम के युवक को गिरफ्तार किया था और 28 अक्टूबर की देर रात अश्वनी मानिकपुरी बाथरूम गया और गले में लटके गमछे को बाथरूम की रेलिंग पर लगाकर आत्महत्या कर ली. कुछ देर हो जाने के बाद जब पुलिस ने बाथरूम का दरवाजा खटखटाया और जब दरवाजा नहीं खुला तो पुलिस ने दरवाजा तोड़ा जहां आरोपी युवक गमछे से लटका मिला. पुलिस ने तत्काल उसे मेकाहारा अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

पढ़ें: महिला सरपंच से उपसरपंच और पंच ने की मारपीट

क्राइम से जुड़े आंकड़े

वर्ष हत्या लूटबलात्कारचोरीधोखाधड़ीसाइबर क्राइम
2018 56772141432394348
201965842581475352580
202059 52 232 1053 247 660

पिछले 3 साल के ऑनलाइन ठगी (साइबर फ्रॉड) के आंकड़ों की बात की जाए तो..

वर्षऑनलाइन अपराधसाल्व केसों की संख्यारिफंड रकम
201834812418,71,146
201954815538,00,836
202066012922,25,939

साल 2020 का आंकड़ा 1 जनवरी से 31 अक्टूबर तक का है.

पढ़ें: बिलासपुर: गले में खराश होने के कारण मां और बेटी ने खाया जहर, 1 की मौत

कोरोना काल में पुलिस ने निभाई दोहरी जिम्मेदारी

एडिशनल एसपी ग्रामीण तारकेश्वर पटेल ने बताया कि इस साल गंभीर मामलों में काफी कमी देखी गई है. महिला संबंधित अपराधों में भी पिछले साल के मुकाबले इस साल कमी देखी गई है. ज्यादा कर गंभीर अपराधों में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. साल 2020 में ऐसा कोई भी अपराध नहीं है जो अनसुलझा है. सभी अपराधों को रोकने का प्रयास रायपुर पुलिस कर रही है.

साइबर अपराध कम करने की कोशिश

अधिकारी ने बताया कि साइबर मामलों में कमी लाने के लिए साइबर संगवारी नाम से अभियान चलाया जा रहा है. लोगों को साइबर अपराधों के प्रति सचेत किया जा रहा है. लोगों को बताया जा रहा है कि अपने खातों से संबंधित किसी भी तरह की गोपनीय जानकारी किसी के साथ शेयर ना करें. पुलिस अधिकारी ने ये भी बताया कि ज्यादातर साइबर आपराधिक मामलों में बाहर के आरोपियों का ही हाथ रहता है. ऐसे आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीम बाहर भेजकर कार्रवाई की जाती है.

'2020 में घटे अपराध'

एडिशनल एसपी रायपुर लखन पटले ने बताया कि 2020 में पिछले सालों की तुलना में सभी मामलों में अपराध घटे है. जितने भी महत्वपूर्ण अपराध है उसमें पुलिस को सफलता मिली है. बड़े से बड़े मामले में पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा और उन पर कार्रवाई की.

रायपुर: साल 2020 राजधानी पुलिस के लिए चुनौतियों भरा रहा. एक तरफ जहां हत्या, बलात्कार, लूट, चोरी और साइबर क्राइम के अपराधियों ने पुलिस की नाक में दम कर रखा था. वहीं दूसरी तरफ कोरोना भी आफत बनकर आई. इस दौरान रायपुर पुलिस को दोहरी भूमिका निभानी पड़ी. कोरोना जैसी घातक बीमारी से लड़ते हुए पुलिस पिछले साल की तुलना में हत्या, चोरी, लूट पर लगाम लगाने में तो सफल रही, लेकिन साइबर ठगी के मामले में पिछले सालों के मुकाबले वर्ष 2020 में इजाफा देखा गया.

कोरोना काल में पुलिस की दोहरी भूमिका से क्राइम का ग्राफ गिरा
वर्ष 2020 में साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. कई बार तो साइबर सेल को दूसरे राज्यों में जाकर साइबर ठगों को पकड़ना पड़ा. सबसे चर्चित प्रवीण सोमानी अपहरण कार्ड और ड्रग्स माफिया का भी इस साल पर्दाफाश पुलिस ने किया है.
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चेकिंग करती रायपुर पुलिस

पढ़ें: कवर्धाः पुलिस ने जब्त किया 43 किलो गांजा

साल 2020 में रायपुर जिले में हुई 8 बड़ी क्राइम की घटनाएं

8 जनवरी: सिलतरा के उद्योगपति प्रवीण सोमानी की किडनैपिंग ने प्रदेश में खौफ का माहौल फैला दिया था. 13 दिन चले पूरे ऑपरेशन के बाद प्रवीण सोमानी को पटना से सुरक्षित छुड़ाया गया. प्रवीण सोमानी को बिहार के कुख्यात आरोपी गिरोह से पुलिस ने सुरक्षित छुड़ाया. 2 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बताया कि अपराध करने वाला गिरोह कई राज्यों में सक्रिय था. छत्तीसगढ़ पुलिस की टीम उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, ओडिशा, हरियाणा, दिल्ली, आंध्र प्रदेश और गुजरात में लगातार सर्च कर रही थी.रायपुर एसएसपी आरिफ शेख के निर्देश के बाद पुलिस ने स्पेशल टीम बनाकर पूरा ऑपरेशन किया गया. अपहरण कांड में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

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इस साल अपराध में कमी

28 सितंबर: लॉक डाउन के दौरान राजधानी रायपुर तेलीबांधा वीआईपी रोड स्थित निजी होटल में बर्थडे पार्टी के दौरान गोली चलने का मामला सामने आया था. जिससे पूरे राजधानी में सनसनी मच गई थी. दरअसल 28 सितंबर को राजधानी में लॉकडाउन था इसी दौरान वीआईपी रोड स्थित क्वींस होटल में अवैध रूप से बर्थडे पार्टी मनाई जा रही थी. जिसमें भिलाई और रायपुर के कई युवक-युवतियां शामिल थे. इस दौरान पार्किंग में हुई बहस की वजह से हर्षित पटेल ने हवा में फायर कर दिया. सूचना मिलते ही रायपुर एडिशनल एसपी लखन पटले सहित भारी मात्रा में पुलिस बल मौके पर पहुंचे. पूरे मामले की तफ्तीश करने लगे. इस मामले में पुलिस ने हर्षित पटेल सहित होटल संचालक सुबोध सिंघानिया के बेटे हर्षित सिंघानिया और सूरज शर्मा को गिरफ्तार किया. भिलाई के भी तीन से चार युवक युवतियों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया.

30 सितंबर: नशे के विरुद्ध रायपुर पुलिस की तरफ से लगातार अभियान चलाया जा रहा है. ड्रग्स मामले में पुलिस ने सबसे पहले बड़ी कार्रवाई 30 सितंबर को रायपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र में की थी. जहां पुलिस ने 17 ग्राम कोकीन के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 17 ग्राम कोकीन जब्त की थी, जिसकी कीमत 1 लाख 70 हजार थी. दोनों आरोपियों का नाम श्रेयांश झाबक और विकास बंछोड़ है. पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ कोतवाली थाना में धारा 22 (ख) के तहत मामला दर्ज किया था.

ड्रग्स मामले में पुलिस ने दूसरी बड़ी कार्रवाई करते हुए 9 अक्टूबर को दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया. जिनके नाम गौरव शुक्ला और आशीष जोशी थे. दोनों को पुलिस ने 30 सितंबर को गिरफ्तार किया. रायपुर पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए महिला निकिता पांचाल को गिरफ्तार किया था जो राजेंद्र नगर में आशीष राय के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहती थी. आशीष राय और निकिता पांचाल दोनों ही ड्रग्स का कारोबार करते थे. ये दोनों युवकों को अपने घर पार्टी के बहाने बुलाकर उनको ड्रग्स का सेवन कराते थे.

21 अक्टूबर को रायपुर एसएसपी अजय यादव ने साइबर सेल और थाना कोतवाली की संयुक्त टीम बनाकर मुंबई रवाना किया. जहां से उन्होंने ड्रग्स कारोबार के बड़े नाम रायडेन बेथेलो को गिरफ्तार किया. पुलिस ने 21 अक्टूबर तक ड्रग्स मामले में 1 महिला सहित कुल 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया. जिसमें एक रायडेन बेथेलो मुंबई का रहने वाला था.

10 दिसंबर को रायपुर पुलिस ने ड्रग्स मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए रायपुर से हर्षवर्धन शर्मा और भिलाई से लखप्रीत कौर को गिरफ्तार किया. पुलिस ने इनके पास से 7 ग्राम कोकीन भी जब्त की. निकिता पांचाल की गिरफ्तारी होने के बाद कुछ दिनों तक आरोपी दिल्ली भाग गए थे. जिसके बाद वापस रायपुर आ कर यह दोनों ड्रग्स का कारोबार करने लगे थे.

12 अक्टूबर: राजधानी रायपुर के हृदय स्थल जय स्तंभ चौक में खुलेआम चाकूबाजी की घटना सामने आई थी. जिसमें चश्मे के दाम जैसे मामूली विवाद को लेकर 4 आरोपियों ने चाकू मारकर कारोबारी को घायल कर दिया था. जिसे मेकाहारा अस्पताल में भर्ती कराया गया.अगले दिन उसकी मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले को प्रमुखता से लेते हुए कार्रवाई की. दो आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों के नाम मोहसिन अली और शफीक अली बताए गए. पुलिस ने एक और आरोपी को इस मामले में गिरफ्तार किया. एक आरोपी अभी फरार है.

16 नवंबर : पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जो फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर महिला को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर दोस्ती करते थे. धीरे-धीरे महिला का विश्वास और भरोसा जीत कर कई तरह के प्रलोभन देकर अलग-अलग बैंक खातों में 7,53,860 रुपए जमा करवाए थे. आरोपी अपनी पहचान छिपाने के लिए उपयोग किए गए सिम और मोबाइल को नष्ट कर देते थे. फेसबुक आईडी को भी डीएक्टिवेट कर देते थे. पुलिस ने इस मामले में दो नाइजीरियन व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. जिनके नाम क्रिस्टोफर और इडुची है.

29 नवंबर : रायपुर पुलिस ने 29 नवंबर को पूरे देश में घूम-घूम कर एटीएम मशीन के साथ छेड़छाड़ कर लाखों रुपये की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्य को गिरफ्तार किया है. यह तीनों ने रायपुर के तीन एटीएम मशीन के साथ छेड़छाड़ कर 8 लाख रुपये की ठगी की थी. 8 लाख रुपये निकल जाने के बाद बैंक में किसी तरह की रिसिप्ट नहीं आने पर बैंक अधिकारियों को शक हुआ. उन्होंने पुलिस को इस बारे में सूचना दी. पुलिस ने पूरे मामले की कार्रवाई करते हुए हरियाणा के फरीदाबाद से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है.तीनों आरोपियों के नाम शाहरुख खान, आसिफ खान और वसीम खान है.

17 नवंबर: राजधानी रायपुर से लगे अभनपुर केंद्री गांव में 5 लोगों का शव मिलने से पूरे गांव में सनसनी फैल गई. केंद्री गांव में परिवार के मुखिया कमलेश साहू अपने घर में फांसी के फंदे से लटका मिला, जबकि मृतक की मां, पत्नी और दोनों बच्चे मृत मिले. जिनके मुंह में कपड़ा ठूसा हुआ था आसपास के लोगों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. जिसके बाद पुलिस ने पूरे मामले की तफ्तीश की तो यह पाया कि मृतक कमलेश साहू आर्थिक रूप से कमजोर था और अपनी मां और पत्नी के बीमारी से भी परेशान था जिसके बाद देर रात मृतक कमलेश साहू ने अपनी मां , पत्नी और दोनों बच्चों की भी गला घोंट कर हत्या कर दी और खुद फांसी पर झूल गया.

29 अक्टूबर: रायपुर के पंडरी थाना क्षेत्र में पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत का मामला सामने आया था. जहां 25 अक्टूबर को पंडरी इलाके में दो गुटों में लड़ाई होने की वजह से पुलिस ने 28 अक्टूबर को अश्वनी मानिकपुरी नाम के युवक को गिरफ्तार किया था और 28 अक्टूबर की देर रात अश्वनी मानिकपुरी बाथरूम गया और गले में लटके गमछे को बाथरूम की रेलिंग पर लगाकर आत्महत्या कर ली. कुछ देर हो जाने के बाद जब पुलिस ने बाथरूम का दरवाजा खटखटाया और जब दरवाजा नहीं खुला तो पुलिस ने दरवाजा तोड़ा जहां आरोपी युवक गमछे से लटका मिला. पुलिस ने तत्काल उसे मेकाहारा अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

पढ़ें: महिला सरपंच से उपसरपंच और पंच ने की मारपीट

क्राइम से जुड़े आंकड़े

वर्ष हत्या लूटबलात्कारचोरीधोखाधड़ीसाइबर क्राइम
2018 56772141432394348
201965842581475352580
202059 52 232 1053 247 660

पिछले 3 साल के ऑनलाइन ठगी (साइबर फ्रॉड) के आंकड़ों की बात की जाए तो..

वर्षऑनलाइन अपराधसाल्व केसों की संख्यारिफंड रकम
201834812418,71,146
201954815538,00,836
202066012922,25,939

साल 2020 का आंकड़ा 1 जनवरी से 31 अक्टूबर तक का है.

पढ़ें: बिलासपुर: गले में खराश होने के कारण मां और बेटी ने खाया जहर, 1 की मौत

कोरोना काल में पुलिस ने निभाई दोहरी जिम्मेदारी

एडिशनल एसपी ग्रामीण तारकेश्वर पटेल ने बताया कि इस साल गंभीर मामलों में काफी कमी देखी गई है. महिला संबंधित अपराधों में भी पिछले साल के मुकाबले इस साल कमी देखी गई है. ज्यादा कर गंभीर अपराधों में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. साल 2020 में ऐसा कोई भी अपराध नहीं है जो अनसुलझा है. सभी अपराधों को रोकने का प्रयास रायपुर पुलिस कर रही है.

साइबर अपराध कम करने की कोशिश

अधिकारी ने बताया कि साइबर मामलों में कमी लाने के लिए साइबर संगवारी नाम से अभियान चलाया जा रहा है. लोगों को साइबर अपराधों के प्रति सचेत किया जा रहा है. लोगों को बताया जा रहा है कि अपने खातों से संबंधित किसी भी तरह की गोपनीय जानकारी किसी के साथ शेयर ना करें. पुलिस अधिकारी ने ये भी बताया कि ज्यादातर साइबर आपराधिक मामलों में बाहर के आरोपियों का ही हाथ रहता है. ऐसे आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीम बाहर भेजकर कार्रवाई की जाती है.

'2020 में घटे अपराध'

एडिशनल एसपी रायपुर लखन पटले ने बताया कि 2020 में पिछले सालों की तुलना में सभी मामलों में अपराध घटे है. जितने भी महत्वपूर्ण अपराध है उसमें पुलिस को सफलता मिली है. बड़े से बड़े मामले में पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा और उन पर कार्रवाई की.

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