रायपुर: नान घोटाला मामले में सीएम भूपेश बघेल के बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि "जब किसी चहेतों के यहां पड़ रहे ईडी के छापों पर मुख्यमंत्री बघेल की नजर रहती है, तो ईडी की बाकी कार्रवाई कैसे दिखेगी?. आज छत्तीसगढ़ की पहचान ईडी और सीडी बन चुकी है. पूरे तथ्य नान मामले में बयान देते समय आपके सामने नहीं रखे गए." डॉ रमन सिंह ने कहा कि "कैसे सीएम हैं, जिसको प्रदेश में जारी ईडी के इनवेस्टीगेशन की भी इनफॉरमेशन नहीं रहती. उन्होंने ही नान मामले में प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर ईडी से जांच की मांग की थी."
"पीएम को करना चाहिए धन्यवाद": डॉ रमन सिंह ने कहा कि "नान मामले के मुख्य आरोपी आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा पर 9 जनवरी 2019 को ईडी ने केस रजिस्टर्ड किया. 13 मार्च 2020 को समन भेजा गया. तीन बार दोनों को दिल्ली बुलाया गया. फिर अपील करने पर जमानत मिली. उन्हें इसके लिए पीएम का धन्यवाद देना चाहिए कि, उनके पत्र पर संज्ञान लेकर जांच को आगे बढ़ाया गया. केंद्रीय एजेंसी जांच कर रही है. अब इसमें शक करने की गुंजाइश नहीं, अब उनको संतोष होना चाहिए."
दिल्ली से लौटकर सीएम बघेल ने दिया था यह बयान: नान घोटाले की जांच मामले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि "नान घोटाले की जांच ईडी कर रही है और किसी को हवा तक नहीं लगी है. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह से पूछताछ भी हो गई, लेकिन किसी को पता ही नहीं चला."
यह भी पढ़ें: Rahul Gandhi: राजिम विधायक अमितेश शुक्ल का बड़ा बयान, राहुल को बताया नया महात्मा गांधी
हैश टैग अभियान और आरक्षण पर बोले पूर्व सीएम: कांग्रेस के हैश टैग अभियान पर डॉ रमन सिंह ने का कहना है "कोई भी न्यायालय से बड़ा नहीं हो सकता. जिस प्रकार के शब्दों का प्रयोग राहुल गांधी ने किया, उन्हें देश से माफी जरूर मांगनी चाहिए. आरक्षण के मुद्दे पर डॉ रमन सिंह ने कहा कि "हमारी पार्टी की सोच सकारात्मक ऊर्जा को लेकर चलती है, गवर्नर के विचार और न्यायलयीन प्रक्रिया के आधार पर यह कार्रवाई आगे बढ़ेगी. कांग्रेस पार्टी पीसीसी की नियुक्ति पर दो भाग में बंट गई है.