रायपुर : सीएम भूपेश बघेल ने राजनांदगांव दौरे पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे. पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल के आरोपों को गलत बताया. रमन सिंह ने कहा " राजनांदगांव भेंट मुलाकात में भूपेश बघेल ने नौटंकी की है और कार्यक्रम के दौरान घड़ियाली आंसू बहाने का काम किया. जो बातें उन्होंने कही वह सरासर झूठ है. उन्होंने कहा था कि उनकी माता और उनकी बेटी को थाने में बुलाया गया था. यह सरासर झूठ है. किसी के खिलाफ कोई समन जारी नहीं हुआ. किसी को बुलाया नहीं गया. यह अपनी राजनीति पकाने के लिए लिए बिना बताए थाने के सामने बैठे. आज बोल रहे हैं कि मुझे थाने में बुलाया गया. 15 साल छत्तीसगढ़ में रामराज था. छत्तीसगढ़ में शांति थी. भूपेश बघेल कहते हैं कि डॉक्टर रमन ने मुझे जेल में डाल दिया. उनका कृत्य ही ऐसा है. ऐसा घिनौना कृत्य करने वाला कोई भी सामान्य व्यक्ति यदि किसी मंत्री का अश्लील सीडी लहरा के सबके सामने सार्वजनिक रूप से दिखाएगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई तो होगी. जिसने कार्रवाई की है, वह सीबीआई ने की थी और आज वे जमानत में घूम रहे हैं. आरोप लगाया जा रहा है कि मैंने गिरफ्तारी करवाई है. आपने ऐसा काम किया जिसकी वजह से सुप्रीम कोर्ट में केस चल रहा है. इसका भी फैसला जरूर आएगा. इतना बड़ा अपराध जो सार्वजनिक रूप से हुआ है, जो कभी छुपाया नहीं सकता है. Raman Singh replies on allegations of CM Bhupesh
आदिवासियों के आंदोलन पर रमन सिंह का बयान : आरक्षण को लेकर रमन सिंह ने कहा कि "2012 से आखिरी तक बीजेपी की सरकार ने 20% से 32% आरक्षण विधानसभा में प्रस्ताव लाकर मंजूर किया और उसका क्रियान्वयन किया. 4 साल में इनकी सरकार आई है . 4 साल में यह हालत हो गई है. दो असफलताएं इनके हाथ में लगी. जिला स्तर में तृतीय वर्ग और चतुर्थ वर्ग के लिए भर्ती का अभियान हमने छेड़ा था. उसे जानबूझकर अपने आदमी को कोर्ट में भेजकर निरस्त करवाया गया. उस एक व्यक्ति को निगम मंडल पर पद दिया गया . वहीं अनुसूचित जाति के आरक्षण को लेकर भी वे कोर्ट में गए. वहां भी जिस व्यक्ति ने न्यायालय में मामला दर्ज किया था, उसे भी सम्मान दिया गया. कुल मिलाकर कांग्रेस का राजनीतिक षड्यंत्र का नतीजा है. जिसके कारण आदिवासी आरक्षण के लिए आंदोलनरत हैं.''Raman Singh statement on tribal movement
धर्म बदलकर आरक्षण का लाभ लेना गलत : धर्मांतरण के बाद जातिगत आरक्षण के मामले पर सुप्रीम कोर्ट से आए निर्देश का हवाला देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है '' धर्मांतरण हमारी संस्कृति को नुकसान पहुंचाता है. धर्मांतरण हो वहां तक ठीक है. लेकिन धर्मांतरण के बाद जातिगत आरक्षण का लाभ ले रहे हैं, वह सही नहीं है. सुप्रीम कोर्ट का भी निर्देश है कि धर्मांतरित लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए. सर्व आदिवासी समाज भी यह बात बोल रहा है कि दूसरे लोग इसका लाभ क्यों लें.''
बिजली के दाम दोगुने : बिजली बिल को लेकर रमन सिंह ने सरकार को घेरा रमन सिंह ने कहा कि" सरकार बिजली बिल हाफ करने की बात करती है लेकिन आज बिजली बिल दो गुना हो गया है, बिजली के लिए आज हर जगह आंदोलन चल रहा है बिजली बिल की छूट की बात कही थी उसे ठीक करें और केंद्र सरकार के बीएफ को लौट आएं"
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क्वांटिफिएबल डाटा पर प्रश्नचिन्ह : "क्वांटिफिएबल डाटा को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा डाटा की विश्वसनीयता पर ही प्रश्नचिन्ह है डाटा के लिए जो एजेंसी चयनित की गई थी उसने क्या-क्या काम किया और वह कितने साइंटिफिक हैं क्योंकि अलग-अलग समय में अलग-अलग आंकड़े आते हैं तो मुझे लगता है इसकी अविश्वसनीय लोगों के मन में है.."