रायपुर: बीजेपी विधायक भीमा मंडावी के वाहन पर नक्सली हमले के बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह घटना की निंदा की है. रमन ने कहा कि 'हम सबके लिए छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए संघर्ष करने वाला इंसान आज इस घटना में शहीद हुआ'.
'सरकार की सबसे बड़ी विफलता'
उन्होंने कहा कि 'सरकार की इससे बड़ी असफलता और क्या हो सकती है कि, एक विधायक सभा के लिए निकलता है और वो ब्लास्ट की चपेट में आकर शहीद हो जाता है'.
कांग्रेस पर लगाया आरोप
रमन ने कहा कि 'दो दिन पहले मैं बस्तर में घूम रहा था, उस दौरान वहां के लोग बता रहे थे कि, नक्सली आपस में बोल रहे थे कि अब हमारी सरकार है, हमें चिंता की जरूरत नहीं है'.
सरकार की बड़ी असफलता: रमन
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 'एक के बाद एक लगातार पांच घटनाएं हुई हैं. सरकार की इससे बड़ी असफलता क्या हो सकती है. हमने भी तीन लोकसभा चुनाव सुरक्षित कराए हैं'.
प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर की हालत खराब: रमन
रमन ने कहा कि 'चुनाव के आने से पहले ही कांग्रेस और प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति प्रदेश में बुरी हो चुकी है. ऐसे मुख्यमंत्री को पद में रहने का अधिकार नहीं है, जो विधायक और जनता को सुरक्षित न रख सके.' उन्होंने कहा कि 'बीजेपी कार्यकर्ता को थाने में बंद करके इतना मारा गया कि वहीं उसकी मौत हो गई. मैं भीमा के उच्च स्तरीय जांच की मांग करता हूं.
सुरक्षा को लेकर साधा निशाना
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि 'हम नक्सलियों की कायरता से डरकर भागते नहीं है. मैंने पत्र लिखकर विधायक और पूर्व विधायक की सुरक्षा नहीं हटाने की गुजारिश की थी. सुरक्षा बढ़ाने की बात होती है. इस सरकार के आते ही बस्तर जैसे सेंसटिव इलाके में जनतप्रतिनिधियों का सड़क पर निकलना मुश्किल हो गया'.
कार्यकर्ताओं का बढ़ाएंगे हौंसला: रमन
रमन सिंह ने कहा कि 'हम बहदुरी के साथ कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाएंगे. मैं दंतेवाड़ा जाकर भीमा के परिवारवालों से मुलाकात करूंगा. कांग्रेस की गोली और बोली का असर दिखने लगा है. इनके मध्यस्थों को बेनकाब करने की जरूरत है.