रायपुरः छत्तीसगढ़ में धान खरीदी पर मचे संग्राम के बीच भूपेश बघेल और रमन सिंह ने शायराना अंदाज में एक दूसरे पर वार-पलटवार किया है. धान के समर्थन मूल्य को लेकर पहले सीएम भूपेश बघेल ने ट्विटर पर एक शेर लिखा और केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए इशारों-इशारों में जंग का ऐलान कर दिया. इसी ट्वीट पर कुछ घंटों बाद रमन सिंह ने भी शायराना अंदाज में ही जवाब दिया और राज्य सरकार पर किसानों से वादाखिलाफी का आरोप भी लगा दिया.
सीएम भूपेश बघेल ने ट्वविटर पर शायर साहिर लुधियानवी का शेर लिखा कि "हम अम्न चाहते हैं, मगर जुल्म के ख़िलाफ़.. ग़र जंग लाज़मी है तो फिर जंग ही सही". बघेल के इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए पूर्व सीएम रमन सिंह ने उदय प्रताप सिंह की गजल की दो लाइन ट्वीट कर दी, रमन ने लिखा कि ''पुरानी कश्ती को पार लेकर, फ़कत हमारा हुनर गया है, नए खेवैये कहीं न समझें, नदी का पानी उतर गया है''.
-
भोले-भाले किसान भाइयों से झूठे वादे करके सत्ता हासिल करने वाले आज अपनी नाकामी छिपाने धमकी की राजनीति पर उतर गए हैं जो शर्मनाक है।
— Dr Raman Singh (@drramansingh) November 6, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
“पुरानी कश्ती को पार लेकर फ़क़त हमारा हुनर गया है,
नए खिवैया कहीं न समझें नदी का पानी उतर गया है”#ठगो_किसान_भाई_मन_ला https://t.co/3OOEkRmwdW
">भोले-भाले किसान भाइयों से झूठे वादे करके सत्ता हासिल करने वाले आज अपनी नाकामी छिपाने धमकी की राजनीति पर उतर गए हैं जो शर्मनाक है।
— Dr Raman Singh (@drramansingh) November 6, 2019
“पुरानी कश्ती को पार लेकर फ़क़त हमारा हुनर गया है,
नए खिवैया कहीं न समझें नदी का पानी उतर गया है”#ठगो_किसान_भाई_मन_ला https://t.co/3OOEkRmwdWभोले-भाले किसान भाइयों से झूठे वादे करके सत्ता हासिल करने वाले आज अपनी नाकामी छिपाने धमकी की राजनीति पर उतर गए हैं जो शर्मनाक है।
— Dr Raman Singh (@drramansingh) November 6, 2019
“पुरानी कश्ती को पार लेकर फ़क़त हमारा हुनर गया है,
नए खिवैया कहीं न समझें नदी का पानी उतर गया है”#ठगो_किसान_भाई_मन_ला https://t.co/3OOEkRmwdW
भूपेश बघेल से जब उनके ट्वीट को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हम तो शांति चाहते हैं लेकिन बात हमारे किसानों की है, हमारी सरकार पिछली सरकार की तरह नहीं है जिसने बोनस देने की बात कही और बाद में नहीं दिया. भूपेश ने कहा कि हमें किसानों के हक के लिए लड़ाई लड़नी पड़ेगी तो भी हम लड़ेंगे.
-
हम अम्न चाहते हैं मगर ज़ुल्म के ख़िलाफ़
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 6, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
गर जंग लाज़मी है तो फिर जंग ही सही
- साहिर लुधियानवी
">हम अम्न चाहते हैं मगर ज़ुल्म के ख़िलाफ़
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 6, 2019
गर जंग लाज़मी है तो फिर जंग ही सही
- साहिर लुधियानवीहम अम्न चाहते हैं मगर ज़ुल्म के ख़िलाफ़
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 6, 2019
गर जंग लाज़मी है तो फिर जंग ही सही
- साहिर लुधियानवी
बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लंबे समय से प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिख पर आग्रह कर रहे हैं कि धान का समर्थन मूल्य ₹2500 प्रति क्विंटल किया जाए इस संबंध में भूपेश बघेल ने मंगलवार को मंत्रालय में सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी लेकिन बैठक में भाजपा नेताओं ने हिस्सा नहीं लिया.