रायपुर: अपनी पत्नी का कोविड उपचार कराने के लिए कारोबारी ने अंबेडकर अस्पताल में पदस्थ नर्स की मदद मांगी थी. नर्स ने कारोबारी की पत्नी का उपचार किया और अपने सहयोगी के साथ मिलकर उससे 10 हजार रुपए की मांग की. कारोबारी ने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की थी जिसके बाद सिविल लाइन पुलिस ने मंगलवार की रात ठगी के आरोप में नर्स और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया है. पीड़ित पर नर्स और उसके सहयोगियों ने दबाव बनाना शुरू किया जिसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई थी.
नर्स और उसका सहयोगी गिरफ्तार
सिविल लाइन पुलिस ने शिकायत के बाद जांच करते हुए पाया कि नर्स और उसके सहयोगी इस मामले में आरोपी बनाए गए. पुलिस के अनुसार आरोपी नर्स का नाम दीपा दास और उसके सहयोगी का नाम राकेश सार बताया जा रहा है. पीड़ित संतोष तोलवानी की शिकायत पर नर्स और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया है.
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पीड़ित की परिचित थी आरोपी नर्स
सिविल लाइन निवासी कारोबारियों ने आरोपियों की शिकायत सिविल लाइन थाने में कराई थी. जिसके बाद पुलिस ने नर्स और उसके सहयोगी को सोमवार की रात गिरफ्तार किया. पीड़ित ने पुलिस को बताया कि पत्नी को कोरोना संक्रमण होने पर उसके परिचित नर्स की उपचार के लिए मदद मांगी थी. नर्स ने उपचार करने में मदद की और उपचार के नाम पर कारोबारी से 10 हजार रुपये मांगे. कारोबारी ने 3 हजार रुपए देकर बाकी रुपए बाद में देने की बात बात कही. आरोपी नर्स और उसका सहयोगी पीड़ित पर दबाव बनाने लगा जिसके बाद पीड़ित ने उक्त मामले की शिकायत राजधानी के सिविल लाइन थाने में कराई थी.