रायपुर: राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान के छात्रों ने हाईटेक सुपर कंप्यूटिंग क्लस्टर का आविष्कार किया है. इन्होंने भारत में 32वां सबसे तेज सुपर कंप्यूटिंग क्लस्टर बनाया है.
करीब एक महीने पहले NIT के छात्रों का सुपर कंप्यूटर प्रोजेक्ट पूरा हुआ है. ये सुपर कंप्यूटर एक हाइ स्पीड कंप्यूटिंग क्लस्टर है जो कि साधारण कंप्यूटर से ज्यादा तेजी से काम करता है.
नॉर्मल कंप्यूटर और सुपरकंप्यूटर में अंतर
- नॉर्मल कंप्यूटर हाईली यूज पर 3.2 गीगाहर्ट्ज की स्पीड से काम करता है.
- 10 से 15 मिलियंस इंस्ट्रक्शंस परफॉर्म करता है. वहीं सुपर कंप्यूटर 33.9 टेराफ़्लॉप्स पर काम करता है.
- टेराफ़्लॉप्स का मतलब 10 टू दी पावर 12 फ्लोटिंग पॉवर पर सेकंड पर काम करता है.
सुपर कंप्यूटर आने से कम हुई पारेशानियां
डॉक्टर सिरिश वर्मा ने बताया कि रायपुर NIT में 14 कोर्स चलाए जाते हैं, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट, मशीन लर्निंग, फ्लो मैकेनिज्म, एटॉमिक स्ट्रक्चर पर काफी काम होता है. इसमें हाई स्पीड इंटरनेट की जरूरत होती हैं. सुपर कंप्यूटर आने की वजह से इंटरनेट की स्पीड काफी बढ़ गई है जिसके कारण छात्रों को किसी तरह का भी काम करने में कोई परेशानी नहीं हो रही है.