रायपुर: चुनावी साल में छत्तीसगढ़ की सड़कें चर्चा में हैं. जर्जर सड़कें और उन सड़कों पर बने गड्ढों को लेकर अब सियासत भी हो रही है. भाजपा जगह जगह सड़क पर अनूठे अंदाज में प्रदर्शन कर रही है. भाजपा का आरोप है कि बघेल सरकार ने छत्तीसगढ़ को गड्ढागढ़ बना दिया है. वहीं कांग्रेस लोगों की जरूरत के मुताबिक बेहतर सड़क बनाने का दावा कर रही है.
छत्तीसगढ़ बना गड्ढागढ़: रायपुर में आज भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने बघेल सरकार पर जर्जर सड़कों को लेकर लापरवाही का आरोप लगाया है. भाजपा नेता ने कहा कि सीएम ने दिसंबर 2022 तक छत्तीसगढ़ की सड़कों को गड्ढों से मुक्त करने का निर्देश दिया था. 8 महीने बीत जाने के बाद भी छत्तीसगढ़ की सड़कें गड्ढों से मुक्त नहीं हुई. 1 अगस्त को सीएम ने पीडब्ल्यूडी विभाग की बैठक कर बरसात के बाद सड़कों के गड्ढे ठीक करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री केवल निर्देश देते हैं. सुधार से इनको कोई लेना देना नहीं है.
''कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान सड़कों को ठीक किया जाता है. सड़कों पर गुलाब की पंखुड़ियां सजाई जाती है, क्योंकि गांधी परिवार को कहीं भी सड़कों पर चलने में दिक्कत न हो. लेकिन छत्तीसगढ़ की जनता आए दिन गड्ढों के कारण हादसों का शिकार होती है. इससे सरकार को कोई लेना देना नहीं है.'' -केदार गुप्ता, बीजेपी प्रवक्ता
कई सड़कों के सैंपल फेल: केदार गुप्ता ने बघेल सरकार पर आरोप लगाया कि कांग्रेस काल में छत्तीसगढ़ का नहीं बल्कि कांग्रेस का विकास हुआ है. भिलाई नगर निगम ने राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन के माध्यम से कांग्रेस नेता के होटल को फायदा पहुंचाने के लिए 25 लाख रुपए की सीसी रोड बनवाई. ग्रामीण बेहतर सड़क से वंचित है. वहीं कैबिनेट मंत्रियों के घर तक पहुंचने वाली सड़कें चकाचक है.
छत्तीसगढ़ भाजपा का आरोप: भाजपा का आरोप है कि छत्तीसगढ़ की सीमेंट और कंक्रीट से बनी 93 फीसदी सड़कें अमानक हैं. 7401 सड़कों के सैंपल में से 6582 सैंपल फेल हो गए हैं. खराब सड़कों के कारण पिछले 6 महीने में 3 हजार 269 मौतें सड़क हादसे की वजह से हुई है. भाजपा का यह भी कहना है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले साल लगभग 10 हजार करोड़ रुपए केवल सड़कों के लिए दिए थे. पिछले दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलग-अलग विकास कार्यों के लिए 7600 करोड़ की राशि दी. केवल 4 सालों में सरकार ने छत्तीसगढ़ को 2 लाख करोड़ से ज्यादा की राशि दी है, लेकिन जनता के पास कुछ नहीं पहुंच रहा है.
बीजेपी के पास नहीं कोई मुद्दा: बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है. भाजपा को पहले यह तय कर लेना चाहिए कि सड़क बनी है या नहीं बनी है? उन्हें आरोप कौन सा लगाना है. असल मायने में भाजपा नेताओं को प्रदेश की जनता ने अस्वीकार कर दिया है. ओछी राजनीति करने के लिए दुर्भावना पूर्ण बयानबाजी करते हैं.
''रमन सरकार के दौरान एक्सप्रेस वे में 463 करोड़ का घोटाला, स्काईवॉक में घोटाला हुआ. कई जगह भाजपा की सरकार ने सड़क बनाने के नाम पर पैसे कागज में लेकर घोटाला किया. यह भाजपा की काली करतूत रही है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार में गुणवत्तापूर्ण सड़कें बन रही है. जनता की मांग के अनुसार सड़कें बनाई जा रही है. गांव तक पहुंचने के लिए मार्ग बन रहे हैं. प्रदेश में कहीं भी सड़क की सैंपलिंग फेल नहीं हुई.'' -धनंजय सिंह ठाकुर, कांग्रेस प्रवक्ता
हादसों को लेकर लोगों को किया जा रहा जागरूक: धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि, "केंद्र सरकार नेशनल हाईवे के रखरखाव में असफल साबित हुई है. पिछले 9 सालों में ऐसा हाईवे बनाया गया है, जिससे जनता से टोल वसूली की जा रही है. उसे भी पीपीपी मोड में दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी जिन एक्सप्रेस वे और हाईवे का लोकार्पण करते हैं, पुल और पुलिया का निर्माण करते है, वह कुछ दिनों बाद ही धंस जाता है. छत्तीसगढ़ में जो सड़क हादसे हो रहे हैं, उन दुर्घटनाओं पर सरकार जागरूक है. लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. कार्रवाई भी की जा रही है. कांग्रेस शासनकाल में छत्तीसगढ़ में 7 हजार से ज्यादा सड़कें बनी हैं.
सड़क पर धान रोपाई कर विरोध प्रदर्शन: दरअसल साल के अंत में चुनाव होने के कारण इन दिनों बीजेपी सहित अन्य विपक्षी दल छत्तीसगढ़ में खराब सड़कों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पिछले दो दिनों से प्रदेश की सड़कों पर धान का रोपा लगाकर खराब सड़कों का विरोध किया जा रहा है. इसी मुद्दे को लेकर भाजपा कांग्रेस की बघेल सरकार को घेर रही है. हालांकि कांग्रेस ने भी पलटवार करते हुए 7 हजार से ज्यादा सड़क निर्माण की बात कही है.