रायपुर: चुनावी साल में राजनीतिक पार्टी जनता का भरोसा जीतने के लिए अलग-अलग तरह से चुनावी गतिविधियों में जुट चुकी हैं. कांग्रेस ने जांजगीर में भरोसे का सम्मेलन आयोजित कर चुनावी शंखनाद किया और छत्तीसगढ़ के हर वर्ग, हर समाज के लिए काम करने का दावा किया. इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कांग्रेस पर तंज किया. नारायण चंदेल ने कई गंभीर आरोप लगाते हुए कांग्रेस से जनता का भरोसा हटने का दावा किया. कांग्रेस जनसंचार अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा पर पलटवार करते हुए उसके नेताओं का आत्म विश्वास डिग जाने की बात कही.
कांग्रेस वर्कर्स का नेताओं से उठ चुका भरोसा-नारायण चंदेल: नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के मुताबिक जांजगीर चांपा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे का आगमन हुआ और वहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भरोसे का सम्मेलन आयोजित किया. मुझे लगता है कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का कांग्रेस के विधायकों से भरोसा उठ चुका है. विधायकों का मंत्रियों से, मंत्रियों का उपमुख्यमंत्री से और उपमुख्यमंत्री का मुख्यमंत्री से भरोसा उठ चुका है.
मुख्यमंत्री जी आज जांजगीर में अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष की उपस्थिति में भरोसे का सम्मेलन कर रहे हैं. प्रदेश की जनता का भरोसा और विश्वास भारतीय जनता पार्टी की ओर तेजी से बढ़ रहा है. इसलिए कांग्रेस के हाई कमान ने इनसे कहा है कि भरोसे का सम्मेलन करो, क्योंकि छत्तीसगढ़ की जनता का भरोसा अब भूपेश की सरकार से उठ चुका है. -नारायण चंदेल, नेता प्रतिपक्ष
बीजेपी नेताओं का खुद के आत्मविश्वास से भरोसा उठ चुका-सुशील आनंद शुक्ला: कांग्रेस पार्टी के जनसंचार अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला के मुताबिक भरोसे के सम्मेलन से भारतीय जनता पार्टी डर चुकी है. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का आत्मविश्वास से भरोसा उठ चुका है. जिस प्रकार से भरोसे के सम्मेलन में लाखों की तादाद में हितग्राही इकट्ठा हो रहे हैं, वे हितग्राही जिनके लिए पिछले पौने 5 साल में भूपेश बघेल की सरकार ने काम किया है. यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी बौखला गई है. भरोसे के सम्मेलन में किसान आ रहे हैं, मजदूर आ रहे हैं, युवा आ रहे हैं जिन्हें बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है, वे महिलाएं आ रही है जो लाखों की तादाद में आज हमारी गौठान योजना से आत्मनिर्भर बनी हैं. भारतीय जनता पार्टी का बौखलाना स्वाभाविक है क्योंकि 15 साल से उन्होंने हमारे छत्तीसगढ़ की जनता का शोषण किया है.
बीजेपी का जो छत्तीसगढ़ का नेतृत्व है, उनसे उनके केंद्रीय नेतृत्व का भरोसा उठ गया है. छोटी-छोटी बैठक करने के लिए स्वयं अमित शाह को आना पड़ता है. नारायण चंदेल भले ही नेता प्रतिपक्ष बन गए, लेकिन कोई भी कार्यकर्ता उन्हें नेता प्रतिपक्ष मानने को तैयार नहीं था. उनके नेतृत्व पर भारतीय जनता पार्टी को भरोसा नहीं, अरुण साव के नेतृत्व पर कार्यकर्ताओं को भरोसा नहीं, यह उनका अपना संकट है. वह अपना फ्रस्ट्रेशन हमारे लोगों पर निकाल रहे हैं. -सुशील आनंद शुक्ला, जनसंचार अध्यक्ष, कांग्रेस
गौरतलब है कि रविवार को जांजगीर चांपा में कांग्रेस की ओर से 'भरोसे का सम्मेलन' आयोजित किया गया. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने चुनावी तैयारियों को धार देने के साथ ही भूपेश बघेल सरकार को हर वर्ग और समाज के लिए काम करने वाला बताया. इतना ही नहीं केंद्र की मोदी सरकार पर मणिपुर हिंसा को लेकर जमकर हमला किया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत के साथ कांग्रेस के अन्य मंत्री और नेता शामिल रहे.