रायपुर: छत्तीसगढ़ में लगातार रद्द हो रही ट्रेनों को लेकर कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला है. कांग्रेस ने प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में पत्रकार वार्ता बुलाई. इस दौरान कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने मोदी सरकार पर रेलवे की विश्वसनीयता को खत्म करने और निजी हाथों में बेचने का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने रेल रोको आंदोलन की भी चेतावनी दी है.
रेलवे को खत्म करने की साजिश का आरोप: कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, "नरेन्द्र मोदी की सरकार देश की सबसे विश्वसनीय यात्री सेवा रेलवे को समाप्त करने की साजिश रच रही है. सालों से भारतीय रेलवे आम जनता का भरोसेमंद, सस्ता और सुलभ यात्रा का जरिया है. मोदी राज में रेलवे की विश्वसनीयता को खत्म कर निजी हाथों में बेचने का षडयंत्र रचा जा रहा है. बिना कोई कारण बताये, बिना किसी ठोस वजह के यात्री ट्रेनों को अचानक रद्द कर दिया जाता है."
"रेलवे सुविधाओं की बहाली और रेल बंद करने के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने आंदोलन चलाने का फैसला लिया है. जिसके तहत 9 सितंबर को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में पत्रकारवार्ता कर ज्ञापन सौंपा जायेगा. 10 से 12 सितंबर को पैम्पलेट-पोस्टर वितरण किया जाएगा. 13 सितंबर को प्रदेश के सभी रेलवे स्टेशनों पर रेल रोको आंदोलन किया जायेगा." - सुशील आनंद शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष, मीडिया विभाग कांग्रेस
"मोदी राज में रेल यात्री हो रहे प्रताड़ित": सुशील आनंद शुक्ला ने आगे कहा, "भाजपा राज में रेलवे में मिलने वाली बुजुर्गों की छूट खत्म की गई, छात्रों को मिलने वाली रियायत खा गए, किराए में बेतहाशा वृद्धि, प्लेटफार्म टिकट तक में कई गुना वसूली की गई. दैनिक यात्री सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारी, पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राएं, कामगार, नौकरीपेशा आम यात्री सभी मोदी राज में प्रताड़ित हैं. छत्तीसगढ़ के लाखों रेल यात्रियों की समस्या पर भाजपा नेता मुंह में दही जमाकर बैठें हैं. मोदी-शाह के अधिनायकवाद के डर से वरिष्ठ भाजपा जनप्रतिनिधि भी जनता के प्रति अपने कर्त्तव्य निभाने से भाग रहे हैं."
कांग्रेस ने 3 साल के रद्द ट्रेनों का आंकड़ा किया जारी: वर्तमान में 24 ट्रेनें अगस्त 2023 के आखिरी सप्ताह में रद्द की गयी थी. जिसका कांग्रेस विरोध कर रही है. कांग्रेस का आरोप है कि छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली ट्रेनें लास्ट मौके पर कैंसिल कर दी जाती है. खासकर रक्षाबंधन, दीवाली, शीतकालीन पर्व के समय ऐसा किया जाता है. इस प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में कब-कब कितनी ट्रेनें रद्द की गई, उसका आंकड़ा भी जारी किया. कांग्रेस के आंकड़ों की मानें, तो पिछले साढ़े तीन साल में 67,382 ट्रेनों को रद्द किया गया है.
3 साल के दौरान कितनी ट्रेनें हुईं रद्द ?
- रक्षाबंधन 2023: 2 से 8 सितंबर को 22 ट्रेनें कैंसिल की गई.
- रक्षाबंधन 2022: 29 अगस्त से 6 सितंबर के बीच 58 ट्रेनें रद्द की गई.
- 18 अगस्त 2022: 62 ट्रेनें रद्द की गई.
- ठंडी के समय 6 से 10 दिसंबर 2022 को 36 ट्रेनें रद्द की गई.
- दीवाली के समय 24 अक्टूबर 2022 को दो दर्जन ट्रेनें रद्द की गई
- शादी ब्याह और परीक्षा के समय मोदी राज में पिछले 9 साल से ट्रेनें रद्द की गई.
- नौतनवा और सारनाथ एक्सप्रेस 64 दिन तक रद्द कर दी गयी.
आरटीआई से वर्षवार निरस्त हुई ट्रेनों की प्राप्त आंकड़े:
- साल 2020 में 32757 ट्रेनें रद्द की गई.
- साल 2021 में 32151 ट्रेनें रद्द की गई.
- साल 2022 में 2474 ट्रेनें रद्द की गई.
- साल 2023 में (अप्रैल माह तक) 208 ट्रेनें रद्द की गईं हैं.