रायपुर: कोरोना महामारी ने शादी-विवाह जैसे कई समारोह को प्रभावित किया है. 16 फरवरी से बसंत पंचमी की शुरुआत होते ही शुभ कार्य होने लगेंगे. कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए शादी-विवाह के समारोह आयोजित किए जाएंगे. 2021 में विवाह के शुभ मुहूर्त केवल 51 हैं. इन मुहूर्त को देखते हुए रायपुर बाजार सज चुके हैं. बड़े व्यापारियों को उम्मीद है कि 16 फरवरी के बाद से व्यापार में छाई मंदी खत्म होगी. वहीं छोटे व्यापारी हताश और निराश नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि बाजार तब भी ठंडा था अब भी ठंडा है.
दरअसल, बसंत पंचमी को शुभ मुहूर्त के नाम से भी जाना जाता है. लोग स्वेच्छा से शुभ कार्य और विवाह जैसे कार्य संपन्न करते हैं. वैसे तो गुरु काफी दिनों से अस्त है. 16 फरवरी से शुक्र भी अस्त हो जाएगा. रायपुर का बाजार शादी सामाग्री से सज चुका है, लेकिन इन दुकानों में सन्नाटा छाया हुआ है. बाजार से रौनक गायब है. ETV भारत ने कुछ दुकानदारों से बातचीत की तो उनका कहना है कि अभी शादियों का मुहूर्त नहीं है. इस वजह से ग्राहकी कमजोर है. शादी ब्याह शुरू होने के बाद इन दुकानों में एक बार रौनक फिर लौट आएगी.
बसंत पंचमी के दिन अच्छी ग्राहकी की उम्मीद
अबतक शादियों के ज्यादा मुहूर्त नहीं होने के कारण राजधानी का सराफा बाजार सुना पड़ा हुआ था, लेकिन सर्राफा व्यापारी का कहना है कि 16 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन कई शादियां होती है. इस दिन से सराफा दुकान में ग्राहकी अच्छी रहेगी.
मुहुर्त अप्रैल के बाद से शुरू
महामाया मंदिर के पुजारी पंडित मनोज शुक्ला का कहना है कि गुरु ग्रह काफी समय से अस्त चल रहा है. 16 फरवरी से शुक्र ग्रह भी अस्त हो जाएगा. इन ग्रहों के अस्त रहने से कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं होते हैं, लेकिन 16 फरवरी को बसंत पंचमी को लोग अबूझ मुहूर्त मानकर कई तरह के शुभ और मांगलिक कार्यों को संपन्न करते हैं. विवाह का मुहुर्त अप्रैल के बाद से शुरू होगा. उस दौरान गुरु और शुक्र ग्रह उदित रहेंगे.
विवाह में कोविड-19 के नियमों का होगा पालन
मांगलिक या फिर किसी भी शुभ कार्य के लिए तब भी प्रशासन की अनुमति लेनी होगी. ऑनलाइन अनुमति के लिए संबंधित थाना क्षेत्र के एसडीएम को संपर्क करना होगा. एसडीएम की अनुमति के बाद ही शाही समारोह का आयोजन होगा. समारोह में सैनिटाइजर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का भी पालन करना होगा.
विवाह के शुभ मुहूर्त केवल 51
- 2021 में विवाह के लिए सिर्फ 51 दिन शुभ है.
- 16 फरवरी से लेकर 17 अप्रैल तक शुक्र अस्त है.
- विवाह का अगला मुहूर्त 22 अप्रैल है.
- देव शयन से पहले 15 जुलाई तक 37 दिन विवाह के लिए शुभ है.
- 15 नवंबर को देवउठनी एकादशी से 13 दिसंबर तक विवाह के लिए 13 दिन शुभ होंगे.
- अप्रैल महीने में विवाह के लिए 8 दिन शुभ रहेंगे.
- 22 अप्रैल के बाद 24 से 30 अप्रैल तक शादियां होंगी.
- जून में विवाह के 9 शुभ मुहूर्त है. 3, 4, 5, 16, 19, 20, 22, 23 और 24 जून शामिल है.
- जुलाई में सिर्फ 5 दिन शुभ है. इसमें 1, 2, 7, 13 और 15 तारीख शुभ है.