रायपुर: डॉक्टर का पेशा सबसे मानवीय पेशों में से एक है. छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल मेकाहारा केके डॉक्टर के साहू अपनी कार में ही पूरा हॉस्पिटल लेकर चलते हैं.
डॉक्टर को भगवान का रूप कहा जाता है. आज हम आपको एक ऐसे डॉक्टर से मिलवाने जा रहे हैं, जिन्होंने इस काम को काम न समझ कर अपना जुनून समझा है. राजधानी के मेकाहारा अस्पताल कार्डियक सेंटर के डॉक्टर केके साहू अपने कार में ही पूरा का पूरा हॉस्पिटल लेकर चलते हैं ताकि इमरजेंसी में किसी मरीज की जान बचानी हो, तो उस में देरी ना हो.
साहू 10 साल से भी ज्यादा समय से इस फील्ड में है. उन्होंने बताया की पढ़ाई के दौरान उन्होंने देखा कि कई बार औजार न होने के कारण इलाज नहीं हो पाता है और मरीज की जान तक जाने का खतरा बना रहता है. इसके बाद ही उन्होंने अपने पैसों से इंस्ट्रूमेंट खरीदना शुरू कर दिया और आज केके साहू के पास चार लाख से भी ज्यादा का औजार हैं.
इन औजारों को साहू हमेशा अपनी कार में रखते हैं. इस पहल से उन्होंने कई लोगों की जान बचाई हैं. उनका कहना है कि जिस तरह एक फौजी का हथियार हमेशा उसके पास होना चाहिए उसी तरह डॉक्टर का औजार भी डॉक्टर के साथ होना चाहिए.