रायपुरः मनुष्य वंश की वृद्धि के लिए पुत्र की कामना करने के लिए पुत्रदा एकादशी (putrada ekadashi) व्रत पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ करता आया है. ऐसी मान्यता है कि पुत्रदा एकादशी के दिन संकल्पवान होकर व्रत करने से जीवन में वंश वृद्धि के लिए सुपुत्र की कामना पूर्ण होती है. इस बार पुत्रदा एकादशी 18 अगस्त को मनाई जा रही है. यह त्योहार पवित्रा एकादशी झूलन यात्रा प्रारंभ के रूप में भी मनाया जाता है. इस दिन मूल नक्षत्र विष्कुंभ योग और ध्वज योग के शुभ संयोग में पड़ रहा है. इस दिन ववकरण भी है. जबकि चंद्रमा धनु राशि में विराजमान रहेंगे रवि योग और यम योग भी निर्मित हो रहे हैं.
पुत्रदा एकादशी आज, वंश वृद्धि के लिए सुपुत्र की कामना होती है पूर्ण
पुत्रदा एकादशी आज मनाई जा रही है. यह त्योहार पवित्रा एकादशी झूलन यात्रा प्रारंभ के रूप में भी मनाया जाता है. इस दिन मूल नक्षत्र विष्कुंभ योग और ध्वज योग के शुभ संयोग में पड़ रहा है. ऐसी मान्यता है कि पुत्रदा एकादशी के दिन संकल्पवान होकर व्रत करने से जीवन में वंश वृद्धि के लिए सुपुत्र की कामना पूर्ण होती है.
रायपुरः मनुष्य वंश की वृद्धि के लिए पुत्र की कामना करने के लिए पुत्रदा एकादशी (putrada ekadashi) व्रत पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ करता आया है. ऐसी मान्यता है कि पुत्रदा एकादशी के दिन संकल्पवान होकर व्रत करने से जीवन में वंश वृद्धि के लिए सुपुत्र की कामना पूर्ण होती है. इस बार पुत्रदा एकादशी 18 अगस्त को मनाई जा रही है. यह त्योहार पवित्रा एकादशी झूलन यात्रा प्रारंभ के रूप में भी मनाया जाता है. इस दिन मूल नक्षत्र विष्कुंभ योग और ध्वज योग के शुभ संयोग में पड़ रहा है. इस दिन ववकरण भी है. जबकि चंद्रमा धनु राशि में विराजमान रहेंगे रवि योग और यम योग भी निर्मित हो रहे हैं.