रायपुरः राजधानी के धरना स्थल पर CGPSC की परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र आंदोलन करते नजर आए. साल 2020 की प्री परीक्षा के मॉडल आंसर शीट में कई तरह की गड़बड़ियां मिली है. छात्रों ने बताया कि गलत जबाव को एक्सपर्ट ने सही बताकर मॉडल आंसर शीट जारी कर दिया है. कुछ प्रश्नों में भी छात्रों को आपत्ति है. कुछ किताबों को लेकर भी विवाद की स्थिति है. ऐसे में स्टूडेंट्स ऐसी किताबों की सूची जारी करने की मांग कर रहे हैं. जिनके जवाब या तथ्यों को सही माना जाए. CGPSC की परीक्षा प्रणाली में लगातार पेश आ रही दिक्कतों का हवाला देते हुए छात्रों ने आयोग के अफसरों से मुलाकात कर सुधार करने की मांग की है.
लोक सेवा आयोग के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन
बूढ़ापारा स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन के बाद सभी स्टूडेंट्स लोक सेवा आयोग के दफ्तर पहुंचे. यहां सभी ने छात्रों ने अपने-अपने ज्ञापन आयोग के अफसरों के नाम सौंपे. हालात ऐसे बने की आयोग के कर्मचारियों ने गेट के पास एक काउंटर बनाया और एक-एक कर सभी स्टूडेंट्स के ज्ञापन लिए गए. सभी ने CGPSC से मांग की है कि 14 फरवरी 2021 को हुए एग्जाम के मॉडल आंसर शीट की गड़बड़ी को ठीक किया जाए.
दंतेवाड़ा में BJYM ने चलाया हस्ताक्षर अभियान
प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों को सौंपा ज्ञापन
CGPSC की परीक्षा प्रणाली में सुधार के लिए प्रदर्शनकारियों का एक समूह ने आयोग के प्रमुख टामन सोनवानी से मिला. इस मौके पर आयोग के दूसरे बड़े अधिकारी भी मौजूद रहे. छात्रों ने बताया कि कट ऑफ और सवालों की गड़बड़ी की बात अफसरों ने माना है. अफसरों ने स्वीकार किया है कि कुछ गलतियां हुई हैं. जिन्हें वो सुधारेंगे. हालांकि अब छात्रों का ज्ञापन लेकर अधिकारी उनकी शिकायतों को समझकर जल्द ही कोई बड़ा फैसला लेने का भरोसा कैंडिडेट्स को दिला रहे हैं. फिलहाल अब सभी को आयोग के अफसरों के फैसले का इंतजार करना होगा.