रायपुर: राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर विद्या मितान शिक्षक कल्याण संघ ने 2 सूत्रीय मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार उन्हें नियमित करें और छटनी किए गए विद्या मितानों को फिर से नियुक्ति दी जाए. इस 2 सूत्रीय मांग को लेकर प्रदेश भर के लगभग 2,500 विद्या मितान ने प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर गुस्सा निकाला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने वादा किया था कि सत्ता में आने के 10 दिनों के बाद इन्हें नियमित कर दिया जाएगा. लेकिन सत्ता में आए सरकार को लगभग 20 महीने हो गए, बावजूद इसके इन विद्या मितान शिक्षकों को नियमित नहीं किया गया.
छत्तीसगढ़ के 2,500 विद्या मितान शिक्षक साल 2016 से अपनी सेवाएं शासकीय स्कूलों में नियमित शिक्षकों की तरह दे रहे हैं. लेकिन आज से डेढ़ साल पहले प्रदेश भर के लगभग 350 विद्या मितान शिक्षकों को स्कूलों से निकाल दिया गया. जिसकी फिर से नियुक्ति की मांग और नियमितीकरण को लेकर विद्या मितान शिक्षक कल्याण संघ ने मोर्चा खोल दिया है. विद्या मितानों का कहना है कि कांग्रेस ने कहा था कि राज्य में सरकार बनती है तो विद्या मितानों को नियमित किया जाएगा. कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में छत्तीसगढ़ के स्थानीय विद्या मितानों को रिक्त पद में प्राथमिकता के अनुसार नियमित करने का वादा किया था. लेकिन यह वादे आज भी पूरे नहीं हो सके.
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कांग्रेस सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप
सरकार की वादाखिलाफी से तंग आकर विद्या मितान शिक्षक कल्याण संघ ने यह कदम उठाया है. विद्या मितान शिक्षक कल्याण संघ का कहना है कि कोरोना काल के दौर में सरकार ने हर वर्ग को कुछ ना कुछ दिया है. लेकिन विद्या मितान शिक्षकों को आज तक कुछ नहीं मिला. प्रदेश के लगभग ढाई हजार विद्या मितान शिक्षकों को अप्रैल महीने से कोई भी वेतन सरकार की तरफ से नहीं मिला है. जिससे भी विद्या मितान शिक्षक कल्याण संघ नाराज है. इन विद्या मितानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.