दिल्ली : अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार के खिलाफ शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में 'भारत बचाओ रैली' आयोजित की. यह रैली आर्थिक मंदी, किसान विरोधी नीतियों, महिलाओं के खिलाफ हिंसा, बेरोजगारी और संविधान पर हमले के विरोध में की कई गई.
रैली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री और कार्यकर्ता शामिल हुए. रैली में हिस्सा लेने के लिए देश के कोने-कोने से लाखों कांग्रेस कार्यकर्ता रामलीला मैदान पहुंचे.
छत्तीसगढ़ से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंत्रिमंडल के सदस्य और पदाधिकारियों सहित हजारों की संख्या में कार्यकर्ता रामलीला मैदान पहुंचे थे.
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'बीजेपी देश को बांटना चाहती है'
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 'आज ऐसा लग रहा है कि बंदर के हाथ में उस्तरा लग गया है. ये लोग केवल जलाना जानते हैं. काटना और बांटना जानते हैं. नोटबंदी के दौरान 125 लोगों की मौत हुई. GST की वजह से व्यापारी आत्महत्या करने लगे. धारा 370 हटाए जाने से कश्मीर में ताला लग गया.
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'देश के लिए हम जान देना जानते हैं'
उन्होनें कहा कि आज बीजेपी, NRC पूरे देश में लागू करवाना चाहती हैं, देश में आग लगाना चाहती हैं. हम कांग्रेस के लोग हैं, हम लोग जान देना जानते हैं. देश की एकता और अखंडता के लिए महात्मा गांधी ने अपनी जान दी, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने बलिदान दिया.
'कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है'
CM बघेल ने आगे कहा कि आज इस मंच के माध्यम से देश को संदेश देना है कि 'कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है और उसके नेता राहुल गांधी है. बीजेपी किसान विरोधी हैं, व्यापारी विरोधी हैं. जिन्होंने राज्यों को सताना शुरू कर दिया है. राज्यों को पैसा देना रोक दिया है'
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किसान विरोधी है बीजेपी सरकार
मुख्यमंत्री बघेल ने छत्तीसगढ़ का उदाहरण देते हुए कहा कि 'हम छत्तीसगढ़ में किसानों को 2500 रुपए समर्थन मूल्य दे रहे हैं. जिसे केंद्र सरकार ने रोकने का प्रयास किया है. लेकिन इसके बाद भी हम किसानों को 2500 देंगे. पिछले 1 साल में छत्तीसगढ़ में किसी किसान ने आत्महत्या नहीं की. लेकिन मोदी सरकार किसानों के हित में किए जा रहे कामों को रोकना चाहती है'.