रायपुर : आम आदमी पार्टी ने पंजाब की पांच राज्यसभा सीटों के लिए जिन लोगों को (Rajya Sabha MP 2022) उम्मीदवार बनाया है, उनमें एक आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर संदीप पाठक भी हैं. पाठक मूलतः छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के रहने वाले हैं. यही वजह है कि प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में भी संदीप पाठक को लेकर चर्चा तेज हो गई है. राजनीति के जानकार इस घटनाक्रम को छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी की दूरदर्शी चुनावी तैयारी से भी जोड़कर देख रहे हैं. जानकारों का कहना है कि आप पार्टी प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में प्रोफेसर पाठक को अपनी पार्टी का चेहरा भी प्रोजेक्ट कर सकती है. इससे पार्टी में स्थानीय बड़े चेहरे की कमी की भरपाई भी हो सकती है.
पंजाब में आप की जीत के लिए प्रो पाठक की रही अहम भूमिका : आम आदमी पार्टी ने पंजाब से राज्यसभा में जिन पांच लोगों को भेजने का फैसला किया है, उनमें से एक नाम इन दिनों छत्तीसगढ़ में भी सुर्खियों में है. वह नाम है दिल्ली आईआईटी के प्रोफेसर डॉक्टर संदीप पाठक का. जानकारों के मुताबिक पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत के पीछे प्रोफेसर संदीप का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. शायद यही वजह है कि आम आदमी पार्टी इन्हें प्रमोट करने की तैयारी में है. छत्तीसगढ़ के राजनीतिक हलकों में इसी बात को लेकर चर्चा है कि मूलतः छत्तीसगढ़ के रहने वाले प्रोफेसर संदीप पाठक को आने वाले दिनों में आम आदमी पार्टी प्रदेश की राजनीति के लिए तो कहीं प्रमोट नहीं कर रही..!
छोटे प्रदेशों पर आप की नजर : आम आदमी पार्टी को करीब से जानने वाले प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा का कहना है कि आम आदमी पार्टी टेक्नोक्रेट को तवज्जो देती है. संदीप पाठक को भी सोची-समझी प्लानिंग के तहत पार्टी ने राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया है. बेशक उन्हें छत्तीसगढ़ में पार्टी का चेहरा भी बनाया जा सकता है. संदीप पाठक काफी समय से आप पार्टी से जुड़े हुए हैं. आम आदमी पार्टी कभी भी उन्हें अपना चेहरा बनाकर छत्तीसगढ़ में उतार सकती है.
राजनीति में बरकरार रहती हैं संभावनाएं : पत्रकार उचित शर्मा का कहना है कि राजनीति में संभावनाएं हमेशा बनी रहती हैं. छत्तीसगढ़ छोटा स्टेट है. यहां दो ही प्रमुख पार्टियां हैं. तीसरी राजनीतिक पार्टी की यहां संभावनाएं हैं. शर्मा मानते हैं कि आम आदमी पार्टी का प्रदेश में ग्राम भी बढ़ रहा है. ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि आने वाले दिनों में संदीप पाठक को आप पार्टी प्रदेश में प्रोजेक्ट कर सकती है. रणनीति के पार्टी द्वारा प्रोफेसर पाठक को छत्तीसगढ़ से उतारा जा सकता है. शर्मा का यह भी कहना है कि अभी राज्य के चुनाव में काफी समय है. आप ने 2018 के चुनाव में भी आपने काफी मेहनत की थी. ज्यादातर सीटों से अपनी पार्टी का उम्मीदवार उतारा. अब धीरे-धीरे प्रदेश में पार्टी का ग्राफ ऊपर आ रहा है. प्रदेश में आप पार्टी को चेहरे की तलाश थी, वह चेहरा संदीप पाठक के रूप में सामने आ सकता है.
पंजाब चुनाव परिणाम से बढ़ा है आप का मनोबल : पंजाब चुनाव के रिजल्ट से आम आदमी पार्टी का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है. ऐसे में लगता है कि केजरीवाल का फोकस छत्तीसगढ़ की ओर भी रहेगा. वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा मानते हैं कि हरियाणा और हिमाचल के बाद छत्तीसगढ़ में पार्टी के विस्तार के लिए प्रयास किया जा सकता है. देश के छोटे राज्यों में आप पार्टी का फोकस ज्यादा है. यह शायद उनकी रणनीति भी है. अब देखना यह होगा कि पार्टी के बड़े नेता प्रदेश को कितना तवज्जो देंगे. कितनी बार बड़े नेताओं के प्रदेश में दौरे होंगे और उनके मुद्दे क्या होंगे. हालांकि जिन स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक सुरक्षा के मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी चुनाव मैदान में उतरती है, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने इन पर काफी काम किया है. लेकिन कुछ मुद्दे हर सरकार में रहते हैं. हर राज्य में मुद्दों की संभावना बनी रहती है. राजनीति में मुद्दे कभी खत्म नहीं होते.
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मध्यमवर्गीय परिवार से हैं प्रो. पाठक : प्रोफेसर संदीप पाठक छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के लोरमी के रहने वाले हैं. उनके परिवार के लोग आज भी बटहा गांव में रहते हैं. उनके पिता और चाचा गांव में खेती करते हैं. पंजाब से राज्यसभा मेंबर के लिए संदीप के नाम की घोषणा होने पर इनके गांव में जश्न मनाया गया.
सीएम ने कहा-पार्टी का अंदरूनी मामला : प्रोफेसर संदीप पाठक को आप पार्टी द्वारा दी जा रही जिम्मेदारी को लेकर जब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कौन सी पार्टी, किसको, कहां से राज्यसभा भेजती है, वह उस पार्टी का निर्णय है. उस पर मुझे कुछ नहीं कहना है.