छत्तीसगढ़ विधानसभा में हाथियों के हमले से लोगों की मौत का मामला गूंजा. सदन में BJP विधायक शिवतरन शर्मा ने यह मुद्दा उठाया. ध्यानाकर्षण सूचना के माध्यम से ये मुद्दा रखा गया. वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में लगभग 300 हाथी वन क्षेत्रों में घूम रहे हैं. वन क्षेत्रों में ग्रामीण अचानक हाथियों के पास आ जाते हैं. हाथियों के डर से लोगों का अपने घरों को छोड़ने की बात गलत है.मैनपाट इलाके में कुछ ग्रामीण दूसरे गांव में ठहरे थे. 9 हाथियों के दल के कारण ग्रामीण दूसरे गांव में ठहरे हुए थे.
रायगढ़ के 6 गांव में हाथियों के दल ने किसानों के नुकसान की बात गलत है. किसानों की सब्जी और फसल को नुकसान पहुंचाने की बात भी सही नहीं है. वनमंत्री ने कहा कि यह सही नहीं है कि हाथियों की रहस्यमय मौत हो रही है. हाथियों की मौत का कारण प्राकृतिक है. डॉक्टर्स भी इसकी पुष्टि कर चुके हैं. मृत हाथी के दांत गायब होने का मामला भी गलत है. क्योंकि इस मामले में आरोपी गिरफ्तार किए गए और हाथियों के दांत सुरक्षित रखे हुए हैं.
विधायक शिवरतन शर्मा ने हाथियों की संख्या पर सवाल उठाए. उन्होंने पूछा कि कितने हाथियों में ट्रेकिंग के लिए GPS लगे हैं? 306 हाथियों में से कितने हाथियों पर GPS लगाया गया है. जिन लोगों की मृत्य हुई, उनमें से कितनों को मुआवजा दिया?
वन मंत्री ने जवाब दिया कि सिर्फ 6 हाथियों में GPS लगा हुआ है. जिन लोगों की मृत्यु हुई, उन सभी को मुआवजा दिया जा चुका है. हाथियों की मौत के सभी मामलों की जांच की जा रही है.