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ऑनलाइन क्लास के लिए महिला टीचर्स के नंबर भी हुए शेयर, जानिए क्या है उनकी राय...

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Published : Aug 20, 2020, 7:43 PM IST

Updated : Aug 21, 2020, 12:30 AM IST

कोरोना संकट को देखते हुए छत्तीसगढ़ में पढ़ई तुंहर दुआर योजना के तहत बच्चों की ऑनलाइन क्लास ली जा रही है. जिसकी वजह से महिला टीचर्स के मोबाइल नंबर बच्चों और परिजनों के पास चले गए हैं. ये महिला टीचर्स फ्रॉड कॉल या रेंडम कॉल जैसी दिक्कतों का तो सामना नहीं कर रही है. ETV भारत ने महिला शिक्षकों से इस विषय पर बात की.

online class in chhattisgarh
महिला टीचर्स की राय

रायपुर: कोविड-19 के कारण पढ़ाई को भी काफी नुकसान हो रहा है. जिसे देखते हुए छत्तीसगढ़ में पढ़ई तुंहर दुआर योजना शुरू कर ऑनलाइन क्लास ली जा रही है. इस ऑनलाइन क्लास के माध्यम से बच्चों की हर दिन तीन से चार घंटे ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है. इस कारण महिला टीचर्स के मोबाइल नंबर बच्चों और परिजनों के पास चले गए हैं. ईटीवी भारत ने जानने की कोशिश की है कि कही ये महिला टीचर्स फ्रॉड कॉल या रेंडम कॉल जैसी दिक्कतों का तो सामना तो नहीं कर रही हैं. ETV भारत ने महिला शिक्षकों से इस विषय पर बात की.

पढ़ई तुंहर दुआर

महिला शिक्षकों ने बताया कि लगभग अप्रैल से पढ़ई तुंहर दुआर के तहत वे ऑनलाइन क्लासेस ले रही हैं. दो से तीन घंटे दिन में वह अलग-अलग क्लास के बच्चों की ऑनलाइन क्लास लेती हैं. साथ ही किसी भी बच्चे को डाउट होने पर बच्चा या उनके अभिवावक कभी भी उन्हें फोन कर डाउट क्लियर कर सकते हैं. इस वजह से उन्हें हमेशा फोन अपने आसपास ही रखना पड़ता है. महिला शिक्षकों का कहना है कि अभी तक इस वजह से उन्हें कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा है.

शिक्षा ऐसी चीज है जो कभी रुकनी नहीं चाहिए, इस वजह से महिला शिक्षक भी बच्चों का पूरी तरह सहयोग कर रही हैं. वहीं पैरेंट भी किसी भी तरह के बच्चों को डाउट होने पर महिला शिक्षक को फोन लगाकर उनसे बात कर ले रहे हैं. इससे महिला शिक्षकों को कोई परेशानी नहीं है.

पढ़ें-SPECIAL: बीजापुर के वनांचलों में नहीं हो रही बच्चों की पढ़ाई, कहीं मोबाइल नहीं, तो कहीं नेटवर्क!

टीचर्स ने बताया कि पढ़ई तुंहर दुआर की वजह से उनका नंबर छात्र-छात्राओं के साथ ही उनके परिवारवालों के पास है, लेकिन अभी तक उन्हें किसी भी तरह के कोई रेंडम कॉल या गलत नाम से फोन कर परेशान नहीं किया गया है. महिला शिक्षकों ने यह भी बताया कि अगर भविष्य में ऐसे कोई कॉल या मैसेज होते हैं, तो उन्हें कहा गया है कि वह अपने सीनियर अधिकारी या जिला शिक्षा अधिकारी से डायरेक्ट बात कर सकते हैं.

एंड्रॉयड फोन का ना होना एक समस्या

महिला शिक्षकों ने यह भी बताया कि कई ऐसे बच्चे हैं जिनके पास एंड्रॉयड फोन नहीं होता. ऐसे में वह शाम को क्लास लेती है, ताकि सभी बच्चे जिनके पास मोबाइल है वह घर आ जाए और बच्चों के साथ बैठकर बच्चों को ऑनलाइन क्लास लेने में सहयोग करें.

पढ़ें-SPECIAL: कांकेर में हांफ रही 'पढ़ई तुंहर दुआर' योजना, बिना नेटवर्क डगमगा रहा बच्चों का भविष्य

तीन तरीकों से हो रही पढ़ाई

छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से 3 तरीकों से ऑनलाइन क्लास का संचालन किया जा रहा है. इनमें से एक राज्यस्तरीय कक्षाएं हैं. जिसमें जिले के चुनिंदा शिक्षक रोस्टर के मुताबिक क्लास ले रहे हैं. जबकि दूसरी तरह के कक्षाएं जिला स्तर की है, जिसमें चुनिंदा शिक्षक हिस्सा ले रहे हैं. तीसरी तरह में स्कूल के शिक्षक ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं.

पढ़ई तुंहर दुआर के तहत अब तक छत्तीसगढ़ में इतने शिक्षक और विद्यार्थी से जुड़े हैं-

  • पंजीकृत स्कूल विद्यार्थी 22,28,863
  • पंजीकृत स्कूल शिक्षक 2,07,033
  • पहली से 7वीं कक्षा तक ऑनलाइन क्लास 21,75,257
  • पहली से 12वीं तक के स्कूल शिक्षा कोर्स मैटेरियल 2281
  • पहली से 12वीं तक के स्कूल शिक्षा वीडियो 17,319
  • पहली से 12वीं तक के स्कूल शिक्षा फोटो 9,953
  • पहली से 12वीं तक के स्कूल शिक्षा ऑडियो 903

रायपुर: कोविड-19 के कारण पढ़ाई को भी काफी नुकसान हो रहा है. जिसे देखते हुए छत्तीसगढ़ में पढ़ई तुंहर दुआर योजना शुरू कर ऑनलाइन क्लास ली जा रही है. इस ऑनलाइन क्लास के माध्यम से बच्चों की हर दिन तीन से चार घंटे ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है. इस कारण महिला टीचर्स के मोबाइल नंबर बच्चों और परिजनों के पास चले गए हैं. ईटीवी भारत ने जानने की कोशिश की है कि कही ये महिला टीचर्स फ्रॉड कॉल या रेंडम कॉल जैसी दिक्कतों का तो सामना तो नहीं कर रही हैं. ETV भारत ने महिला शिक्षकों से इस विषय पर बात की.

पढ़ई तुंहर दुआर

महिला शिक्षकों ने बताया कि लगभग अप्रैल से पढ़ई तुंहर दुआर के तहत वे ऑनलाइन क्लासेस ले रही हैं. दो से तीन घंटे दिन में वह अलग-अलग क्लास के बच्चों की ऑनलाइन क्लास लेती हैं. साथ ही किसी भी बच्चे को डाउट होने पर बच्चा या उनके अभिवावक कभी भी उन्हें फोन कर डाउट क्लियर कर सकते हैं. इस वजह से उन्हें हमेशा फोन अपने आसपास ही रखना पड़ता है. महिला शिक्षकों का कहना है कि अभी तक इस वजह से उन्हें कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ा है.

शिक्षा ऐसी चीज है जो कभी रुकनी नहीं चाहिए, इस वजह से महिला शिक्षक भी बच्चों का पूरी तरह सहयोग कर रही हैं. वहीं पैरेंट भी किसी भी तरह के बच्चों को डाउट होने पर महिला शिक्षक को फोन लगाकर उनसे बात कर ले रहे हैं. इससे महिला शिक्षकों को कोई परेशानी नहीं है.

पढ़ें-SPECIAL: बीजापुर के वनांचलों में नहीं हो रही बच्चों की पढ़ाई, कहीं मोबाइल नहीं, तो कहीं नेटवर्क!

टीचर्स ने बताया कि पढ़ई तुंहर दुआर की वजह से उनका नंबर छात्र-छात्राओं के साथ ही उनके परिवारवालों के पास है, लेकिन अभी तक उन्हें किसी भी तरह के कोई रेंडम कॉल या गलत नाम से फोन कर परेशान नहीं किया गया है. महिला शिक्षकों ने यह भी बताया कि अगर भविष्य में ऐसे कोई कॉल या मैसेज होते हैं, तो उन्हें कहा गया है कि वह अपने सीनियर अधिकारी या जिला शिक्षा अधिकारी से डायरेक्ट बात कर सकते हैं.

एंड्रॉयड फोन का ना होना एक समस्या

महिला शिक्षकों ने यह भी बताया कि कई ऐसे बच्चे हैं जिनके पास एंड्रॉयड फोन नहीं होता. ऐसे में वह शाम को क्लास लेती है, ताकि सभी बच्चे जिनके पास मोबाइल है वह घर आ जाए और बच्चों के साथ बैठकर बच्चों को ऑनलाइन क्लास लेने में सहयोग करें.

पढ़ें-SPECIAL: कांकेर में हांफ रही 'पढ़ई तुंहर दुआर' योजना, बिना नेटवर्क डगमगा रहा बच्चों का भविष्य

तीन तरीकों से हो रही पढ़ाई

छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से 3 तरीकों से ऑनलाइन क्लास का संचालन किया जा रहा है. इनमें से एक राज्यस्तरीय कक्षाएं हैं. जिसमें जिले के चुनिंदा शिक्षक रोस्टर के मुताबिक क्लास ले रहे हैं. जबकि दूसरी तरह के कक्षाएं जिला स्तर की है, जिसमें चुनिंदा शिक्षक हिस्सा ले रहे हैं. तीसरी तरह में स्कूल के शिक्षक ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं.

पढ़ई तुंहर दुआर के तहत अब तक छत्तीसगढ़ में इतने शिक्षक और विद्यार्थी से जुड़े हैं-

  • पंजीकृत स्कूल विद्यार्थी 22,28,863
  • पंजीकृत स्कूल शिक्षक 2,07,033
  • पहली से 7वीं कक्षा तक ऑनलाइन क्लास 21,75,257
  • पहली से 12वीं तक के स्कूल शिक्षा कोर्स मैटेरियल 2281
  • पहली से 12वीं तक के स्कूल शिक्षा वीडियो 17,319
  • पहली से 12वीं तक के स्कूल शिक्षा फोटो 9,953
  • पहली से 12वीं तक के स्कूल शिक्षा ऑडियो 903
Last Updated : Aug 21, 2020, 12:30 AM IST
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