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LOCK DOWN: महंगा हुआ तड़का, रसोई के 'राजा' तेल की कीमत बढ़ी

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Published : Apr 15, 2020, 9:02 PM IST

Updated : Apr 16, 2020, 4:06 PM IST

लॉकडाउन में आवश्यक वस्तुओं के दामों में तेजी से इजाफा हुआ है. सामानों के दाम लगातार आसमान छूते जा रहे हैं, खासकर तेल के दाम में ज्यादा बढ़त देखी गई है. ETV भारत की टीम इसका जायजा लेने राजधानी रायपुर के प्रमुख बाजारों में पहुंची और तेल की कीमतों का पता लगाया. इसके साथ ही दुकानदार, ग्राहक और चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी सहित प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत से इस मामले पर बात की.

rate of groceries increases in lockdown
लॉकडाउन में बढ़े खाने के तेल के दाम

रायपुर: पूरे देश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन लगाया गया है ताकि इसका संक्रमण न फैले. इस लॉकडाउन की वजह से आम लोगों के जीवन पर खासा प्रभाव पड़ा है. इसके साथ ही आवश्यक वस्तुओं के दामों में तेजी से इजाफा हुआ है. सामानों के दाम लगातार आसमान छूते जा रहे हैं, खासकर तेल के दाम में ज्यादा बढ़त देखी गई है.

लॉकडाउन में बढ़ी महंगाई

ETV भारत की टीम इसका जायजा लेने राजधानी रायपुर के प्रमुख बाजारों में पहुंची और तेल की कीमतों का पता लगाया. इसके साथ ही दुकानदार, ग्राहक और चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी सहित प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत से इस मामले पर बात की.

दुकानदारों ने माना दरों में हुई है बढ़ोतरी

ETV भारत की पड़ताल में पता चला कि लॉकडाउन के पहले जो ब्रांडेड कंपनी के खाने का सोयाबीन तेल आम दिनों में 80 से 85 रुपए प्रति लीटर बिक रहा था. अब वही तेल लॉकडाउन के दौरान 110 से लेकर 120 रुपये प्रति लीटर बाजार में बिक रहा है. थोक व्यापारी भी मानते हैं कि लॉकडाउन के बाद तेल के दाम बढ़े हैं. 'उनका कहना है कि, 'आम दिनों में जो तेल 80 -85 रुपये प्रति लीटर था अब वह बढ़कर 110 से 120 रुपये प्रति लीटर हो गया है. सोयाबीन तेल के पीपे के दामों में भी 40 से 50 रुपये की बढ़ोतरी हुई है, जो तेल का टीन 1450 रुपए प्रति टीन था अब वह 1490 से लेकर 1500 रुपए में बिक रहा है.'

'ट्रांसपोर्टेशन की वजह से बढ़ी हैं दिक्कतें'

फुटकर दुकान में यही तेल 200 से 300 रुपये प्रति पीपे ज्यादा दामों पर बिक रहे हैं. व्यापारियों का यह भी कहना है कि उन्हें बढ़े हुए दाम पर माल मिल रहा है. साथ ही पर्याप्त मात्रा में ब्रांडेड कंपनियों के तेल की भी सप्लाई नहीं हो पा रही है. इतना ही नहीं लॉकडाउन की वजह से रेस्टोरेंट, होटल बंद है और शादी-विवाह भी नहीं हो रहे हैं. जिस वजह से तेल की खपत में कमी आई है. हालांकि चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी इसे सामान्य बढ़ोतरी ही मान रहे हैं. उनका कहना है कि ट्रांसपोर्टेशन में आ रही दिक्कत के कारण थोड़ी कीमतें जरूर बढ़ी हैं.

'दुकान के बाहर लगाना होगा सामान का दाम'

वहीं लॉकडाउन की वजह से बढ़ती कीमतों को देखते हुए खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने अधिकारियों की बैठक लेकर कालाबाजारी और जमाखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने दुकानदारों को दुकान के बाहर बोर्ड पर खाद्य सामग्री के दाम लिखने के भी निर्देश दिए हैं.

बता दें कि लॉकडाउन के बाद से ही सभी खाद्य सामग्रियों के दाम आसमान छूने लगे हैं. ऐसे में खाद्य तेल एक महत्वपूर्ण सामग्री है. जिसका इस्तेमाल सभी घरों में होता है, लेकिन लगातार बढ़ रहे तेल के दाम की वजह से अब घरों का बजट बिगड़ने लगा है. वहीं व्यापारी भी इस बढ़ोतरी के लिए अपने आप को मजबूर बता रहे हैं. वहीं सरकार बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने हर संभव प्रयास किए जाने के दावे कर रही है. अब इंतजार इस बात का है कि सरकार इस ओर कोई कदम कब तक उठाती है.

रायपुर: पूरे देश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन लगाया गया है ताकि इसका संक्रमण न फैले. इस लॉकडाउन की वजह से आम लोगों के जीवन पर खासा प्रभाव पड़ा है. इसके साथ ही आवश्यक वस्तुओं के दामों में तेजी से इजाफा हुआ है. सामानों के दाम लगातार आसमान छूते जा रहे हैं, खासकर तेल के दाम में ज्यादा बढ़त देखी गई है.

लॉकडाउन में बढ़ी महंगाई

ETV भारत की टीम इसका जायजा लेने राजधानी रायपुर के प्रमुख बाजारों में पहुंची और तेल की कीमतों का पता लगाया. इसके साथ ही दुकानदार, ग्राहक और चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी सहित प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत से इस मामले पर बात की.

दुकानदारों ने माना दरों में हुई है बढ़ोतरी

ETV भारत की पड़ताल में पता चला कि लॉकडाउन के पहले जो ब्रांडेड कंपनी के खाने का सोयाबीन तेल आम दिनों में 80 से 85 रुपए प्रति लीटर बिक रहा था. अब वही तेल लॉकडाउन के दौरान 110 से लेकर 120 रुपये प्रति लीटर बाजार में बिक रहा है. थोक व्यापारी भी मानते हैं कि लॉकडाउन के बाद तेल के दाम बढ़े हैं. 'उनका कहना है कि, 'आम दिनों में जो तेल 80 -85 रुपये प्रति लीटर था अब वह बढ़कर 110 से 120 रुपये प्रति लीटर हो गया है. सोयाबीन तेल के पीपे के दामों में भी 40 से 50 रुपये की बढ़ोतरी हुई है, जो तेल का टीन 1450 रुपए प्रति टीन था अब वह 1490 से लेकर 1500 रुपए में बिक रहा है.'

'ट्रांसपोर्टेशन की वजह से बढ़ी हैं दिक्कतें'

फुटकर दुकान में यही तेल 200 से 300 रुपये प्रति पीपे ज्यादा दामों पर बिक रहे हैं. व्यापारियों का यह भी कहना है कि उन्हें बढ़े हुए दाम पर माल मिल रहा है. साथ ही पर्याप्त मात्रा में ब्रांडेड कंपनियों के तेल की भी सप्लाई नहीं हो पा रही है. इतना ही नहीं लॉकडाउन की वजह से रेस्टोरेंट, होटल बंद है और शादी-विवाह भी नहीं हो रहे हैं. जिस वजह से तेल की खपत में कमी आई है. हालांकि चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी इसे सामान्य बढ़ोतरी ही मान रहे हैं. उनका कहना है कि ट्रांसपोर्टेशन में आ रही दिक्कत के कारण थोड़ी कीमतें जरूर बढ़ी हैं.

'दुकान के बाहर लगाना होगा सामान का दाम'

वहीं लॉकडाउन की वजह से बढ़ती कीमतों को देखते हुए खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने अधिकारियों की बैठक लेकर कालाबाजारी और जमाखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने दुकानदारों को दुकान के बाहर बोर्ड पर खाद्य सामग्री के दाम लिखने के भी निर्देश दिए हैं.

बता दें कि लॉकडाउन के बाद से ही सभी खाद्य सामग्रियों के दाम आसमान छूने लगे हैं. ऐसे में खाद्य तेल एक महत्वपूर्ण सामग्री है. जिसका इस्तेमाल सभी घरों में होता है, लेकिन लगातार बढ़ रहे तेल के दाम की वजह से अब घरों का बजट बिगड़ने लगा है. वहीं व्यापारी भी इस बढ़ोतरी के लिए अपने आप को मजबूर बता रहे हैं. वहीं सरकार बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने हर संभव प्रयास किए जाने के दावे कर रही है. अब इंतजार इस बात का है कि सरकार इस ओर कोई कदम कब तक उठाती है.

Last Updated : Apr 16, 2020, 4:06 PM IST
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