रायपुर: राजधानी रायपुर में बढ़ते उद्योग और प्रदूषण उगलती गाड़ियों के कारण शहर में धुंध फैलता जा रहा है. इसको रोकने के लिए शहर के लोगों ने बीड़ा उठाया है. एक बार फिर से नो व्हीकल डे की शुरुआत की गई है. सभापति प्रमोद दुबे के नेतृत्व में शहर में 'नो व्हीकल डे' के मौके पर शहर की जनता ने साइकिलिंग की.
साइकिलिंग की शुरुआत सुबह 7:30 बजे बूढ़ा तालाब से की गई. साथ ही समाप्ति भी बूढ़ा तालाब गार्डन में ही की गई. इस दौरान रायपुर शहर के अलग-अलग वर्गों के लोगों ने हिस्सा लिया. सभापति प्रमोद दुबे के जन्मदिन के अवसर पर 3 दिसंबर 2015 को 'नो व्हीकल डे' की शुरुआत की गई थी. आज फिर से नो व्हीकल डे 2.0 की शुरुआत की गई है. पिछले 5 वर्षों में अब तक 60 नो व्हीकल डे सफलतापूर्वक मनाया गया है.
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रायपुर में नो व्हीकल डे 2.0 की शुरुआत
कार्यक्रम के समापन में शहरवासियों ने महीने में 1 दिन वाहन नहीं चलाने का संकल्प लिया. साथ ही शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने और शहर को स्वच्छ रखने की शपथ ली. कोरोना संक्रमण के कारण नो व्हीकल डे मनाना बंद हो गया था. ऐसे में एक बार फिर 3 दिसंबर को नो व्हीकल डे 2.0 की शुरुआत की गई.
रायपुर शहर को प्रदूषण से मिलेगी मुक्ति
सभापति प्रमोद दुबे ने बताया कि 5 साल पहले बड़े अभियान के रूप में 'नो व्हीकल डे' की शुरुआत की गई थी. रायपुर शहर को प्रदूषित शहर से मुक्त कराने के लिए नो व्हीकल डे का अभियान शुरू किया था. उस समय पूरे विश्व के प्रदूषित शहर में रायपुर सातवें स्थान पर था. इस बात का बहुत दुख हुआ करता था. तब लोगों ने संकल्प लिया था. रायपुर शहर प्रदूषित शहर में ना रहे. इसलिए रायपुर शहर में नो व्हीकल डे की शुरुआत की गई. रायपुर में प्रदूषण कम करने के लिए ज्यादातर लोग साइकिल से घूम रहे हैं.
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शहर के लोग अभियान में बढ़-चढ़कर ले रहे हिस्सा
जुगनू जोगेंद्र नागवानी ने बताया कि लंबे समय से इस दिन का इंतजार था. रायपुर शहर में नो व्हीकल डे फिर से मनाया जा रहा है. रायपुर शहर को प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए इस मुहिम की शुरुआत की गई है. रायपुर शहर के लोग इस में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.
रायपुर शहर को प्रदूषण से मुक्त करने की मुहिम
युवराज सिंह ठाकुर ने बताया कि वे शुरुआत से ही साइकिल से चलते हैं. साइकिल से ही दफ्तर आना-जाना करते हैं. जबसे नो व्हीकल डे की शुरुआत की गई थी, तब से वह जुड़े हुए हैं. पिछले 5 साल से अब तक वे लगातार होने वाले आयोजनों में हिस्सा ले रहे हैं. वे रोजाना साइकिल चलाते हैं. रायपुर शहर को प्रदूषण से मुक्त करने और ज्यादा से ज्यादा लोगों को साइकिल से चलने के लिए जागरूक कर रहे हैं.