रायपुर : छत्तीसगढ़ में बीजेपी के संगठन में फिर से फेरबदल हुआ है. इस बार पार्टी ने प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी की जगह ओम माथुर (Chhattisgarh state incharge Om Mathur) को प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी है.इसे इत्तेफाक कहें या फिर संगठन का सियासी दांव क्योंकि छत्तीसगढ़ में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद हैं. उन्होंने डी पुरंदेश्वरी के साथ मंच भी साझा किया. पुरंदेश्वरी ने कई मौकों पर आक्रामक रवैय्या अपनाते हुए प्रदेश से कांग्रेस को उखाड़ फेंकने की बात कहकर पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरा. लेकिन जेपी नड्डा के कार्यक्रम के बाद अचानक ही प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी ओम माथुर को दे दी गई. वहीं सह प्रभारी नितिन नबीन को पद पर बरकरार रखा है. इस फैसले के बाद राजनीति गलियारों में कई तरह की चर्चाएं हो रही है. वहीं सत्ता पक्ष भी इस मामले पर बीजेपी की चुटकी ले रहा (politics in chhattisgarh ) है.
पुरंदेश्वरी के हटने पर सीएम भूपेश ने ली चुटकी : बीजेपी प्रदेश प्रभारी (new state president of bjp) बदले जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा" जो हंटर चलाती थी बीजेपी ने उसको हटा दिया.अब सह प्रभारी नितिन नबीन की बारी है. जब से अजय जामवाल आए हैं. तब से प्रदेश अध्यक्ष नेता प्रतिपक्ष बदल रहे हैं. प्रभारी भी बदल गए. नितिन नबीन कितने दिनों तक रहेंगे यह देखने वाली बात है."
क्या है सियासी मामलों के जानकार का कहना : बड़े कार्यक्रम के बाद बीजेपी प्रदेश प्रभारी को बदले जाने पर राजनीतिक प्रेक्षक शंशाक शर्मा का कहना है कि '' किसी भी संगठन में बदलाव एकाएक नही होते. यदि किसी का प्रभार बदला जाता है और नए व्यक्ति को जिमेदारी सौंपनी होती है. उन पर चिंतन मनन करने के बाद ही कोई बड़ा फैसला लिया जाता है. एक बड़े कार्यक्रम के बाद शाम होते ही प्रदेश प्रभारी का बदलना लोगों के बीच चर्चा का विषय जरूर है.लेकिन संगठन में इस तरह के बड़े फैसले पहले ही तय होते है.''
विवादों से रहा है पुरंदेश्वरी का नाता : बीजेपी प्रभारी बनाए जाने के बाद डी पुरंदेश्वरी का विवादों से भी नाता रहा है. वे अपने दिए बयानों को लेकर चर्चा में भी रही हैं . 1 साल पहले बस्तर के चिंतन शिविर में डी पुरंदेश्वरी सभा में कहा था की " बीजेपी कार्यकर्ता यदि थूकेंगे तो भूपेश बघेल और उनका पूरा मंत्रिमंडल बह जाएगा" पुरंदेश्वरी के इस बयान के बाद कांग्रेसी नेताओं ने बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और डी पुरंदेश्वरी का पुतला जलाया था.
बीजेपी ने कहा शब्दों की दिक्कत : डी पुरंदेश्वरी के विवादित बयान के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और विधायक अजय चंद्राकर ने सफाई दी कि पार्टी ''प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी दक्षिण भारत से आती हैं. उनकी हिंदी प्रनाउंसिएशन में समस्या है. उन्होंने अपने बयान में थूक नहीं कहा था. उन्होंने कहा था कि भाजपा कार्यकर्ता फूंक दे तो कांग्रेस मंत्रिमंडल उड़ जाएगा.''
सीएम पर दिया था विवादित बयान : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्मदिन के दौरान भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने मुख्यमंत्री से सवाल पूछे थे.इसी दौरान पुरंदेश्वरी ने कहा था कि" यदि सीएम सच बोलेंगे तो उनके सिर के हजारों टुकड़े हो जाएंगे ऐसा उन्हें श्राप है." सीएम के जन्मदिन दिए इस बयान के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और डी. पुरंदेश्वरी का पुतला दहन किया था.
क्यों बदली गई डी पुरंदेश्वरी : राजनीति के जानकारों का कहना है कि पहले से ही संगठन में यह चर्चा थी कि छत्तीसगढ़ में प्रदेश प्रभारी बदला जाएगा. जानकारों का कहना है कि दक्षिण भारत परिवेश से आने के कारण सामान्य हिंदी भाषा में उनकी पकड़ उस तरह की नही थी. पार्टी के अनुभवी नेताओं, विधायकों और सांसदों के सामने उनका व्यक्तिगत राजनीतिक अनुभव भी बेहद कम पड़ता था. इस वजह से पुरंदेश्वरी का संगठन में स्ट्रांग कंट्रोल फीका दिखाई पड़ रहा था. हालांकि संगठन ने ओम माथुर को छत्तीसगढ़ का नया भाजपा प्रदेश प्रभारी बनाया है. वे छत्तीसगढ़ के नेताओं के मुकाबले में ज्यादा अनुभवी हैं. ओम माथुर भाजपा के वरिष्ठ नेता के साथ-साथ आरएसएस के प्रचारक रहे हैं. राजनीति में भी उनका लंबा अनुभव है. ऐसे में संगठन ने ऐसे व्यक्ति को लाया है जिसका सभी पर स्ट्रांग कंट्रोल हो. chhattisgarh latest news