रायपुर : छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव में पीएल पुनिया के नेतृत्व में चुनाव जीता था. 2018 में कांग्रेस की सत्ता वापसी में पुनिया रणनीति को अहम माना गया था. 2018 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए पीएल पुनिया ने बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को तैयार किया था. लेकिन अब कांग्रेस आलाकमान ने छत्तीसगढ़ में बड़ा फेरबदल करते हुए कुमारी शैलजा को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है.Political career of Kumari Selja
कुमारी शैलजा ने जताया आभार : छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाए जाने पर कुमारी शैलजा ने ट्वीट कर कहा- ''भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की महासचिव और छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रभारी नियुक्त किए जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, हमारी नेता सोनिया गांधी और जन-जन के प्रिय नेता राहुल गांधी जी का दिल की गहराइयों से आभार व्यक्त करती हूं. पार्टी आलाकमान द्वारा मुझे जो महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है, उसे पूरी ईमानदारी, मेहनत से निभाऊंगी और पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिए कार्य करती रहूंगी.''new in charge of Chhattisgarh Congress
कौन हैं शैलजा कुमारी : INL की शैलजा कुमारी अंबाला की सांसद रह चुकी हैं. उन्होंने इस निर्वाचन क्षेत्र में दो कार्यकालों तक कार्य किया. अंबाला में सेवा देने से पहले, वे दो कार्यकालों के लिए सिरसा निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुनी गई थीं. वे यूपीए सरकार में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं.
- 2014 राज्यसभा की सदस्य के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने से रोक दिया गया
- 2011 केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन और संस्कृति और केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय।
- 2009 केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन और पर्यटन
- 2009 वे भाजपा के रतन लाल कटारिया को हराकर अंबाला से चौथे कार्यकाल के लिए 15वीं लोकसभा के लिए फिर से चुनी गईं
- 2004 केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय
- 2004 भाजपा के रतन लाल कटारिया को दो लाख से अधिक मतों के अंतर से हराकर उन्हें अंबाला से तीसरे कार्यकाल के लिए 14 वीं लोकसभा के लिए फिर से चुना गया
- 1996 सचिव और प्रवक्ता, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी
- 1996 वे दूसरे कार्यकाल के लिए सिरसा से 11वीं लोकसभा के लिए फिर से चुनी गईं हालांकि, वे आगामी चुनाव हार गईं
- 1995 केंद्रीय राज्य मंत्री, शिक्षा और संस्कृति विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय
- 1992 केंद्रीय उप मंत्री, शिक्षा और संस्कृति विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय
- 1991 जेपी के हेत राम को एक लाख मतों के अंतर से हराकर वे सिरसा निर्वाचन क्षेत्र से 10 वीं लोकसभा के लिए चुनी गई.
- 1990 वे अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की संयुक्त सचिव चुनी गईं.
पिता भी थे कांग्रेसी लीडर :कुमारी शैलजा (kumari selja) के पिता भी कांग्रेस के सीनियर लीडर थे. उनके पिता चौधरी दलबीर सिंह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे. दलबीर सिंह केन्द्र सरकार में मंत्री भी थे. वह हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष थे.