रायपुर: स्मार्ट जैकेट के प्रयोग के बाद ट्रैफिक पुलिस ने राजधानी के SRP चौक पर स्मार्ट स्टॉपिंग सिस्टम लगाया है, जिससे यातायात को सुधारा जा सके. प्रयोग के तौर पर इसे अभी एक जगह पर लगाया गया है. अगर प्रयोग सफल होता है तो आने वाले समय में अन्य चौक-चौराहों पर भी इसे लगाया जाएगा. इसका नाम ट्रैफिक विभाग ने S3 (स्मार्ट, स्टॉपिंग,सिस्टम) दिया है. इस सिस्टम में गाड़ी चलाने वालों से मशीन अपील करेगी की 'कृपया गाड़ी पीछे करें.' जब तक गाड़ी स्टॉप लाइन से नहीं हटेगी तब तक अलार्म बजता रहेगा.
बता दें कि लोगों में ट्रैफिक जागरूकता के लिए रायपुर पुलिस ने स्मार्ट स्टॉपिंग सिस्टम बनाया है, जिसका पहला प्रयोग अभी राजधानी के एसआरपी चौक पर किया जा रहा है. ट्रैफिक पुलिस का मानना है कि 'इससे ट्रैफिक व्यवस्था सुधरेगी'. उन्होंने बताया कि 'इस सिस्टम में लेजर लाइट और सेंसर लगाया गया है'. उन्होंने आगे बताया कि 'स्मार्ट स्टॉपिंग सिस्टम लेजर लाइट और सेंसर से चलता है. यह सिस्टम सिग्नल रेड होने पर ही काम करता है. चौक पर स्टॉप लाइन के एक सिरे से दूसरे सिरे पर लेजर लाइट होती है. इसमें स्टॉप लाइन पर लाल रंग की लेजर लाइट दिखाई देती है. स्टाफ लाइन पर जैसे ही गाड़ी लेजर लाइट से टच होती है. अलार्म बजना शुरू हो जाता है'.
दिल्ली से मंगाया गया है सामान
सिग्नल में चारों ओर छोटे-छोटे स्पीकर लगे हुए हैं. जो बजने लगते हैं. इसमें एक वॉइस मैसेज भी लोड किया गया है. जो कि बार-बार लोगों को स्टॉप लाइन से हटने के लिए निवेदन करता है. ट्रैफिक डीएसपी सतीश कुमार ठाकुर ने बताया कि स्मार्ट स्टॉपिंग सिस्टम में 15 हजार रुपए का खर्च आया है. बड़े पैमाने पर इसका निर्माण करने से लागत में कमी आएगी. इस सिस्टम के लिए दिल्ली से लेजर लाइट सेंसर सिस्टम, स्पीकर, रिले लाइट समेत अन्य सामान मंगाया गया है.
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यह बिजली और बैटरी से चलता है. बारिश धूप और ठंड का इस सिस्टम पर कोई असर नहीं पड़ेगा. लेकिन हर महीने सिर्फ मेंटेनेंस करना पड़ेगा. प्रयोग के लिए अभी एक ही सिस्टम बनाया गया है. जल्द ही शहर के अन्य चौक-चौराहों पर इसका प्रयोग ट्रैफिक पुलिस की ओर से किया जाएगा.