रायपुर : प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपना प्रचार अभियान तेज कर दिया है. 9 फरवरी को चुनाव प्रचार अभियान भी थम जाएगा. राजधानी रायपुर के वार्ड क्रमांक 42 के वार्डवासी अपने वार्ड में स्वच्छ पेयजल और स्वच्छता की उम्मीद एक जनप्रतिनिधि से रखते हैं. उनका कहना है कि वार्ड क्रमांक 42 मठ और मंदिरों का स्थल है, ऐसे में यहां पर स्वच्छता भी जरूरी है.
पेयजल व्यवस्था को लेकर शिकायत : वार्डवासियों की शिकायत है कि जो भी महापौर बनता है, वह शहर की सुंदरता को बढ़ाने में ध्यान देता है, लेकिन पेयजल व्यवस्था को लेकर गंभीर नहीं है. वार्डवासी रोहित पांडेय ने बताया कि हम ऐसा पार्षद चाहते हैं, जो वार्ड की मूलभूत समस्या को हल करने वाला होना चाहिए. वार्ड के पार्षद को बिजली पानी और सड़क जैसी समस्याओं पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है. बारिश के दिनों में जिन जगहों पर पानी भरता है, उस पर भी ध्यान देने की जरूरत है.
मैं बचपन से देख रहा हूं कि जो भी महापौर बनता है, वह शहर को सुंदर बनाने के लिए गार्डन और पार्क जैसी चीजों को बनाने में फिजूल खर्ची ज्यादा करते हैं. शहर को ऐसी सुविधा मिले, जो लंबे समय तक टिका रह सके : रोहित पांडेय, वार्डवासी
नालियों की साफ सफाई का उठा मुद्दा : वार्डवासी अन्नपूर्णा का कहना है कि वार्ड का पार्षद वार्डवासियों से हमेशा मिलते जुलते रहे और मिलनसार होना चाहिए. बारिश के दिनों में वार्ड में डेंगू जैसी बीमारी का प्रकोप ज्यादा रहता है. ऐसे में नालियों की साफ सफाई और स्वच्छता पर खास ध्यान देना चाहिए. साफ सफाई व्यवस्था भी वार्ड में दो दिन होती है और दो दिनों के बाद कोई नहीं आता.
चुनाव के समय सभी प्रत्याशी वोट मांगने के लिए जरूर आते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद चेहरा दिखाने कोई नहीं आता है. शहर के महापौर को भी मिलनसार होना चाहिए. इसके साथ ही महापौर को वार्डों में लोगों से मिलना जुलना चाहिए. वार्ड के लोगों को किस तरह की दिक्कत हो रही है, इसकी सुध पार्षद को लेनी चाहिए : अन्नपूर्णा, वार्डवासी
खराब रोड से वार्डवासी परेशान : वार्डवासी रमेश अनंत राम यदु ने कहा कि वार्ड के पार्षद को सीधा सरल होना चाहिए. कुछ पार्षद ऐसे होते हैं, जो वार्ड में ठीक ढंग से काम नहीं करवाते हैं. वार्ड क्रमांक 42 में रोड की हालत काफी खराब है. ऐसे में जो भी पार्षद बनेगा, वह सड़क बनाने को लेकर अपनी रूचि दिखाएं. सड़क खराब होने को लेकर इसकी शिकायत कई बार पार्षद से की गई है. बावजूद इस पर कोई ध्यान नहीं देता.
वार्ड में मूलभूत सुविधाएं बिजली पानी और सड़क जैसी समस्या का समाधान होना चाहिए. इसके अलावा वार्डवासियों की छोटी-छोटी और भी दूसरी समस्याएं होती है, उस पर भी ध्यान देने वाला पार्षद होना चाहिए : साधना, वार्डवासी
क्राइम पर कंट्रोल करने की मांग : वार्डवासी रामकृष्ण पंसारी ने बताया कि पार्षद वार्ड के कुछ जगहों पर पानी की समस्या अभी भी बनी हुई है. पाइपलाइन नहीं बिछाई जा सकी है. शहर के महापौर को पूरे शहर की जिम्मेदारी होती है. ऐसे में उन्हें अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन गंभीरता से करना चाहिए. शहर में बढ़ रहे क्राइम पर कंट्रोल किया जाए. इसके साथ ही बढ़ रहे ट्रैफिक की वजह से सड़क हादसे बढ़ रहे हैं, उस पर भी लगाम लगाने की जरूरत है.
वार्ड का पार्षद जमीन से जुड़ा हुआ होना चाहिए. चुनाव के समय ही पार्षद और महापौर के प्रत्याशी वार्ड में आते हैं. ऐसा नहीं होना चाहिए. वार्ड में वार्डवासियों को किन चीजों की जरूरत है उन चीजों को डेवलप करना चाहिए : भूमिका, वार्डवासी
बिजली पानी सड़क पर फोकस : वार्डवासी राम विकास दास वार्ड के पार्षद को साफ स्वच्छ छवि का होना चाहिए. वार्ड के लोगों की मूलभूत समस्या बिजली पानी सड़क जैसी समस्या का समाधान करने वाला होना चाहिए. उन्होंने बताया कि वर्तमान में वार्ड 42 में साफ सफाई की व्यवस्था खराब है. यह वार्ड मठ मंदिरों का स्थल है. मठ मंदिरों का भी जीर्णोद्धार होना जरूरी है. गर्मी के दिनों में पानी की समस्या ज्यादा रहती है. इसके साथ ही बिजली कटौती को कम किया जाए.