बस्तर : छत्तीसगढ़ के बस्तर में 4 दशकों से काबिज नक्सलवाद के खात्मे के लिए बस्तर के अंदरूनी इलाकों में बड़ी संख्या में फोर्स की तैनाती हो रही है. इस बीच बीजापुर और सुकमा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र टेकलगुडेम में सुरक्षा कैम्प स्थापित किया गया. अब कैम्प में तैनात जवान नक्सलियों से सुरक्षा के साथ ही स्थानीय बच्चों को शिक्षित भी कर रहे हैं.
सीआरपीएफ ने बनाया आधुनिक मॉडल स्कूल : सुकमा के टेकलगुडेम गांव में CRPF की 150 वीं बटालियन तैनात है. सीआरपीएफ के अधिकारियों ने देखा कि शिक्षा की कमी क्षेत्र में बनी हुई है, जिसका हल निकालना काफी चुनौतीपूर्ण है. इसे देखते हुए CRPF के अधिकारियों ने अपने निजी संसाधनों का उपयोग कर FOB टेकलगुडेम में एक आधुनिक सुविधा युक्त मॉडल स्कूल का निर्माण किया.
![CRPF Gurukul in bastar](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/06-02-2025/23487993_t.jpg)
![CRPF Gurukul in Sukma](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/06-02-2025/23487993_c.jpg)
गुरूकुल में दी जा रही प्राथमिक शिक्षा : वर्तमान में गुरूकुल में प्राथमिक शिक्षा दी जा रही है. बच्चों को शिक्षा के के साथ ही स्कूल यूनिफार्म, किताबें, स्कूल बैग, जूते मोजे दिए जा रहे हैं. शारीरिक व मानसिक विकास के लिए बच्चों को कई तरह के खेल-कूद जैसे बॉलीबॉल, फुटबॉल, बास्केटबॉल सहित कई प्रकार के झूलों की खास व्यवस्था की गयी है. साथ ही स्कूल में चार्ट व बोर्ड भी दीवारों पर लगाए गए हैं. गुरुकुल में टॉयलेट, बाथरूम और हैण्डपंप की सुविधा उपलब्ध कराने की संभावना है. साथ ही भविष्य में इसे बारहवीं कक्षा तक ले जाने का भी प्रयास किया जा रहा है.
![CRPF Gurukul in dantewada](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/06-02-2025/23487993_a.jpg)
बच्चों के लिए शिक्षा का नया अवसर : यह स्कूल न केवल बच्चों के लिए शिक्षा के लिए एक नया अवसर लेकर आया है. इस स्कूल के निर्माण और स्थापना में सीआरपीएफ के अधिकारी मुकेश कुमार एसी, अजय कुमार त्यागी और राकेश शुक्ला के साथ ही कैम्प में तैनात जवानों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है.
![CRPF Gurukul in bastar](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/06-02-2025/23487993_t.jpg)
हिड़मा का इलाका है टेकलगुडेम : यह इलाका नक्सल संगठन के सबसे मजबूत विंग PLGA का है. इसे हिड़मा का इलाका कहा जाता है. टेकलगुडेम से लगा हुआ ही हिड़मा का गांव पूवर्ती है. साल 2021 में टेकलगुडेम में हिड़मा की टीम ने एक बड़े नक्सली वारदात को अंजाम दिया था. इस मुठभेड़ में 23 जवानों की शहादत हुई थी.
नक्सलवाद की वजह से बस्तर में शिक्षा व्यवस्था भी चरमरायी हुई है. इस बीच लगातार स्थापित होते नवीन सुरक्षा कैम्प के चलते नक्सल प्रभावित क्षेत्र अब मुख्य धारा और जिला मुख्यालयों से जुड़ रहे हैं. अब बस्तर बदल रहा है.