ETV Bharat / state

Shani Dev: शनिवार की पूजा से शनिदेव को प्रसन्न करें

author img

By

Published : Jan 7, 2023, 5:54 AM IST

हिंदू धर्म में शनिदेव की पूजा (Shani Dev Puja) का विशेष महत्व होता है. शनिदेव निष्पक्ष न्याय के देवता कहे जाते हैं. शनिदेव भक्तों को उनके कर्म के अनुसार फल देते हैं. please shani dev by worship on saturday जिन लोगों की कुंडली में शनि की साढ़े साती या शनि ढैय्या Shanidev Puja होती है, उसके प्रभाव को कम करने के लिए शनिवार के दिन पूजा पाठ करना चाहिए. Shanidev Puja Vidhi शनि शांति पूजा और शनि तेलाभिषेक का अनुष्ठान करने से कुंडली में शनि का प्रभाव भी दूर होता है.

Shani Dev worship material
शनिवार की पूजा से करें शनिदेव को प्रसन्न

रायपुर/हैदराबाद : हिन्दू धर्म के ग्रंथों के अनुसार शनिदेव को ग्रहों में न्यायाधीश का पद प्राप्त है . इन्हें न्याय का देवता कहा जाता हैं . जातक के अच्छे और बुरे कर्मों का फल शनिदेव ही देते हैं. जिस भी व्यक्ति पर शनिदेव की टेड़ी नजर पड़ जाए, वह थोड़े ही समय में राजा से रंक बन जाता है, जिस पर शनिदेव प्रसन्न हो जाएं वह मालामाल भी हो जाता है. ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को सूर्यास्त के समय शिंगणापुर नगर में शनिदेव की उत्पत्ति हुई थी.इसलिए शनिदेव का धाम शिगणापुर को कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि शिगणापुर में किसी के भी घर में ताला नहीं लगते हैं.क्योंकि साक्षात् शनिदेव इस गांव में लोगों की रक्षा करते हैं.

शनिदेव की पूजन सामग्री : Shanidev Puja सामग्री में शनिदेव की प्रतिमा या तस्वीर, काला वस्त्र, शुद्ध घी व तेल का दीपक, पंचगव्य, पंचामृत, इत्र, अबीर, गुलाल, सिंदूर, कुमकुम, काजल, नीले या काले पुष्प की माला और पुष्प, श्री फल को इकट्ठा करके पूजन की शुरुआत करनी चाहिए. शनिदेव की पूजा का विशेष दिन शनिवार होता Shani Dev worship samigri है. इस दिन उन्हें प्रसन्न करने के खास उपाय करने चाहिए.शनिदेव की यदि कोई सच्चे मन से आराधना करें तो न्याय के देवता उसे मनवांछित फल देते हैं.

ये भी पढ़ें- साल की पहली पूर्णिमा पर हरिद्वार में उमड़ा जनसैलाब

कैसे करें शनिदेव की पूजा : शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें. फिर शनि देव का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें. पूजा के स्थान पर या पूजा की चौकी पर काले रंग का कपड़ा बिछाकर शनि देव की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करें. बता दें कि शनिदेव की प्रतिमा के रूप में सुपारी रखी जाती है. इसके बाद शनि देव को नीले फूल, फल, सिंदूर ,कुमकुम,काजल, अक्षत अर्पित करें.सरसों के तेल का दीपक जलाएं. शनिवार के दिन काले तिल, काली दाल, काले वस्त्र जैसी चीजों का अपने सामर्थ्य अनुसार दान जरूर Shanidev Puja Vidhi करें.

रायपुर/हैदराबाद : हिन्दू धर्म के ग्रंथों के अनुसार शनिदेव को ग्रहों में न्यायाधीश का पद प्राप्त है . इन्हें न्याय का देवता कहा जाता हैं . जातक के अच्छे और बुरे कर्मों का फल शनिदेव ही देते हैं. जिस भी व्यक्ति पर शनिदेव की टेड़ी नजर पड़ जाए, वह थोड़े ही समय में राजा से रंक बन जाता है, जिस पर शनिदेव प्रसन्न हो जाएं वह मालामाल भी हो जाता है. ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को सूर्यास्त के समय शिंगणापुर नगर में शनिदेव की उत्पत्ति हुई थी.इसलिए शनिदेव का धाम शिगणापुर को कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि शिगणापुर में किसी के भी घर में ताला नहीं लगते हैं.क्योंकि साक्षात् शनिदेव इस गांव में लोगों की रक्षा करते हैं.

शनिदेव की पूजन सामग्री : Shanidev Puja सामग्री में शनिदेव की प्रतिमा या तस्वीर, काला वस्त्र, शुद्ध घी व तेल का दीपक, पंचगव्य, पंचामृत, इत्र, अबीर, गुलाल, सिंदूर, कुमकुम, काजल, नीले या काले पुष्प की माला और पुष्प, श्री फल को इकट्ठा करके पूजन की शुरुआत करनी चाहिए. शनिदेव की पूजा का विशेष दिन शनिवार होता Shani Dev worship samigri है. इस दिन उन्हें प्रसन्न करने के खास उपाय करने चाहिए.शनिदेव की यदि कोई सच्चे मन से आराधना करें तो न्याय के देवता उसे मनवांछित फल देते हैं.

ये भी पढ़ें- साल की पहली पूर्णिमा पर हरिद्वार में उमड़ा जनसैलाब

कैसे करें शनिदेव की पूजा : शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें. फिर शनि देव का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें. पूजा के स्थान पर या पूजा की चौकी पर काले रंग का कपड़ा बिछाकर शनि देव की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करें. बता दें कि शनिदेव की प्रतिमा के रूप में सुपारी रखी जाती है. इसके बाद शनि देव को नीले फूल, फल, सिंदूर ,कुमकुम,काजल, अक्षत अर्पित करें.सरसों के तेल का दीपक जलाएं. शनिवार के दिन काले तिल, काली दाल, काले वस्त्र जैसी चीजों का अपने सामर्थ्य अनुसार दान जरूर Shanidev Puja Vidhi करें.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.