रायपुरः जाहां कभी नक्सलियों की गोलियों आवाज सुनने को मिलती थी, जल्द ही वहां रेलगाड़ी की छुक-छुक आवाज सुनने को मिलने वाली है. इस साल के अंत तक लोग अंतागढ़ से सीधे रायपुर के लिए रेल सुविधा का आनंद ले सकेंगे. दल्लीराजहरा और रावघाट-जगदलपुर परियोजना के तहत अंतागढ़ में रेलवे स्टेशन का निर्माण कराया जा रहा है.
अंतागढ़ के लोगों को अब केवटी से ट्रेन नहीं पकड़नी पड़ेगी. केवटी और अंतागढ़ के बीच रेलवे का लगभग 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है. केवटी और अंतागढ़ के बीच की दूरी 18 किलोमीटर है और इस 18 किलोमीटर में लगभग डेढ़ सौ करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई है. रेलवे सुरक्षा विभाग से हरी झंडी मिलने पर ट्रेन अंतागढ़ तक चलेगी.
पहले चरण में होगा 95 किलोमीटर का विस्तार
दल्लीराजहरा-रावघाट-जगदलपुर परियोजना के तहत काम किया जा रहा है. इसमें 235 किलोमीटर तक रेल लाइन बिछाने का काम होना है. छत्तीसगढ़ शासन, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड, एनएमडीसी और आरपीएनएल के संयुक्त प्रयास से यह काम किया जा रहा है. पहले चरण में रायपुर रेल मंडल ने दल्लीराजहरा-रावघाट नई रेल लाइन 95 किलोमीटर तक बनाने का लक्ष्य रखा है. इसके तहत दल्लीराजहरा से भानूप्रतापपुर और केवटी तक नई रेल लाइन बिछाई जा चुकी है.
BSP के लिए साबित होगा जीवन रेखा
रायपुर-दल्लीराजहरा, भानूप्रतापपुर और केवटी तक यात्रियों को रेल सुविधा मिलने लगी है. इसी रेल लाइन का विस्तार केवटी से अंतागढ़ तक 18 किलोमीटर रेल लाइन बिछाने का काम लगभग पूरा कर लिया गया है. रावघाट रेल लाइन परियोजना को भिलाई स्टील प्लांट का जीवन रेखा माना जा रहा है. इसी लाइन के जरिए कांकेर स्थित रावघाट की खदानों से लौह अयस्क बीएसपी के लिए लाया जाएगा.