रायपुर : केंद्र सरकार की तरफ से LIC की हिस्सेदारी बेचने का फैसला लिया गया है. जिसका कांग्रेस ने विरोध किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को बजट में ऐलान किया है कि सरकार भारतीय जीवन बीमा निगम में कुछ हिस्सेदारी को बेचेगी. इस ऐलान के बाद से लगातार इसका विरोध हो रहा है. पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने केंद्र सरकार के इस फैसले को गलत फैसला करार दिया है
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने इस मामले में केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि 'सरकार की पॉलिसी उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने की है. LIC डूबेगी तो रिलायंस सहित अन्य इंश्योरेंस कंपनी बढ़ेगी. इसलिए LIC में निजी निवेश की अनुमति केंद्र सरकार ने दी है'. मरकाम का ये भी आरोप है कि 'केंद्र सरकार ने देश के नौ रत्नों को बेचने का काम किया है'.
समाजिक सुरक्षा प्रभावित : मोहम्मद अकबर
वन मंत्री मोहम्मद अकबर का कहना है कि 'LIC में निजी निवेश से सामाजिक सुरक्षा प्रभावित होगी, जिसकी वजह से लोग इसका विरोध कर रहे हैं. इसके अलावा कर्मचारियों को उनकी नौकरी जाने का डर है, जिसकी वजह से वे सड़क पर उतर आए हैं'.
केंद्र सरकार ने LIC में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचने का ऐलान किया है, जिसके बाद से ही विरोध शुरू हो गया है. इस ऐलान के बाद जहां एक ओर LIC के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, तो वहीं कांग्रेस भी सरकार के इस फैसले के सख्त खिलाफ है.