रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य को बने 20 साल पूरे हो चुके हैं. ऐसे में हर क्षेत्र में इस राज्य ने तरक्की की है. इस सीरीज में हम आपको दिखा रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में 20 सालों में कितना बदलाव आया है. कितनी तरक्की की है, आज हम बात करेंगे कपड़े के व्यापार की.
छत्तीसगढ़ में इन 20 सालों में कपड़ा व्यापार अपना एक अलग ही वर्चस्व स्थापित किया है. रायपुर स्थित पंडरी कपड़ा मार्केट मध्य भारत का सबसे बड़ा कपड़ा बाजार बन चुका है. थोक और फुटकर कपड़ा मार्केट में पंडरी कपड़ा मार्केट ने मुंबई के बाद अपनी अलग पहचान बनाई है. पंडरी कपड़ा मार्केट में पहले जहां सालाना एक हजार करोड़ तक का व्यापार होता था, वहीं अब यहा दो से ढाई हजार करोड़ के बीच सालाना व्यापार है.आज जब बात होती है छत्तीसगढ़ के किस जिले में शादी ब्याह की तो, वहां पर रायपुर पंडरी कपड़ा मार्केट में बिना शॉपिंग के शादी अधूरी मानी जाती है, ना केवल छत्तीसगढ़ बल्कि आसपास के राज्यों के लोग भी यहां शॉपिंग करने आते हैं.
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पड़ोसी राज्यों के लोग कपड़ा खरीदने आते हैं रायपुर
राजधानी स्थित पंडरी कपड़ा मार्केट मध्यभारत सबसे बड़ा बाजार बन गया है. इस कपड़ा मार्केट में न केवल छत्तीसगढ़ के लोग ही, बल्कि पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना समेत कई राज्यों से भी लोग शॉपिंग करने के लिए छत्तीसगढ़ आते हैं. छत्तीसगढ़ का यह कपड़ा मार्केट इन राज्यों में भी चर्चा का विषय बना रहता है.
पंडरी से पहले कुम्हारी में होता था कपड़ा मार्केट
पहले रायपुर का कपड़ा मार्केट कुम्हारी में होता था, लेकिन 1982 के बाद उसकी जगह बदल दी गई और पंडरी में सबसे बड़ा कपड़ा मार्केट स्थापित किया गया. आज यहां पर लोगों की भीड़ सुबह से लेकर शाम तक दिखाई देती है. राजधानी रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से लोग यहां पर शॉपिंग करने के लिए आते हैं
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400 से अधिक दुकानें
पंडरी कपड़ा मार्केट में 20 सालों में यह बदलाव देखने को मिला है कि यहां पर बड़ी संख्या में दुकानें खुली हैं. यहां पर अब छोटी-बड़ी मिलाकर 300 से 400 के बीच कपड़ों के शोरूम और दुकानें हैं. सभी की अलग-अलग वैरायटी है और सभी की अलग-अलग खासियत. कपड़ा बाजार में सूटिंग-शर्टिंग कपड़ों से लेकर रेडीमेड कपड़ों का विशाल संग्रह है. उपभोक्ताओं को अपनी पसंद और बजट के अनुसार कपड़ों की रेंज मिल जाती है.
बहरहाल त्योहारों का मौसम है. अब शादियों का दौर भी शुरू होने वाला है. कोरोना के चलते 6 महीनों में आई मंदी के बाद अब त्योहारों में लौटी रौनक ने कपड़ा बाजार को फिर से गुलजार कर दिया है.